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देशभर के तमाम एम्स और मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों की होगी चारधाम में तैनाती, केंद्र से मिला भरोसा - चारधाम यात्रा

उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2023 में डॉक्टरों की कमी नहीं होने दी जाएगी. इसके लिए केंद्र से भी राज्य सरकार को सहयोग मिल रहा है. उत्तराखंड चारधाम में इस बार देश भर के मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों और नर्सिग स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाएगी.

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Published : Mar 31, 2023, 9:56 PM IST

देहरादून: आगामी 22 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2023 का आगाज हो जाएगा. पिछले साल की घटनाओं से सबक लेते हुए उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग इस बार पहले से ज्यादा चुस्त दुस्त नजर आ रहा है. स्वास्थ्य विभाग पूरे दमखम के साथ चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है. सरकार की पूरी कोशिश है कि इस बार यात्रा मार्ग पर किसी भी तरह से डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कमी न हो.

उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग भी न सिर्फ चारधाम यात्रा रूटों पर हेल्थ एटीएम लगा रहा है, बल्कि चारधाम यात्रा के दौरान डॉक्टरों की कमी न हो इसके लिए देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों और एम्स के फैकल्टी और ट्रेनिंग कर रहे डॉक्टरों की भी तैनाती करने जा रहा है. इसके लिए केंद्र सरकार ने सहमति जताते हुए निर्देश भी दिए हैं. लिहाजा अब राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि चारधाम यात्रा रूटों पर फैकल्टी और डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी.
पढ़ें- केदारनाथ में भारी बर्फबारी से बढ़ी मुश्किल, यात्रा मार्ग पर बिछी सफेद चादर

वहीं, ज्यादा जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि सभी एम्स और मेडिकल कॉलेजों की जो फैकल्टी और डॉक्टर्स है, उनमें से अच्छे फैकल्टी और डॉक्टरों को चारधाम में तैनात करने के लिए भारत सरकार ने कहा है. लिहाजा इस बार चारधाम की यात्रा के दौरान डॉक्टरों की कोई कमी नहीं रहेगी. साथ ही कहा कि हेल्थ एटीएम की कोई योजना नहीं है, लेकिन सीएसआर फंड के माध्यम से उन्हें 50 हेल्थ एटीएम प्राप्त हुए हैं, जिन्हें चारधाम यात्रा रूट पर लगाया जाएगा. हेल्थ एटीएम की खासियत यह है कि मौके पर ही श्रद्धालुओं और यात्रियों के ब्लड की जांच की जा सकेंगी.

बता दें कि पिछली बार चारधाम में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में कई लोगों ने अपनी जान गवाई थी, जिसको लेकर सरकार की किरकिरी भी हुई थी. चारधाय या फिर रूट पर सबसे ज्यादा मौत का कारण आक्सीजन की कमी और हार्ट अटैक था. विपक्ष ने तब सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उन्हीं सब बातों से सबक लेते हुए इस बार सरकार चारधाम यात्रा 2023 में कोई कमी नहीं रखना चाहती है. सरकार का प्रयास है कि चारधाम और यात्रा रूट पर श्रद्धालुओं का हर तरह की सुविधा मिले.

गौरतलब हो कि इस बार चारधाम यात्रा की तैयारियों में मौसम सबसे बड़ा रोडा बन रहा है. चारधाम में बीते कुछ दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे चारधाम की तैयारी प्रभावित हो रही है.

देहरादून: आगामी 22 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2023 का आगाज हो जाएगा. पिछले साल की घटनाओं से सबक लेते हुए उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग इस बार पहले से ज्यादा चुस्त दुस्त नजर आ रहा है. स्वास्थ्य विभाग पूरे दमखम के साथ चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है. सरकार की पूरी कोशिश है कि इस बार यात्रा मार्ग पर किसी भी तरह से डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कमी न हो.

उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग भी न सिर्फ चारधाम यात्रा रूटों पर हेल्थ एटीएम लगा रहा है, बल्कि चारधाम यात्रा के दौरान डॉक्टरों की कमी न हो इसके लिए देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों और एम्स के फैकल्टी और ट्रेनिंग कर रहे डॉक्टरों की भी तैनाती करने जा रहा है. इसके लिए केंद्र सरकार ने सहमति जताते हुए निर्देश भी दिए हैं. लिहाजा अब राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि चारधाम यात्रा रूटों पर फैकल्टी और डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी.
पढ़ें- केदारनाथ में भारी बर्फबारी से बढ़ी मुश्किल, यात्रा मार्ग पर बिछी सफेद चादर

वहीं, ज्यादा जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि सभी एम्स और मेडिकल कॉलेजों की जो फैकल्टी और डॉक्टर्स है, उनमें से अच्छे फैकल्टी और डॉक्टरों को चारधाम में तैनात करने के लिए भारत सरकार ने कहा है. लिहाजा इस बार चारधाम की यात्रा के दौरान डॉक्टरों की कोई कमी नहीं रहेगी. साथ ही कहा कि हेल्थ एटीएम की कोई योजना नहीं है, लेकिन सीएसआर फंड के माध्यम से उन्हें 50 हेल्थ एटीएम प्राप्त हुए हैं, जिन्हें चारधाम यात्रा रूट पर लगाया जाएगा. हेल्थ एटीएम की खासियत यह है कि मौके पर ही श्रद्धालुओं और यात्रियों के ब्लड की जांच की जा सकेंगी.

बता दें कि पिछली बार चारधाम में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में कई लोगों ने अपनी जान गवाई थी, जिसको लेकर सरकार की किरकिरी भी हुई थी. चारधाय या फिर रूट पर सबसे ज्यादा मौत का कारण आक्सीजन की कमी और हार्ट अटैक था. विपक्ष ने तब सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उन्हीं सब बातों से सबक लेते हुए इस बार सरकार चारधाम यात्रा 2023 में कोई कमी नहीं रखना चाहती है. सरकार का प्रयास है कि चारधाम और यात्रा रूट पर श्रद्धालुओं का हर तरह की सुविधा मिले.

गौरतलब हो कि इस बार चारधाम यात्रा की तैयारियों में मौसम सबसे बड़ा रोडा बन रहा है. चारधाम में बीते कुछ दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे चारधाम की तैयारी प्रभावित हो रही है.

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