देहरादून: दून को स्मार्ट माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी (Dehradun Smart City) को बेस्ट सिटी का अवॉर्ड दिया गया है. यह अवॉर्ड गुजरात के सूरत शहर में आयोजित स्मार्ट अर्बनाइजेशन कॉन्फ्रेंस (smart urbanization conference) में दिया गया.
केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री हरदीप पुरी के हाथों यह अवॉर्ड सहायक महाप्रबंधक (वाटर वर्क्स) केपी चमोला और जनसंपर्क अधिकारी प्रेरणा ध्यानी ने प्राप्त किया. अवॉर्ड प्राप्त होने पर खुशी व्यक्त करते हुए स्मार्ट सिटी के सीईओ डॉ आर राजेश कुमार ने कहा कि वर्तमान में पेयजल की विभिन्न योजनाओं पर काम किया जा रहा है. इसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं. भविष्य में दून की पेयजल व्यवस्था जल संरक्षण और ऊर्जा संरक्षण के लिहाज से अहम साबित होगी.
पढ़ें- NQAS के मापदंडों पर खरा उतरा ऋषिकेश का राजकीय चिकित्सालय, प्रदेश में रहा अव्वल
पेयजल स्काडा परियोजना: पेयजल की पंपिंग एक्यूरेसी बढ़ाने के लिए स्काडा मॉडल लागू किया जा रहा है. इससे पंपिंग में ऊर्जा की खपत कम होगी और 10 वर्ष में करीब 48 करोड़ रुपये की ऊर्जा बचाने की उम्मीद की जा रही है. वहीं, पानी की बर्बादी रोकने के लिए ओवरहेड टैंक और स्टोरेज टैंक में सेंसर लगाए जा रहे हैं. इससे प्रतिदिन 1.75 मिलियन लीटर पानी की बचत होगी.
पेयजल संवर्धन: करीब 50 वर्ष पुरानी पेयजल लाइनों को बदला जा रहा है. साथ ही स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. शहर में 24 स्थलों पर वाटर एटीएम लगाए जाने हैं. कई स्थलों पर वाटर एटीएम लगाए जा चुके हैं. इनके माध्यम से जनता को एक रुपये में 300 मिलीलीटर और महज 14 रुपये में पांच लीटर शीतल पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है.