देहरादून: कोरोना के चलते देश भर में लगे लॉकडाउन के बाद एकाएक पारिवारिक कलह जैसे घरेलू अपराधों में इजाफा हुआ है. राजधानी देहरादून के पुलिस महिला काउंसिल सेल के आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं. महिलाओं से जुड़े गृह क्लेश, मारपीट, दहेज उत्पीड़न, नाजायज सम्बंध व तलाक जैसे तमाम घरेलू अपराधिक मामलों में विगत वर्षों की तुलना में इस साल 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.
इस वर्ष 2021 में जनवरी से 23 जुलाई तक 1000 से ज्यादा मामले केवल राजधानी देहरादून के महिला पुलिस हेल्पलाइन काउंसिल सेल में दर्ज किए गए हैं. वहीं, इन शिकायतों में सबसे बड़ी बात यह निकल कर आ रही है कि कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते पति की नौकरी छूटने के अलावा काम-धंधे चौपट होने और रोजगार के तमाम संसाधन बाधित होने के चलते घर में जो आर्थिक तंगी आई है, उसके चलते गृह क्लेश के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है.
पढ़ें- ग्राउंड रिपोर्ट: उत्तरकाशी के आपदाग्रस्त गांवों में पटरी पर आ रही जिंदगानी
ऐसे में लॉकडाउन के दौरान रोजगार के तमाम साधन छूट जाने के कारण समय से बच्चों की फीस न भर पाना. घर चलाने का खर्च पूरा न हो पाना जैसी अन्य शिकायतें आर्थिक तंगी के कारण घरेलू हिंसा में परिवर्तित होती नजर आयी हैं.
पढ़ें- PCC चीफ बनने के बाद राहुल गांधी से पहली बार मिले गणेश गोदियाल, भेंट किया पौधा
महिला पुलिस काउंसलिंग सेल के मुताबिक सबसे अधिक शिकायतें निम्न वर्ग से लेकर मध्यम वर्गीय लोगों की दर्ज हो रही हैं. हालांकि हायर क्लास में भी पारिवारिक कलह से जुड़े अपराध कम नहीं हैं. 1 जनवरी 2021 से 23 जुलाई 2021 तक दर्ज शिकायतें पर नजर डालें तो इस दौरान 1000 से ज्यादा शिकायतें आईं. इनमेंं 51 मामलों में अभी तक दोनों पक्षों में समझौता कराया गया है. 1 मामला काउंसलिंग से कोर्ट भेजा गया है. 44 मामले थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए भेजे गए हैं. 46 मामले किसी कमी के कारण बंद किए गए हैं. 284 मामलों में महिला काउंसलिंग सेल से समझौता कराया गया है. 574 मामले महिला काउंसलिंग सेल में लंबित चल रहे हैं.
पढ़ें- कांग्रेस में शुरू हुआ गणेश 'राज', बनाये गये प्रदेश अध्यक्ष
देहरादून महिला काउंसलिंग सेल के मुताबिक 2 महीने से लेकर विवाह के 6 महीने तक के नवविवाहित मामलों में 40 फीसदी से अधिक शिकायतों के प्रार्थना पत्र काउंसलिंग सेल को मिले हैं. इसमें आपसी मनमुटाव, मारपीट, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न जैसे मामले सामने आए हैं. इतना ही नहीं 25 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक विवाहित जीवन के मामलों में भी 30 फीसदी से अधिक शिकायतों में बढ़ोत्तरी सामने आई है. इसमें काफी मामले उम्र दराज पति होने के बावजूद पहली पत्नी को छोड़ दूसरी शादी के भी सामने आ रहे हैं.
पढ़ें- हरदा ने चुनाव से पहले दिखाया 'पावर गेम', कांग्रेस के बनेंगे तारणहार!
देहरादून पुलिस महिला काउंसलिंग सेल की मानें तो कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते लोगों के नौकरी, रोजगार, व्यापार जैसे काम-धंधे चौपट होने के कारण घरेलू विवाद, मारपीट, गृह क्लेश जैसे तमाम मामलों में जबरदस्त तेजी आई है. नौकरी, काम-धंधा बंद होने के बावजूद पति के बाहर से शराब पीकर आकर घर में मारपीट, उत्पीड़न जैसे मामले पहले के मुकाबले बढ़े हैं. वहीं, आर्थिक बदहाली के चलते बच्चों की फीस, घर का खर्चा जैसे आर्थिक तंगी में हर समुदाय वर्ग के लोगों की शिकायतें प्राप्त हुई हैं.
पढ़ें- नए नेता विपक्ष प्रीतम बोले- हरीश रावत नहीं CM चेहरा, सामूहिक रूप से लड़ेंगे चुनाव
देहरादून महिला काउंसलिंग सेल के प्रभारी बीएल भारती के अनुसार बीते 28 अप्रैल 2021 को कोरोना कर्फ्यू के चलते महिला काउंसलिंग सेल को बंद कर दिया गया था. ऐसे में जब 4 जून 2021 को अनलॉक प्रक्रिया के तहत काउंसलिंग सेल को खोला गया तो पोस्ट मास्टर द्वारा फोन करके बताया गया कि महिला काउंसलिंग सेल बंद होने से उनसे सम्बंधित इतनी डाक पेंडिंग चल रही हैं कि बताया नहीं जा सकता. ऐसे में मात्र 1 महीने कोरोना कर्फ्यू में 200 से अधिक शिकायती प्रार्थना पत्र महिला काउंसलिंग सेल को डाक द्वारा भेजे गए. जिनकी डिलीवरी 4 जून 2021 को महिला काउंसलिंग सेल कार्यालय खुलने के बाद की गई.