देहरादून: उत्तराखंड दारोगा भर्ती घोटाला प्रकरण में सीबीआई कोर्ट में वर्तमान डीजीपी अनिल रतूड़ी के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. वहीं, 253 दारोगाओं की भर्ती में हुए इस घोटाले में अब तक 36 लोगों की कोर्ट में गवाही हो चुकी है. इसके साथ ही शनिवार और सोमवार को भी कोर्ट में डीजीपी के बयान दर्ज हो सकते हैं.
साल 2002-03 में 253 दारोगाओं की भर्ती में घोटाले का प्रकरण सामने आया था. इस मामले में अब तक 36 लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं. वहीं, वर्तमान डीजीपी की गवाही कोर्ट में सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है. हालांकि, शनिवार और सोमवार को भी डीजीपी के कोर्ट में कुछ और बयान दर्ज हो सकते हैं. साथ ही सीबीआई इस प्रकरण में कुछ और लोगों की कोर्ट में गवाही करा सकती है.
उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2002-03 में 253 दारोगाओं की सीधी भर्ती हुई थी, जिसमें कई तरह की गड़बड़ी और घोटाले की बात सामने आई, जिस पर सरकार ने विभागीय जांच करवाई. जांच से संतुष्ट न होने पर ये प्रकरण सीबीआई को सौंपा गया. वहीं, सीबीआई ने इस मामले की जांच करने के बाद 2014 में पूर्व डीजीपी पी डी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल सहित अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी.
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सीबीआई जांच में यह जानकारी सामने आई कि इस भर्ती में कई दरोगा अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाकर उन्हें नौकरी देने का घोटाला किया गया. हालांकि, बाद में घोटाले के कुछ सबूत सामने आने के बाद 7 दारोगाओं को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था.
जानकारी के मुताबिक, साल 2002-03 में हुए दारोगा भर्ती घोटाले के दौरान वर्तमान पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी उस समय पुलिस मुख्यालय में डीआईजी कार्मिक के पद पर कार्यरत थे. लिहाजा इस घोटाले के संबंध में कुछ विशेष जानकारी जुटाने को लेकर उनको भी सीबीआई कोर्ट में शुक्रवार गवाही देने के लिए हाजिर होना पड़ा.