ETV Bharat / state

दारोगा भर्ती घोटाला: CBI कोर्ट में दर्ज हुए डीजीपी अनिल रतूड़ी के बयान - उत्तराखंड दारोगा भर्ती घोटा

उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2002-03 में 253 दारोगाओं की सीधी भर्ती हुई थी, जिसमें कई तरह की गड़बड़ी और घोटाले की बात सामने आई, जिस पर सरकार ने विभागीय जांच करवाई. जिसके बाद ये केस सीबीआई को सौंप दिया गया. अब इस मामले में वर्तमान डीजीपी अनिल रतूड़ी के बयान दर्ज किए गए हैं.

दारोगा भर्ती घोटाला.
author img

By

Published : Aug 31, 2019, 11:11 AM IST

Updated : Aug 31, 2019, 11:44 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड दारोगा भर्ती घोटाला प्रकरण में सीबीआई कोर्ट में वर्तमान डीजीपी अनिल रतूड़ी के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. वहीं, 253 दारोगाओं की भर्ती में हुए इस घोटाले में अब तक 36 लोगों की कोर्ट में गवाही हो चुकी है. इसके साथ ही शनिवार और सोमवार को भी कोर्ट में डीजीपी के बयान दर्ज हो सकते हैं.

साल 2002-03 में 253 दारोगाओं की भर्ती में घोटाले का प्रकरण सामने आया था. इस मामले में अब तक 36 लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं. वहीं, वर्तमान डीजीपी की गवाही कोर्ट में सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है. हालांकि, शनिवार और सोमवार को भी डीजीपी के कोर्ट में कुछ और बयान दर्ज हो सकते हैं. साथ ही सीबीआई इस प्रकरण में कुछ और लोगों की कोर्ट में गवाही करा सकती है.

उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2002-03 में 253 दारोगाओं की सीधी भर्ती हुई थी, जिसमें कई तरह की गड़बड़ी और घोटाले की बात सामने आई, जिस पर सरकार ने विभागीय जांच करवाई. जांच से संतुष्ट न होने पर ये प्रकरण सीबीआई को सौंपा गया. वहीं, सीबीआई ने इस मामले की जांच करने के बाद 2014 में पूर्व डीजीपी पी डी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल सहित अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी.

ये भी पढ़ें: दून की सब्जी मंडियों का होगा कायाकल्प, आधुनिक शौचालय और रेस्ट रूम से होंगी सुसज्जित

सीबीआई जांच में यह जानकारी सामने आई कि इस भर्ती में कई दरोगा अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाकर उन्हें नौकरी देने का घोटाला किया गया. हालांकि, बाद में घोटाले के कुछ सबूत सामने आने के बाद 7 दारोगाओं को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था.

जानकारी के मुताबिक, साल 2002-03 में हुए दारोगा भर्ती घोटाले के दौरान वर्तमान पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी उस समय पुलिस मुख्यालय में डीआईजी कार्मिक के पद पर कार्यरत थे. लिहाजा इस घोटाले के संबंध में कुछ विशेष जानकारी जुटाने को लेकर उनको भी सीबीआई कोर्ट में शुक्रवार गवाही देने के लिए हाजिर होना पड़ा.

देहरादून: उत्तराखंड दारोगा भर्ती घोटाला प्रकरण में सीबीआई कोर्ट में वर्तमान डीजीपी अनिल रतूड़ी के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. वहीं, 253 दारोगाओं की भर्ती में हुए इस घोटाले में अब तक 36 लोगों की कोर्ट में गवाही हो चुकी है. इसके साथ ही शनिवार और सोमवार को भी कोर्ट में डीजीपी के बयान दर्ज हो सकते हैं.

साल 2002-03 में 253 दारोगाओं की भर्ती में घोटाले का प्रकरण सामने आया था. इस मामले में अब तक 36 लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं. वहीं, वर्तमान डीजीपी की गवाही कोर्ट में सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है. हालांकि, शनिवार और सोमवार को भी डीजीपी के कोर्ट में कुछ और बयान दर्ज हो सकते हैं. साथ ही सीबीआई इस प्रकरण में कुछ और लोगों की कोर्ट में गवाही करा सकती है.

उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2002-03 में 253 दारोगाओं की सीधी भर्ती हुई थी, जिसमें कई तरह की गड़बड़ी और घोटाले की बात सामने आई, जिस पर सरकार ने विभागीय जांच करवाई. जांच से संतुष्ट न होने पर ये प्रकरण सीबीआई को सौंपा गया. वहीं, सीबीआई ने इस मामले की जांच करने के बाद 2014 में पूर्व डीजीपी पी डी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल सहित अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी.

ये भी पढ़ें: दून की सब्जी मंडियों का होगा कायाकल्प, आधुनिक शौचालय और रेस्ट रूम से होंगी सुसज्जित

सीबीआई जांच में यह जानकारी सामने आई कि इस भर्ती में कई दरोगा अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाकर उन्हें नौकरी देने का घोटाला किया गया. हालांकि, बाद में घोटाले के कुछ सबूत सामने आने के बाद 7 दारोगाओं को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था.

जानकारी के मुताबिक, साल 2002-03 में हुए दारोगा भर्ती घोटाले के दौरान वर्तमान पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी उस समय पुलिस मुख्यालय में डीआईजी कार्मिक के पद पर कार्यरत थे. लिहाजा इस घोटाले के संबंध में कुछ विशेष जानकारी जुटाने को लेकर उनको भी सीबीआई कोर्ट में शुक्रवार गवाही देने के लिए हाजिर होना पड़ा.

Intro:Summary-उत्तराखंड दरोगा भर्ती घोटाले प्रकरण में सीबीआई कोर्ट में दर्ज हुए वर्तमान डीजीपी के बयान, शनिवार और सोमवार को भी होंगे कोर्ट में डीजीपी के बयान दर्ज हो सकते हैं,वर्ष 2002 -03 में हुआ था 253 दारोगाओं की भर्ती में घोटाला, अब तक 36 लोगों की हो चुकी है कोर्ट में गवाही, वर्तमान डीजीपी की गवाही मामले में सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है।


उत्तराखंड पुलिस विभाग में वर्ष 2002-03 दरोगा भर्ती घोटाले मामले में शुक्रवार देहरादून सीबीआई कोर्ट में वर्तमान बीजेपी अनिल कुमार रतूड़ी के बयान दर्ज किए गए.. 253 दरोगा ओं की भर्ती में हुए इस घोटाले में अब तक 36 लोगों की कोर्ट में गवाही हो चुकी है ऐसे में इस घोटाले में वर्तमान डीजीपी की गवाही कोर्ट में सबसे अहम मानी जा रही है.. हालांकि अभी शनिवार और आने वाले सोमवार को भी डीजीपी के कोर्ट में कुछ और बयान दर्ज हो सकते हैं। उधर सीबीआई इस प्रकरण में कुछ और लोगों के कोर्ट में गवाही करा सकती है। सीबीआई कोर्ट में यह मामला लंबे समय से लगातार कानूनी प्रक्रिया के तहत गतिमान है।

उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2002-03 में 253 दारोगाओं की सीधी भर्ती हुई थी जिसमें कई तरह की गड़बड़ी और घोटाले की बात सामने आने के बाद पहले सरकार ने विभागीय जांच कराई और उससे संतुष्ट न होने के बाद यह प्रकरण सीबीआई को सौंपा गया। उधर सीबीआई ने इस मामले की जांच पड़ताल विवेचना करने के बाद 2014 में पूर्व डीजीपी पीडी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल सहित अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। सीबीआई जांच में यह जानकारी सामने आई कि इस भर्ती में कई दरोगा अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाकर उन्हें नौकरी देने का घोटाला किया गया। हालांकि बाद में घोटाले के कुछ सबूत सामने आने के बाद 7 दारोगाओं को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था।Body:शनिवार और सोमवार को भी कोर्ट में डीजीपी के बयान दर्ज हो सकते है

जानकारी के मुताबिक वर्ष 2002-03 में हुए दरोगा भर्ती घोटाले के दौरान वर्तमान के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी उस समय पुलिस मुख्यालय में डीआईजी कार्मिक के पद पर कार्यरत थे लिहाजा इस घोटाले के संबंध में कुछ विशेष जानकारी जुटाने को लेकर उनको भी सीबीआई कोर्ट में शुक्रवार गवाही देने के लिए हाजिर होना पड़ा। हालांकि जानकारी के मुताबिक शनिवार और आने वाले सोमवार को भी डीजीपी अनिल रतूड़ी के सीबीआई कोर्ट में कुछ और बयान दर्ज हो सकते हैं।Conclusion:
Last Updated : Aug 31, 2019, 11:44 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.