ETV Bharat / state

प्रदेश में दिखने लगा कोरोना कर्फ्यू का असर, करीब तीन लाख लोगों पर हुई कार्रवाई: DGP

प्रदेश में दिखने लगा कोरोना कर्फ्यू का असर दिखने लगा है. कोविड को मामले में कमी देखी गई है. इसीलिए सरकार ने कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने का फैसला लिया है.

DGP Ashok Kumar
DGP Ashok Kumar
author img

By

Published : May 19, 2021, 5:30 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने कोविड कर्फ्यू को अगले एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है. वहीं कोविड कर्फ्यू को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने जो सख्ती दिखाई है, उसका असर भी दिखने लगा है. प्रदेश में रोज सामने आने वाले आंकड़ों में कमी देखी गई है. इस बारे में उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि कोविड कर्फ्यू का असर दिखने लगा है. इसीलिए इसे एक हफ्ते के लिए बढ़ाया है.

डीजीपी अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में जो इस साल 24 मार्च से चल रही है यानी कि इसे आज पौने तीन महीने हो गए है. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है.

पढ़ें- हरिद्वार कुंभ पर राजनीति ठीक नहीं, टूलकिट फैला रही प्रोपेगेंडा: अवधेशानंद गिरि

तीन लाख लोगों पर हुई कार्रवाई

डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक पुलिस ने एक लाख 24 हजार लोगों के मास्क नहीं पहनने पर चालान किए है. वहीं एक लाख 64 हजार लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने का चालान किया है. आठ हजार से ज्यादा चालान पुलिस एक्ट में किए गए है. 800 से अधिक लोगों पर एफआईआर की गई है. इस तरह कुछ देखा जाए तो करीब 2 लाख 99 हजार लोगों पर कार्रवाई हुई है. उत्तराखंड एक छोटा राज्य है, लेकिन तीन लाख के करीब जो कार्रवाई हुई है, इससे पता चलता है कि लोग अभी कोरोना को खतरे को समझ नहीं रहे है और लापरवाही बरत रहे है.

अभी भी खतरें को नहीं समझ रहे लोग

डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ये वो समय जब जनता को खुद ही कर्फ्यू लगा देना चाहिए और पुलिस को सड़कों पर उतारने की जरूरत नहीं थी. अभी भी कुछ लोग ऐसे है, जो न तो मास्क पहन रहे है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे है. ऐसे व्यक्ति खुद के साथ दूसरों के लिए भी खतरा बन रहे है. इसी की वजह से फोर्स की जरूरत पड़ती है. अभीतक पुलिस ने चार करोड़ 89 लाख रुपए जुर्माना वसूला है.

पढ़ें- बच्चों के दुश्मन MIS-c की उत्तराखंड में दस्तक, अब तक 30 मामले, सुनिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

बॉर्डर पर भी सख्ती जारी

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि बाहरी राज्यों को लोगों के लिए पहले ही नियम बनाया गया है कि वे आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट लेकर ही आएंगे और साथ उत्तराखंड पोर्टल पर रजिस्टेशन कर भी आएंगे. इसके बावजूद आप सोच सकते है कि 17 मई के डाटा में 2,834 लोगों को बॉर्डर से वापस किया है. लोगों को इस बारे में जागरूक होने की जरूरत है. अगर आप किसी अन्य प्रदेश से उत्तराखंड आ रहे है तो आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर जरूर आए.

पुलिस की चुनौतियां

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इस समय पुलिस के सामने काफी चुनौतियां हैं. इसके जुड़े हुए कुछ वीडियो भी वायरल होते हुए देखे होंगे, खासकर लड़कियों से जुड़ हुए है. पुलिस शालीनता के साथ अपनी ड्यूटी कर रही है, लोगों को रोकने का प्रयास कर रही है और वो कह रही है कि पुलिस उन्हें तंग कर रही है. ये सब भी पुलिस के सामने होता है. फिर भी पुलिस को संयम से काम लेने को कहा है, लेकिन सख्ती के साथ.

