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लॉकडाउन में बढ़े घरेलू हिंसा के मामले, जानें कुछ अनोखे कारण

लॉकडाउन के दौरान क्राइम का ग्राफ तेजी से नीचे आया है. हत्या, लूट, किडनैपिंग और दुष्कर्म जैसे मामलों में 80 से 85 फीसदी तक कमी आई है तो वहीं घरेलू हिंसा के मामले तेजी से बढ़े हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने यह जानने का प्रयास किया है कि आखिर ऐसा क्यों. देखिए ईटीवी भारत की खास पड़ताल.

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लॉकडाउन में बढ़ी घरेलू हिंसा
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Published : Apr 25, 2020, 7:00 PM IST

Updated : Apr 26, 2020, 7:49 PM IST

देहरादून: प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान पिछले एक महीने में जहां चोरी, हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों में 80 से 85 फीसदी अधिक की कमी देखने को मिल रही है तो वहीं पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर आई फोन कॉल्स के मुताबिक घरेलू हिंसा के मामलों में इजाफा हुआ है. हालांकि, अभी उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से मासिक अपराधों के आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं लेकिन 112 पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर ज्यादातर शिकायतें घरेलू हिंसा को लेकर आ रही हैं.

लॉकडाउन में बढ़े घरेलू हिंसा के मामले.

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी माना है कि लॉकडाउन के चलते सड़कों पर ट्रैफिक न होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है, जबकि लॉकडाउन के दौरान घरों में रहने के चलते लोगों की मानकित स्थिति बिगड़ी है, जिस कारण घरेलू हिंसा के मामले बढ़े हैं. लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में लोगों का ध्यान बंटा रहा. लगातार काम में व्यस्त रहने वाले लोगों को लंबे समय बाद परिवार के साथ पूरा समय बिताने को मिल रहा था तो विवाद कम हुए, लेकिन जैसे-जैसे समय बीता पति-पत्नी में झगड़े शुरू हो गये. समय बीतने के साथ ही काम व कमाई को लेकर तनाव बढ़ा होगा.

पुलिस हेल्पलाइन 112 नंबर में आयी शिकायतें

(22मार्च 2020 से 22 अप्रैल 2020)

अपराध पहलेअब
कॉल1.50 लाख2.50 लाख
एक्सीडेंट1 हजार90
चेन स्नेचिंग3510
साइबर क्राइम19544
चोरी590240
लूट151
किडनैप3804
आगजनी24621
अन्य अपराध9315548
झगड़े65404025
घरेलू हिंसा2675 2764

उत्तराखंड पुलिस की हेल्पलाइन नंबर 112 पर आई शिकायतों के आंकड़े इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि घरेलू हिंसा के मामलों में पहले के मुकाबले काफी इजाफा हुआ है. लॉकडाउन में घरेलू हिंसा के मामले क्यों बढ़े हैं इसको लेकर इटीवी भारत की टीम मनोवैज्ञानिक मुकुल शर्मा के पास पहुंची और उनसे घरेलू हिंसा के बढ़ रहे मामलों को लेकर सवाल जवाब किया.

पढ़ें- हारेगा कोरोना: उत्तराखंड में सैनेटाइजर की मात्रा पर्याप्त, रोजाना 50 लाख लीटर हो रहा उत्पादन

क्यों बढ़ी घरेलू हिंसा ?

मनोवैज्ञानिक मुकुल शर्मा के मुताबिक लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम हो रहा है. ऐसे में घर में पति की दखलंदाजी ज्यादा हो गई है. छोटी-छोटी बातों पर पति-पत्नी में विवाद हो जाता है. कई बार झगड़ा काम करने को लेकर होता है, तो कई बार टीवी पर मनपसंद टीवी चैनल देखने को लेकर. इसके साथ ही मुकुल शर्मा ने घरेलू हिंसा को लेकर सुझाव भी किया है.

घरेलू हिंसा बढ़ने का मुख्य कारण ?

