देहरादून: देश में महंगाई की मार का असर देहरादून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर भी नजर आ रहा है. बिल्डिंग मटेरियल (building material) के दाम आसमान छूने से परियोजना का निर्माण कार्य एक बार फिर अधर पर लटका हुआ है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पलटन बाजार, सड़कें और परेड मैदान सौंदर्यीकरण का विकास कार्य इन दिनों सभी स्थानों में बंद नजर आ रहा है.
उत्तराखंड में मॉनसून सीजन शुरू होने को है लेकिन देहरादून में सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे और अंडरग्राउंड फिटिंग जैसे कई कार्य बंद होने से बरसात के समय दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है. स्मार्ट सिटी का कार्य इस बार बंद होने की वजह महंगाई को बताया जा रहा है क्योंकि वर्ष 2016 में स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य के टेंडर रेट के हिसाब से अब सरिया सीमेंट जैसे मटेरियल के रेट काफी बढ़ गए हैं. ऐसे में निर्माण संस्थाओं की मांग है कि साल 2018 के अनुसार प्रोजेक्ट मटेरियल रेट के हिसाब से भुगतान किया जाए, तभी सुचारू रूप से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का कार्य आगे बढ़ पाएगा.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत परेड मैदान सौंदर्यीकरण की बात करें तो पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी के समय जब प्रधानमंत्री मोदी परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे, तब यहां सौंदर्यीकरण के कार्य को पंख लगे थे, दिन-रात कार्य चल रहा था लेकिन इस समय यहां सभी काम अधर में लटके हुए हैं, जहां-तहां सामान बिखरा पड़ा है. निर्माण कार्य से संबंधित सभी मशीनें गोदामों में खड़ी हैं.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का कार्य 40 फीसदी होने का दावा: देहरादून स्मार्ट सिटी का कार्य कागजों में 40 फीसदी तक पूरा हो चुका है लेकिन धरातल पर प्रोजेक्ट की हालत इससे इतर नजर आती है. देहरादून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की डेडलाइन जून 2023 है. ऐसे में यह बात समझ से परे है कि 2016 से शुरू होने वाले प्रोजेक्ट कार्य 2022 तक जब 40 फीसदी पूरा हुआ है तो अगले 1 साल में 60 प्रतिशत निर्माण कार्य कैसे समय से पूरा होगा? यह बड़ा सवाल है.
हालांकि, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ व जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार के मुताबिक, आगे का कार्य गुणवत्ता और समय से पूरा हो इसके लिए टाटा कंसल्टेंसी की मदद ली जा रही हैं. वहीं, निर्माण कार्यों के सामानों के दाम 2016 के मुकाबले वर्तमान में काफी ऊंचे होने के कारण अब कार्यदायी संस्थाओं को 2018 रेट हिसाब से भुगतान की प्रक्रिया संचालित है. जल्द ही इस विषय का निस्तारण होते ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट कार्य में तेजी आ जाएगी.