देहरादून: दीपावली की रात आतिशबाजी से घायल और चोटिल लोगों की संख्या बढ़ जाती है. दीपावली की रात आतिशबाजी से जले हुए मरीजों के अस्पताल आने का सिलसिला रात भर जारी रहता है. जिसे देखते हुए उत्तराखंड के सबसे बड़े दून मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
दून मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा के मुताबिक दीपावली के त्योहार की रात आतिशबाजी के कारण जलने के काफी केस आते हैं. जिसको देखते हुए अस्पताल ने अपनी ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए उन्हें शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक मोबाइल फोन ऑन रखने के निर्देश भी दिये गये हैं.
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चारों विभागों के सीनियर रेजिडेंट स्तर के डॉक्टरों को इमरजेंसी ड्यूटी पर लगाया गया है. जिसमें एक ईएमओ, एक सर्जन, एक ऑर्थोपेडिक सर्जन, एक आई सर्जन और एक फिजिशियन को घायलों के इलाज की जिम्मेदारी दी गई है. साथ ही सभी विभागाध्यक्षों को भी अपने फोन ऑन रखने को कहा गया है.