  • लॉकडाउन में हो रहा वर्क फ्रॉम होम.
  • छोटी-छोटी बातों पर विवाद.
  • पत्नी को करना पड़ता है सारा काम.
  • पति का सारा दिन फोन या टीवी में व्यस्त रहना.
  • पत्नी का फोन पर लंबी बात करने पर झगड़ा.
  • टीवी के रिमोट पर कब्जे को लेकर झगड़ा.
  • पत्नी के देर से सोकर उठने पर झगड़ा.
  • पतियों को खाना पसंद न आने पर झगड़ा.
  • रोजाना नया खाना बनाने की मांग पर विवाद.
  • दिनभर काम करने के बावजूद पत्नी के काम में कमी निकालना.
  • देश में 7% मामलों में पति-पत्नी के रिश्ते सुधरे.

पढ़ें- जानें, क्या है प्लाज्मा थेरेपी और क्या कहते हैं विशेषज्ञ

मनोवैज्ञानिक डॉ. मुकुल शर्मा ने घरेलू हिंसा को लेकर कुछ सुझाव भी दिया है. उन्होंने लॉकडाउन उन पति-पत्नियों के लिए सबसे अच्छा बताया है जो किसी कारण से अलग-अलग रह रहे हैं. लॉकडाउन में पति-पत्नी साथ में रहे और मित्र की तरह करें व्यवहार करें.

मनोवैज्ञानिक डॉ. मुकुल शर्मा की सलाह

  • इस वक्त अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी साथ में रहें.
  • पति-पत्नी मित्र की तरह करें व्यवहार, एक-दूसरे को समझें.
  • पति घर के काम और किचन में मदद करें.
  • अगर पति सुबह जल्दी जग जाएं तो पत्नी को भी उठाएं.
  • पत्नी के कामों में ज्यादा दखलंदाजी न करें पति.
  • पत्नी भी दे पति को सम्मान.
  • आपस में प्यार से रहें दोनों.

कोरोना वायरस के कहर के चलते देश में 3 मई तक लॉकडाउन है. ऐसे में लोगों का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ रहा है. लगातार घरों में बैठे रहने के कारण लोगों में मानसिक तनाव की बढ़ रहा है. ऐसे में घरेलू हिंसा के मामले बढ़ना लाजमी है.

देहरादून: प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान पिछले एक महीने में जहां चोरी, हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों में 80 से 85 फीसदी अधिक की कमी देखने को मिल रही है तो वहीं पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर आई फोन कॉल्स के मुताबिक घरेलू हिंसा के मामलों में इजाफा हुआ है. हालांकि, अभी उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से मासिक अपराधों के आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं लेकिन 112 पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर ज्यादातर शिकायतें घरेलू हिंसा को लेकर आ रही हैं.

लॉकडाउन में बढ़े घरेलू हिंसा के मामले.

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी माना है कि लॉकडाउन के चलते सड़कों पर ट्रैफिक न होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है, जबकि लॉकडाउन के दौरान घरों में रहने के चलते लोगों की मानकित स्थिति बिगड़ी है, जिस कारण घरेलू हिंसा के मामले बढ़े हैं. लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में लोगों का ध्यान बंटा रहा. लगातार काम में व्यस्त रहने वाले लोगों को लंबे समय बाद परिवार के साथ पूरा समय बिताने को मिल रहा था तो विवाद कम हुए, लेकिन जैसे-जैसे समय बीता पति-पत्नी में झगड़े शुरू हो गये. समय बीतने के साथ ही काम व कमाई को लेकर तनाव बढ़ा होगा.

