देहरादून: उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह से कोरोना के मामलों में बड़ी संख्या में बढ़ोतरी हुई है. जिसके बाद संक्रमण का खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है. खासकर राजधानी देहरादून में सबसे अधिक कोरोना के मामले सामने आने से आम से खास सभी लोग परेशान हैं. दूध उद्योग व्यापार मंडल वर्ग राजधानी में बाजार खोलने का समय बढ़ाने से काफी चिंतित नजर आ रहा है.
राजस्व के चलते जनता व व्यापारियों के जीवन से खिलवाड़ क्यों: व्यापारी
तेजी से बढ़ रहे कोरोना के आंकड़ों के बीच उत्तराखंड सरकार ने बाजारों को खोलने का समय सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे की बजाय बढ़ाकर शाम 7 बजे तक कर दिया है. सरकार के इस निर्णय से दून व्यापारी मंडल खास नाराज नजर आ रहा है. व्यापारियों के मुताबिक जहां एक तरफ हर दिन कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर सरकार अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए आमजन सहित व्यापारी वर्ग के जीवन से खिलवाड़ करने में तुली है.
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उत्तराखंड में बाजार खुलने के समय 30 मई शनिवार से 3 घंटे अधिक बढ़ाने के विरोध में दून व्यापार मंडल ने देहरादून जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. राजधानी सहित राज्य के कई व्यापार मंडलों का सहयोग मिलने के बाद दून उद्योग व्यापार मंडल ने सीएम से अपील करते हुए कहा है कि कोविड-19 संक्रमण जानलेवा बनता जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसके रोकथाम के लिए या तो देहरादून में 15 से 20 दिनों तक संपूर्ण लॉकडाउन कर दें या फिर बाजार खुलने के समय को पहले की ही तरह रखा जाए.
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बाजार खोलने व आवाजाही का समय बढ़ाना जरूरी था: डीजी
उधर बाजारों को खोलने का समय 3 घंटे अधिक बढ़ाने के संबंध में पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों का मानना है कि यह निर्णय कई तरह की व्यावहारिक समस्याओं के चलते लिया गया है. पुलिस ने भी अपनी ड्यूटी के दौरान बाजार और आवाजाही के समय में बढ़ोतरी को आवश्यक समझते हुए सरकार को इस संबंध में राय दी थी. ऐसे में सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक बाजार और सड़कों पर आवाजाही के समय पुलिस नियमों के तरह तय SOP को ध्यान में रखकर काम करेंगी.