विकासनगर: जौनसार बावर जनजातीय क्षेत्र की एकमात्र मंडी सहिया में इन दोनों नकदी फसलों की आवक (Arrival of cash crops) हो रही है. इसमें अदरक, अरबी, धनिया, हरी मिर्च, बीन्स, मूली और आलू मुख्य रूप से किसान मंडी में बिक्री के लिए ला रहे हैं.
मौसमी बारिश पर निर्भर है जौनसार में खेती: जौनसार बावर जनजातीय क्षेत्र कृषि प्रधान क्षेत्र (Main agricultural area) है. यहां अधिकतर कृषि मौसमी बारिश (Seasonal Rain) पर निर्भर करती है. यहां के किसान दिन रात खेतों में कड़ी मेहनत कर अपनी आजीविका चलाते हैं. जौनसार बावर में पारंपरिक फसलों के साथ साथ ही नकदी फसलों की पैदावार का चलन भी अधिक बढ़ा है. पिछले कुछ वर्षों की बात की जाए तो किसानों द्वारा नकदी फसलों पर अधिक फोकस किया गया है.
जौनसार बावर में होती है जैविक कृषि: नकदी फसलों में मुख्य रूप से हरा धनिया, हरी मिर्च, टमाटर, बीन्स, मूली आदि फसलों का उत्पादन करते हैं. जौनसार क्षेत्र में कई हेक्टेयर भूमि पर किसान अदरक और अरबी का उत्पादन भी करते हैं. दूसरी ओर आलू उत्पादक किसान भी काफी मात्रा में पहाड़ी आलू का उत्पादन करते हैं. सबसे अहम बात तो यह है कि जौनसार बावर में जो फसल उत्पादन होता है, वह पूर्णतया जैविक (Organic farming) होता है. इन फसलों के उत्पादन के लिए पशुओं के गोबर की खाद का इस्तेमाल खेतों में किया जाता है. इससे फसल पूर्णतया जैविक होती है और स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती है. यहां की प्रत्येक फसल के उत्पादन से प्राप्त होने वाली सब्जियां जिसमें मुख्य रूप से तुम्बडी आलू है. यहां के आलू का स्वाद कुछ अलग ही होता है. यह स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होता है. जौनसार में अदरक और अरबी भी किसान काफी मात्रा में उत्पादन करते हैं.
जमीन पर आये टमाटर के दाम: सहिया मंडी के आढ़ती मनोज कुमार का कहना है कि इन दिनों टमाटर की आवक बहुत कम है और रेट भी बहुत ही कम हैं. इस समय प्रति कैरेट ₹300 बिक रहा है. जबकि जौनसार बावर के पहाड़ी क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाके के आलू की डिमांड बहुत अधिक है. इस समय आलू की डिमांड उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड में भी खूब है. यहां का आलू बहुत ही स्वादिष्ट व स्वास्थ्यवर्धक होता है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड की इस मशहूर सब्जी का स्वाद चखा है आपने? एक बार चखने पर नहीं भूलेंगे स्वाद
ये हैं सब्जियों के मंडी रेट: आढ़ती ने बताया कि वर्तमान में सहिया मंडी में नकदी फसलों की आवक हो रही. इसमें हरा धनिया 60 रुपए, खीरा 10 रुपए, हरी मिर्च 25, मूली 15, अदरक 80 रुपए और अरबी 32 रुपए प्रति किलोग्राम तक बिक रही हैं. वहीं किसानों का कहना है कि आज मंडी में अरबी के तीन-चार कट्टे लेकर आए थे. 30 से 35 रुपए प्रति किलो बिक रही है. किसानों को खेतों में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. बरिश, धूप, ठंड में भी किसान खेतों में मेहनत करता रहता है. ताकि परिवार का भरण पोषण ठीक से हो सके.
ये भी पढ़ें: Tomato Price: जौनसार बावर में हुई टमाटर की बंपर पैदावार, मंडी में बिक रहा ₹60 किलो, रसोई पर पड़ रहा भारी
क्या कहते हैं किसान? किसानों का कहना है कि जब मंडी में फसल के उचित दाम नहीं मिलते तो मायूसी छा जाती है. रेट थोड़ा अधिक मिल जाते हैं तो लाभ होता हैं. वहीं आढ़ती शूरवीर सिंह राय ने बताया कि वर्तमान में टमाटर की आवक बहुत कम हो चुकी है. दाम भी कम मिल रहे हैं. प्रति कैरेट की कीमत करीब ₹300 बिक रही है.
ये भी पढ़ें: Ginger Farming: जौनसार बावर में अदरक की फसल से लहलहा रहे खेत, किसानों को अच्छे दाम मिलने की उम्मीद