पुलिस हेल्पलाइन 112 नंबर में आयी शिकायतें

(22मार्च 2020 से 22 अप्रैल 2020)

अपराध पहलेअब
कॉल1.50 लाख2.50 लाख
एक्सीडेंट1 हजार90
चेन स्नेचिंग3510
साइबर क्राइम19544
चोरी590240
लूट151
किडनैप3804
आगजनी24621
अन्य अपराध9315548
झगड़े65404025
घरेलू हिंसा2675 2764

उत्तराखंड पुलिस की हेल्पलाइन नंबर 112 पर आई शिकायतों के आंकड़े इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि घरेलू हिंसा के मामलों में पहले के मुकाबले काफी इजाफा हुआ है. लॉकडाउन में घरेलू हिंसा के मामले क्यों बढ़े हैं इसको लेकर इटीवी भारत की टीम मनोवैज्ञानिक मुकुल शर्मा के पास पहुंची और उनसे घरेलू हिंसा के बढ़ रहे मामलों को लेकर सवाल जवाब किया.

पढ़ें- हारेगा कोरोना: उत्तराखंड में सैनेटाइजर की मात्रा पर्याप्त, रोजाना 50 लाख लीटर हो रहा उत्पादन

क्यों बढ़ी घरेलू हिंसा ?

मनोवैज्ञानिक मुकुल शर्मा के मुताबिक लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम हो रहा है. ऐसे में घर में पति की दखलंदाजी ज्यादा हो गई है. छोटी-छोटी बातों पर पति-पत्नी में विवाद हो जाता है. कई बार झगड़ा काम करने को लेकर होता है, तो कई बार टीवी पर मनपसंद टीवी चैनल देखने को लेकर. इसके साथ ही मुकुल शर्मा ने घरेलू हिंसा को लेकर सुझाव भी किया है.

घरेलू हिंसा बढ़ने का मुख्य कारण ?

  • लॉकडाउन में हो रहा वर्क फ्रॉम होम.
  • छोटी-छोटी बातों पर विवाद.
  • पत्नी को करना पड़ता है सारा काम.
  • पति का सारा दिन फोन या टीवी में व्यस्त रहना.
  • पत्नी का फोन पर लंबी बात करने पर झगड़ा.
  • टीवी के रिमोट पर कब्जे को लेकर झगड़ा.
  • पत्नी के देर से सोकर उठने पर झगड़ा.
  • पतियों को खाना पसंद न आने पर झगड़ा.
  • रोजाना नया खाना बनाने की मांग पर विवाद.
  • दिनभर काम करने के बावजूद पत्नी के काम में कमी निकालना.
  • देश में 7% मामलों में पति-पत्नी के रिश्ते सुधरे.

पढ़ें- जानें, क्या है प्लाज्मा थेरेपी और क्या कहते हैं विशेषज्ञ

मनोवैज्ञानिक डॉ. मुकुल शर्मा ने घरेलू हिंसा को लेकर कुछ सुझाव भी दिया है. उन्होंने लॉकडाउन उन पति-पत्नियों के लिए सबसे अच्छा बताया है जो किसी कारण से अलग-अलग रह रहे हैं. लॉकडाउन में पति-पत्नी साथ में रहे और मित्र की तरह करें व्यवहार करें.

मनोवैज्ञानिक डॉ. मुकुल शर्मा की सलाह

  • इस वक्त अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी साथ में रहें.
  • पति-पत्नी मित्र की तरह करें व्यवहार, एक-दूसरे को समझें.
  • पति घर के काम और किचन में मदद करें.
  • अगर पति सुबह जल्दी जग जाएं तो पत्नी को भी उठाएं.
  • पत्नी के कामों में ज्यादा दखलंदाजी न करें पति.
  • पत्नी भी दे पति को सम्मान.
  • आपस में प्यार से रहें दोनों.

कोरोना वायरस के कहर के चलते देश में 3 मई तक लॉकडाउन है. ऐसे में लोगों का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ रहा है. लगातार घरों में बैठे रहने के कारण लोगों में मानसिक तनाव की बढ़ रहा है. ऐसे में घरेलू हिंसा के मामले बढ़ना लाजमी है.

Last Updated : Apr 26, 2020, 7:49 PM IST
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