पढ़ें- अगर आप भी ले रहे हैं बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां, तो पढ़िए ये रिपोर्ट

मिशन हौसला

कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए उत्तराखंड पुलिस ने मिशन हौसला शुरू किया है. इस बारे में डीजीपी ने बताया कि उनके पास सबसे ज्यादा मैसेज दवाई को लेकर आ रहे हैं. हालांकि राशन और अन्य कामों के लिए लोग सहायत मांग रहे हैं. एक समय था जब सबसे ज्यादा मैसेज ऑक्सीजन के लिए आए थे. हालांकि अब कम हो गया है. कुल मिलाकर देखा जाए तो रोज एक हजार लोग कोविड के मामलों में ही हेल्प करने के लिए बोल रहे है. बाकी दूसरी चीजें अलग हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने कोविड कर्फ्यू को अगले एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है. वहीं कोविड कर्फ्यू को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने जो सख्ती दिखाई है, उसका असर भी दिखने लगा है. प्रदेश में रोज सामने आने वाले आंकड़ों में कमी देखी गई है. इस बारे में उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि कोविड कर्फ्यू का असर दिखने लगा है. इसीलिए इसे एक हफ्ते के लिए बढ़ाया है.

डीजीपी अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में जो इस साल 24 मार्च से चल रही है यानी कि इसे आज पौने तीन महीने हो गए है. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है.

पढ़ें- हरिद्वार कुंभ पर राजनीति ठीक नहीं, टूलकिट फैला रही प्रोपेगेंडा: अवधेशानंद गिरि

तीन लाख लोगों पर हुई कार्रवाई

डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक पुलिस ने एक लाख 24 हजार लोगों के मास्क नहीं पहनने पर चालान किए है. वहीं एक लाख 64 हजार लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने का चालान किया है. आठ हजार से ज्यादा चालान पुलिस एक्ट में किए गए है. 800 से अधिक लोगों पर एफआईआर की गई है. इस तरह कुछ देखा जाए तो करीब 2 लाख 99 हजार लोगों पर कार्रवाई हुई है. उत्तराखंड एक छोटा राज्य है, लेकिन तीन लाख के करीब जो कार्रवाई हुई है, इससे पता चलता है कि लोग अभी कोरोना को खतरे को समझ नहीं रहे है और लापरवाही बरत रहे है.

अभी भी खतरें को नहीं समझ रहे लोग

डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ये वो समय जब जनता को खुद ही कर्फ्यू लगा देना चाहिए और पुलिस को सड़कों पर उतारने की जरूरत नहीं थी. अभी भी कुछ लोग ऐसे है, जो न तो मास्क पहन रहे है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे है. ऐसे व्यक्ति खुद के साथ दूसरों के लिए भी खतरा बन रहे है. इसी की वजह से फोर्स की जरूरत पड़ती है. अभीतक पुलिस ने चार करोड़ 89 लाख रुपए जुर्माना वसूला है.

पढ़ें- बच्चों के दुश्मन MIS-c की उत्तराखंड में दस्तक, अब तक 30 मामले, सुनिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

बॉर्डर पर भी सख्ती जारी

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि बाहरी राज्यों को लोगों के लिए पहले ही नियम बनाया गया है कि वे आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट लेकर ही आएंगे और साथ उत्तराखंड पोर्टल पर रजिस्टेशन कर भी आएंगे. इसके बावजूद आप सोच सकते है कि 17 मई के डाटा में 2,834 लोगों को बॉर्डर से वापस किया है. लोगों को इस बारे में जागरूक होने की जरूरत है. अगर आप किसी अन्य प्रदेश से उत्तराखंड आ रहे है तो आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर जरूर आए.

पुलिस की चुनौतियां

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इस समय पुलिस के सामने काफी चुनौतियां हैं. इसके जुड़े हुए कुछ वीडियो भी वायरल होते हुए देखे होंगे, खासकर लड़कियों से जुड़ हुए है. पुलिस शालीनता के साथ अपनी ड्यूटी कर रही है, लोगों को रोकने का प्रयास कर रही है और वो कह रही है कि पुलिस उन्हें तंग कर रही है. ये सब भी पुलिस के सामने होता है. फिर भी पुलिस को संयम से काम लेने को कहा है, लेकिन सख्ती के साथ.

पढ़ें- अगर आप भी ले रहे हैं बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां, तो पढ़िए ये रिपोर्ट

मिशन हौसला

कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए उत्तराखंड पुलिस ने मिशन हौसला शुरू किया है. इस बारे में डीजीपी ने बताया कि उनके पास सबसे ज्यादा मैसेज दवाई को लेकर आ रहे हैं. हालांकि राशन और अन्य कामों के लिए लोग सहायत मांग रहे हैं. एक समय था जब सबसे ज्यादा मैसेज ऑक्सीजन के लिए आए थे. हालांकि अब कम हो गया है. कुल मिलाकर देखा जाए तो रोज एक हजार लोग कोविड के मामलों में ही हेल्प करने के लिए बोल रहे है. बाकी दूसरी चीजें अलग हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.