डोईवाला: सालों से ग्रामीण सुसुआ नदी पर सत्तिवाला-बुल्लावाला पुल निर्माण और खेरी झबरवाला पुल निर्माण की मांग करते आ रहे हैं. कई सरकारें आई और गई लेकिन अभी तक पुलों का निर्माण नहीं हो पाया. जिससे ग्रामीणों में सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है. जिसके बाद अब ग्रामीण आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की बात कह रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि पुल न होने से लोगों को कई किलोमीटर का लंबा सफर तय करके मार्केट जाना पड़ता है, बरसात में ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पुल निर्माण न होने से अब ग्रामीण आगामी चुनाव का बहिष्कार करने की बात कह रहे हैं.
ग्रामीण मनोज कम्बोज ने कहा कि सरकार ने जनता से झूठे वादे किए और जब चुनाव आता हैं तो ग्रामीणों को फिर पुल बनवाने का भरोसा दिलाया जाता है. लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद फिर वादों को भुला दिया जाता है. ग्रामीण रंजीत बॉबी ने कहा कि बीजेपी की जब सरकार आई तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा पुल बनाने की बात कही गई जबकि, 4 साल बीत जाने के बात भी धरातल पर कुछ नहीं हुआ और जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है.
पढें:वीकेंड पर नैनीताल-मसूरी हुआ जाम, 3 हजार से अधिक वाहनों को वापस भेजा गया
दर्जा धारी पूर्व राज्य मंत्री करण बोरा ने बताया कि पुल निर्माण का कार्य वर्ल्ड बैंक के द्वारा किया जाना है. लेकिन बजट के अभाव में पुल निर्माण का कार्य नहीं हो पाया है. बजट मिलते ही सरकार के द्वारा पुल निर्माण का कार्य करवाया जाएगा.