देहरादूनः उत्तराखंड पुलिस की STF (Special Task Force) विंग ने पिछले दिनों 360 करोड़ से अधिक के देश के सबसे बड़े साइबर क्राइम धोखाधड़ी का खुलासा किया था. तब से लगातार एसटीएफ इस मामले में नए-नए खुलासे कर रही है. साथ ही इस इंटरनेशनल गिरोह से जुड़े सदस्यों की धरपकड़ की जा रही है.
इसी क्रम में उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने कर्नाटक, दिल्ली जैसे कई राज्यों के पुलिस प्रमुखों को पत्र लिखा है. डीजीपी द्वारा लिखे गए पत्र में संबंधित प्रदेशों के पुलिस प्रमुख से जानकारी साझा करने व हर तरह से आपसी सामंजस्य बनाकर इस इंटरनेशनल साइबर क्राइम गिरोह की धरपकड़ प्रभावी रूप से करने का आग्रह किया गया है.
बता दें कि पिछले दिनों खुलासा हुए इंटरनेशनल साइबर गिरोह (पावर बैंक एप) के तार दिल्ली, कर्नाटक, बेंगलुरु जैसे तमाम अन्य राज्यों के साइबर अपराधियों से जुड़े पाए गए हैं. इसी के चलते उत्तराखंड डीजीपी की ओर से प्रथम पहल करते हुए संबंधित राज्यों के पुलिस प्रमुख को पत्र लिखा गया है.
उत्तराखंड STF SSP अन्य राज्यों के STF को देंगे जानकारी
पुलिस मुख्यालय प्रशासन के मुताबिक जिन-जिन राज्यों से पावर बैंक एप के जरिए धोखाधड़ी के तार जुड़े हुए हैं, उन राज्यों के साथ मिलकर उत्तराखंड पुलिस इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह के खिलाफ आगे की कार्रवाई करेगी. इसके लिए कई राज्यों की STF को उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी इस गिरोह के खुलासे से जुड़ी इंटरनल जानकारी और प्रगति रिपोर्ट साझा करेंगे. ताकि संबंधित राज्यों की एसटीएफ से मिलकर आगे राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी कार्रवाई की जा सके.
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बता दें कि चीनी पावर बैंक एप के जरिए देश के सबसे बड़े 360 करोड़ से अधिक के साइबर धोखाधड़ी घोटाले का खुलासा सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस STF टीम ने किया है. उसी के उपरांत अब अन्य राज्यों की STF भी कार्रवाई में जुटी है.
कर्नाटक और दिल्ली पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
इस मामले में अपर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार का कहना है कि जिस तरह से उत्तराखंड एसटीएफ ने देश के सबसे बड़े साइबर क्राइम अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. ऐसे में उत्तराखंड के साथ-साथ अब कर्नाटक और दिल्ली की पुलिस भी इस इंटरनेशनल गिरोह के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
इसी के दृष्टिगत उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक द्वारा उन राज्यों से भी तकनीकी और स्मार्ट पुलिसिंग के तहत संयुक्त रूप से कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है जहां से गिरोह के सदस्यों के तार जुड़े हुए हैं. ताकि जल्द ही इस अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह के पूरे नेटवर्क को सलाखों के पीछे भेजा जा सके.
उत्तराखंड के थानों में दर्ज होंगे साइबर क्राइम के मामले
देश के कई राज्यों के साथ-साथ उत्तराखंड में भी तेजी से उभरता साइबर अपराध मकड़जाल की तरह फैलता जा रहा है. ऐसे में जल्द ही उत्तराखंड के सभी 160 थानों में साइबर क्राइम पुलिस की तकनीकी टीम तैयार कर सभी थानों में साइबर अपराध से जुड़े मामले दर्ज किए जाएंगे. अभी तक राजधानी देहरादून के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में राज्यभर के साइबर क्राइम से जुड़े मामले तकनीकी रूप से कार्रवाई के लिए स्थानांतरण होते हैं.
हालांकि साल 2020 में कुमाऊं परिक्षेत्र के साइबर क्राइम मामलों के निस्तारण के लिए हल्द्वानी में भी राज्य का दूसरा साइबर पुलिस स्टेशन खोला गया है.