देहरादून: ऑनलाइन व्यापार (online business) के खिलाफ केमिस्ट एसोसिएशन (Uttarakhand Chemist Association) ने शुक्रवार 31 दिसंबर को महाबंद का ऐलान किया है. केमिस्ट एसोसिएशन को दून उद्योग व्यापार मंडल का भी समर्थन मिला है. बंद के साथ ही मार्च निकालकर ऑनलाइन कंपनियों का विरोध किया जाएगा. 31 दिसंबर को सभी व्यापारी देहरादून कांवली रोड पर एकत्रित होंगे और वहां से एक विशाल आक्रोश रैली के रूप में अनैतिक व्यापारिक नीतियों के विरोध में अपना आक्रोश प्रकट करेंगे और धरना देंगे.
दून उद्योग व्यापार मंडल की बैठक में व्यापारियों में प्रतिभाग किया और ये चर्चा की कि ऑनलाइन व्यापार से लोकल व्यापारियों का भारी नुकसान हो रहा है. इसके साथ ही 1 जनवरी 2022 से जीएसटी की प्रस्तावित दरें भी बढ़ रही हैं. दूसरी ओर प्रदेश सरकार को भी इससे कोई लाभ नहीं मिल रहा है, क्योंकि कंपनी जिस प्रदेश में स्थित है वो उसी हिसाब से जीएसटी उस प्रदेश को अदा करती है.
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निर्णय लिया कि ऑनलाइन व्यापार से हो रहे नुकसान के खिलाफ 31 दिसंबर को केमिस्ट व्यापारी, होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन और रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन देहरादून महाबंद रखेंगे और विरोध जाहिर करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि ये केमिस्ट व्यापार को उजाड़ने की MNC की साजिश हो रही है.
व्यापारियों की मांग है कि सरकार को कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे ऑनलाइन व्यापार पर रोक लगे और लोकल व्यापारी को स्वरोजगार मिले. इसके साथ ही प्रदेश के लोकल लोगों को रोजगार भी मिले. सरकार से ये मांग की गई कि तत्काल प्रभाव से ऑनलाइन व्यापार को बंद करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाए ताकि प्रदेश के लोकल लोगों को व्यापार करने और प्रदेश वासियों को ही रोजगार प्रदान करने का मौका मिल सके.
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होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव तनेजा ने बताया कि एसोसिएशन ने ड्रग कंट्रोल के उच्च अधिकारियों को ज्ञापन दिया है. ऑनलाइन व्यापार पर तुरंत रोक लगाने की मांग की गई है और ऐसा न होने पर सभी केमिस्ट व्यापारी बड़ा आंदोलन करने और आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं.