देहरादून: राजधानी में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जो सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं. शाम साढ़े तीन बजे के आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में कोरोना के 1637 पॉजिटिव केस आ चुके हैं. जिनमें 16 लोगों की मौत हो गई है. अकेले देहरादून में 12 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है. ऐसे में शहर के सफाई कर्मचारियों की सेहत को लेकर निगम फिक्रमंद हो गया है. निगम सफाई कर्मियों के लिए निशुल्क कोरोना टेस्ट करवाने की बात कह रहा है.
देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा का कहना है कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के पॉजिटिव केस मिल रहे हैं, उन इलाकों में सफाई कर्मी लगातार सैनिटाइजिंग का काम कर रहे हैं. ऐसे में उनमें भी संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है. ऐसे में नगर निगम ने निर्णय लिया है कि जिस सफाई कर्मचारियों को बुखार, खांसी और जुकाम आदि के लक्षण होंगे, उनका निजी लैब में टेस्ट कराया जाएगा. साथ ही निगम के अन्य कर्मचारी में भी अगर ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो उनका भी टेस्ट कराया जाएगा. जांच के लिए नगर निगम का निजी पैथोलॉजी लैब से करार हो गया है.
मेयर सुनील उनियाल गामा ने जानकारी देते हुए बताया कि निगम की ओर से सफाई कर्मचारियों के लिए खास व्यवस्था की गई है. सभी कर्मचारियों के सेहत को लेकर निगम सतर्क है. ऐसे में अगर किसी में भी बुखार या खांसी की दिक्कत सामने आती है तो निजी लैब में उनका निशुल्क कोरोना टेस्ट कराया जाएगा.
पढ़ेंः दून अस्पताल से भागा कोरोना संक्रमित, पकड़ने गई टीम को खूब छकाया
सफाई कर्मचारियों के निशुल्क कोरोना जांच की पहल प्रदेश में सबसे पहले देहरादून नगर निगम की ओर से की गई है. नगर निगम में मौजूदा समय में करीब 2100 सफाई कर्मचारी हैं. इनमें से 700 नियमित हैं जबकि 550 स्वच्छता मोहल्ला समिति में और 600 कर्मचारी ठेके पर हैं. जबकि 200 कर्मचारी नाला गैंग में काम करते हैं.