देहरादून: राजधानी के थाना प्रेम नगर क्षेत्र के अंतर्गत एसपी सिटी श्वेता चौबे ने कॉलेज, हॉस्टल, प्राइवेट हॉस्टल और पेइंग गेस्ट के संचालकों के साथ बैठक की. इसके साथ ही कई समस्या और सुझाव के साथ संचालकों को दिशा- निर्देश दिए गए. वहीं, क्षेत्राधिकारी मसूरी और थाना प्रभारी प्रेमनगर को निर्देशित किया गया कि खाद्य पदार्थों की डिलीवरी करने वाले वाहनों की चेकिंग और नशीला पदार्थ मिलने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
एसपी सिटी ने जारी किए ये दिशा-निर्देश
- हॉस्टल और पेइंग गेस्ट में सभी सीसीटीवी कैमरा लगाएंगे और पूरे परिसर को सीसीटीवी कैमरे से कवर किया जाएगा.
- हॉस्टल और पेइंग गेस्ट में रहने वाले सभी छात्र छात्राओं का डाटाबेस तैयार कर डाटाबेस की फोटो कॉपी थाना प्रेमनगर को उपलब्ध कराएंगे और डाटाबेस में छात्र-छात्राओं की सभी जानकारी लिखी जाएगी.
- हॉस्टल और पेइंग गेस्ट को संचालित करने वाले स्टाफ को भी पुलिस के माध्यम से सत्यापन कराया जाएगा.
- हॉस्टल और पेइंग गेस्ट में छात्र-छात्राओं को एडमिशन देखते समय पहले ही बता दिया जाए कि पुलिस द्वारा नियमों का पालन करें और छात्रों से इस संबंध में एक अनुबंध पत्र भी लिया जाएगा.
- इसके साथ ही सुरक्षाकर्मी और गेटकीपर लगाए जाएं और संचालकों द्वारा निर्देशित करें कि जो भी छात्र-छात्रा हॉस्टल और पीजी से अंदर बाहर जाए उनकी रजिस्टर में एंट्री करें. साथ ही चेकिंग करें कि उनके पास कोई नशीला पदार्थ तो नहीं है.
- हॉस्टल और पेइंग गेस्ट में आने वाले खाद्य पदार्थों की डिलीवरी करने वाली एजेंसी के खाना सर्व करने वालों को भी गार्ड द्वारा चेक किया जाएगा कि उनके पास भी कोई नशीला अवैध सामग्री न हो.
- पीजीसी के संचालक यह सुनिश्चित करें कि रात 10 बजे के बाद कोई भी छात्र-छात्रा बिना कारण के बाहर नहीं जाएगा.
- यदि रात में कोई छात्र चेकिंग के दौरान बिना कारण के संदिग्ध अवस्था में घूमता पाया जाता है तो संबंधित छात्र के साथ-साथ हॉस्टल और पीजी संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
- सभी हॉस्टल और पीजी संचालक सुनिश्चित कर लें कि उनके यहां जितने छात्र हॉस्टल में पढ़ते हैं. वही उपस्थित और मौजूद रहें. इसके अलावा यदि कोई छात्र और छात्रा रहते हैं तो उसका उचित कारण पता करके रजिस्टर में एंट्री करें.
- यदि किसी कॉलेज के पास छात्रों के रहने की व्यवस्था न हो और कॉलेज अपने छात्रों की निजी हॉस्टल में रुकने की व्यवस्था करता है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की होगी.
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एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि खाद्य पदार्थों की डिलीवरी करने वाली कंपनी के माध्यम से भी नशे का सामान और शराब आदि मंगाई जा रही है, जिनकी चेकिंग की जानी चाहिए. इसके अलावा हॉस्टल कॉलेज के आसपास स्थित दुकानों, मेडिकल स्टोर पर भी सिगरेट, तंबाकू की आड़ में नशे की सामग्री छात्रों को मुहैया कराई जा रही है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.