ETV Bharat / state

दून सिटी बस एसोसिएशन ने परिवहन विभाग पर लगाया आरोप, कहा- केंद्र के आदेशों का हो रहा उल्लंघन - परिवहन विभाग देहरादून न्यूज

परिवहन विभाग पर दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री कार्यालय से दिए गए आदेशों की भी अनदेखी कर रही है.

दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल
author img

By

Published : Aug 8, 2019, 11:31 PM IST

देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार के जीरो टॉलरेंस के दावे पर सवाल उठने लगे हैं. दून सिटी बस एसोसिएशन ने परिवहन विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि परिवहन और पुलिस विभाग में अफरशाही हावी है.

दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल

दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया कि परिवहन विभाग में लगातार धांधलियां हो रही हैं. उन्होंने कहा कि साल 2006 से लगातार आरटीआई के माध्यम से भ्रष्टाचार को उजागर किया जा रहा है. साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय में भी इसकी शिकायत की गई थी. जिसके बाद वहां से जांच के आदेश भी आए थे. लेकिन राज्य सरकार प्रधानमंत्री कार्यालय से दिए गए आदेशों की भी अनदेखी कर रही है.

पढे़ं- रुद्रपुर में स्कूल संचालक ने दिखाया रौद्र रूप, परिवहन अधिकारी से की हाथापाई, सीज गाड़ी भी ले गया

दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया की परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार और अफसरशाही हावी है. जिससे मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस के दावे पर सवाल खड़ा हो रहा है.

देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार के जीरो टॉलरेंस के दावे पर सवाल उठने लगे हैं. दून सिटी बस एसोसिएशन ने परिवहन विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि परिवहन और पुलिस विभाग में अफरशाही हावी है.

दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल

दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया कि परिवहन विभाग में लगातार धांधलियां हो रही हैं. उन्होंने कहा कि साल 2006 से लगातार आरटीआई के माध्यम से भ्रष्टाचार को उजागर किया जा रहा है. साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय में भी इसकी शिकायत की गई थी. जिसके बाद वहां से जांच के आदेश भी आए थे. लेकिन राज्य सरकार प्रधानमंत्री कार्यालय से दिए गए आदेशों की भी अनदेखी कर रही है.

पढे़ं- रुद्रपुर में स्कूल संचालक ने दिखाया रौद्र रूप, परिवहन अधिकारी से की हाथापाई, सीज गाड़ी भी ले गया

दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया की परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार और अफसरशाही हावी है. जिससे मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस के दावे पर सवाल खड़ा हो रहा है.

Intro:दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने आज एक प्रेस वार्ता में परिवहन विभाग में हो रही धांधलियों के बारे में वार्ता करते हुए बताया कि उनके द्वारा वर्ष 2006 से लगातार आरटीआई के माध्यम से भ्रष्टाचार को उजागर किया जा रहा है चाहे वह विक्रम के संबंध में हो या पुलिस द्वारा सिटी बसों को उत्पीड़न के बारे में साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय में भी इसकी शिकायत की जहां से राज्य सरकार को संबंधित विभाग में जांच के आदेश दिए! लेकिन विजय वर्धन डंडरियाल का आरोप है कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री कार्यालय से दिए गए आदेशों की भी अनदेखी कर रही है यहां तक कि आरटीओ विभाग यह तक बताने को राजी नहीं है कि कौन सा अधिकारी और विवाद पत्रों की जांच कर रहा है जिससे साफ पता चलता है कि सुबे के सीएम भले ही जीरो टॉलरेंस की बात कर रहे हैं वहीं विभागों में सरकार की हिला वाली के चलते भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है! Body:विजय डंडरियाल ने आरोप लगाया की देहरादून शहर में आरटीओ द्वारा सात सवारी+एक ड्राइवर वाहन, टाटा मैजिक वालों को ठेका परमिट कुछ टाटा मैजिक वाहनों को नियम के खिलाफ स्टेज कैरिज परमिट दिए गए थे जिसमें की विजय डंडरियाल द्वारा साक्ष्यों के साथ शिकायत करने पर प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा 22 मार्च 2017 को आदेशित जांच पत्र मुख्य सचिव उत्तराखंड सरकार को प्रेषित किया गया जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। और दूसरी 15 जनवरी 2018 को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा आदेशित जांच पत्र में पुलिस द्वारा मोटर मालिक का उत्पीड़न कर सिटी बस को 30 दिसंबर 2016 को नियम विरुद्ध सीज कर खड़ा किया हुआ है जो वर्तमान समय में भी पुलिस लाइन में खड़ी कबाड़ हो गई है।और उसके परिवार को बड़ी कठिनाइयों से गुजरना पड़ रहा है।इस मामले की शिकायत की गई है जिसमें प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश पत्र में मुख्य सचिव को जांच करने के लिए आदेशित किया गया लेकिन इस जांच का भी कुछ अता पता नहीं है। तीसरी शिकायत 19 नवंबर 2018 को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा आदेशित जांच पत्र में कहां गया था कि परिवार विभाग द्वारा 6 सवारी+ एक ड्राइवर को सात सवारी+एक ड्राइवरी में संस्तुति दी गई है जबकि भारत सरकार का संस्थान एआरएआई पुणे द्वारा बताया गया है कि 7 सवारी+एक ड्राइवर विक्रम वाहन को हमारे यहां से कोई सर्टिफिकेट स्वीकृति नहीं किया गया है इस जांच का भी कुछ अता पता नहीं है Conclusion:दून सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया की परिवहन विभाग भस्टाचार ओर अफसर हावी हो रखे हुए है,प्रधानमंत्री को 2017 में एक पत्र लिखा जिसमे उसमे जांच आई थी लेकिन उस पत्र का आज तक पता नही है साथ ही वह जांच कहा गई उसको भी ढाई साल हो गए है।दूसरे पत्र में मेरे द्वारा पुलिस के खिलाफ शिकायत की गई थी जिसमे 2018 में जांच के लिए प्रधानमंत्री से पत्र आया था इस जांच को डेढ़ साल होने को है इस जांच का कुछ अता पता नही है।तीसरे एक ओर भस्टाचार की संलिप्तता मालूम पता चली थी उसमें भी प्रधानमंत्री को पत्र भेजा गया था इस मे भी जांच के आदेश आये थे लेकिन इस जांच का भी आज तक पता नही चला।सरकार कहती है कि ज़ीरो टोरलेन्स की सरकार है और हम भस्टाचार को खत्म कर रहे है।लेकिन जब प्रधानमंत्री के पत्रों को ही रद्दी की टोकरी में डाला जा रहा है और किसी अधिकारी को यह नही पता कि कोनसी जांच कहा पर है।साथ ही इससे साफ नजर आता है की जांच के नाम पर सिर्फ हिला वाली हो रही है।और बार बार मुख्यमंत्री द्वारा कहा जाता है कि जीरो टोरलेन्स की सरकार लेकिन कही न कही प्रशन्न चिन्ह खड़ा होता है।

बाइट-विजय वर्धन डंडरियाल(अध्यक्ष, दून सिटी बस)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.