देहरादून: बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी) की फर्जी डिग्री मामले में देहरादून पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्चशीट (आरोप पत्र) दाखिल कर दिया है. पुलिस को उम्मीद है कि अब जल्द ही इस मामले ट्राइल शुरू होगा हो जाएगा.
बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी) फर्जी डिग्री मामले में पुलिस ने 19 आरोपियों की चार्जशीट को कोर्ट भेजा है, जिसमें 14 फर्जी डॉक्टर, तीन भारतीय चिकत्सा परिषद के कर्मचारी और दो मुख्य आरोपी इम्लाख खान और उसका भाई इरमान हैं. पुलिस ने करीब 500 पेजों की चार्जशीट में सभी आरोपियों पर अलग अलग आरोप लगाए है.
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बता दें कि 11 जनवरी 2023 को उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने इस बीएएमएस की फर्जी डिग्री बनाने वाले गिरोह का खुलासा किया था. इस मामले में पुलिस ने यूपी के मुजफ्फनगर जिले में स्थित बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन इरमान के अलावा दो फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया था.
इमरान और इमलाख दोनों भाई कॉलेज के संचालक है और कॉलेज की आड़ में बीएएमएस और अन्य कोर्स की जाली डिग्रियां बेचते थे. उसके बाद पुलिस ने इमलाख को भी गिरफ्तार किया. इमलाख के पास पुलिस को बड़ी मात्रा में जाली डिग्रियां और अन्य दस्तावेज मिले. मामले को गंभीरता से लेते हुए देहरादून एसएसपी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था और सभी आरोपियों के खिलाफ देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया.
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इसके बात अभीतक इस मामले में कुल 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 20 में 19 के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. इम्लाख ने अपने भाई इमरान के साथ मिलकर प्रदेश के कुल 36 फर्जी डॉक्टरों को कर्नाटक के एक विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्रियां 8 से 10 लाख में बेचा थी. वहीं मामले में एसपी क्राइम सर्वेश पंवार का कहना है कि कई फर्जी डिग्री वाले डाक्टर उनके रडार पर है, जिनपर जल्द कार्रवाई की जाएगी.