देहरादून: राजधानी देहरादून के चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित डोईवाला विधानसभा क्षेत्र में 50 करोड़ 24 लाख की लागत से सूर्यधार बांध का निर्माण किया जा रहा है. बांध का निर्माण कार्य आखिरी चरण में चल रहा है. बांध के बनने के बाद इसके आस-पास मौजूद पिछड़े ग्रामीण क्षेत्र का कायापलट होने की उम्मीद जताई जा रही है. ईटीवी भारत की टीम बांध निर्माण कार्य पर पहुंची और निर्माण कार्य का जायजा लिया.
50 करोड़ की लागत से बन रहा है सूर्यधार बांध
सूर्यधार बांध का निर्माण कर रहे कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डीके सिंह ने बताया कि बांध का निर्माण 90 फीसदी पूरा हो चुका है. केवल 10 फीसदी काम बचा है जो नवंबर तक पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि बांध के निर्माण में कई तरह की चुनौतियों का उन्होंने सामना किया. बांध निर्माण के समय अलग-अलग तरह के भू-कटाव का ट्रीटमेंट किया गया है, साथ ही निर्माण में कई तरह की नई तकनीक भी इस्तेमाल में लायी गई है.
पर्यटन, सिंचाई और पेयजल के क्षेत्र में होगा फायदा
सूर्यधार झील बनने के बाद इसके आस-पास मौजूद तकरीबन दर्जन भर से ज्यादा गांवों में विकास की उम्मीद जताई जा रही है. प्रकृति के गोद में बनने जा रही झील के कारण यहां के आस-पास की पारिस्थितिक तंत्र को पर्यटन, सिंचाई और पेयजल के माध्यम से मजबूती मिलेगी.
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डीके सिंह साहब ने बताया कि बांध का निर्माण अगस्त महीने में पूरा किया जाना था, लेकिन कोविड-19 और मानसून की दुश्वारियां के बीच काम में व्यवधान आता रहा है.
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वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि यह बेहद पिछड़ा हुआ क्षेत्र है. आज तक किसी भी सरकार द्वारा इस क्षेत्र के लोगों की सुध नहीं ली. आजादी के इतने सालों बाद भी आज देहरादून से इतने नजदीक होने के बावजूद भी इन लोगों की जिंदगी बेहद मुश्किल है. लोगों को भी उम्मीद है कि सूर्यधार बांध निर्माण के बाद शायद उन लोगों की भी तस्वीर बदल जाएगी.