देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर अभी भी जारी है. तो वहीं कोरोना से आज हर वर्ग प्रभावित है. कोरोना के कारण जहां व्यापारियों पर असर पड़ा है. तो वहीं कोरोना से नगर निगम के राजस्व पर भी असर पड़ रहा है. नगर निगम में जमा होने वाले कमर्शियल टैक्स (commercial tax) में कमी आने के कारण निगम के कई विकास कार्यों पर असर देखने को मिल सकता है. ऐसे में नगर निगम क्षेत्र के कमर्शियल टैक्स कोरोना का हवाला देते हुए टैक्स नहीं दे रहे हैं. इससे नगर निगम प्रशासन को एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, नए नगर आयुक्त अभिषेक रुहेला ने भी टैक्स नहीं आने के बाद अब सभी कर अधीक्षकों से रिपोर्ट मांगी है और टैक्स जमा करने के लिए रणनीति तैयार करने के लिए निर्देश जारी किए हैं. जिससे शहर के बड़े बकायेदार जल्द से जल्द से अपना कमर्शियल टैक्स जमा कर सके.
बता दें कि, कोरोना काल के कारण नगर निगम के हाउस टैक्स में बहुत बड़ा असर पड़ा है. कोरोना के चलते साल 2020-2021 में सिर्फ 34 करोड़ रुपये का टैक्स ही जमा हो पाया था. वहीं, पिछले साल नगर निगम के पास करीब 48 करोड़ रुपये का टैक्स जमा हुआ था. लेकिन कोरोना के कारण शहर के मुख्य व्यापारी अब कोरोना का हवाला देते हुए टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं.
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नगर आयुक्त अभिषेक रुहेला ने जानकारी देते हुए बताया कि कमर्शियल टैक्स कम आने के बाद सभी अधिकारियों के साथ बैठक की गई थी. बैठक के दौरान सभी कर अधीक्षकों से पिछले वित्तीय वर्ष की रिपोर्ट मांगी गई है. जिसके अंतर्गत वह सभी अपनी रणनीति बताएंगे की किस तरह से टैक्स को बढ़ाया जाएगा. नगर निगम भी मानता है कि कोरोना के कारण व्यपारियों के व्यापार में काफी असर पड़ा है. लेकिन कमर्शियल कर दाताओं को कर चुकाना चाहिए. इसलिए नगर निगम कोशिश करेगा कि कमर्शियल कर दाताओं को नोटिस भेजने का काम करेंगे. जिससे सभी जल्द से जल्द सभी टैक्स चुका सके.