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सालों से धूल फांक रहे कंडम वाहन, नीलामी के नाम पर घोटाले का नया तरीका तो नहीं तलाश रहा निगम?

इससे पहले भी निगम के कई अधिकारी कंडम वाहनों के नाम पर घोटाला कर चुके हैं. बावजूद इसके निगम इन वाहनों की नीलामी नहीं कर रहा है.

नगर निगम देहरादून
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Published : Nov 23, 2019, 7:44 PM IST

देहरादून: इसे नगर निगम देहरादून की हिलाहवाली कहें या फिर लापरवाही. निगम प्रशासन ने कंडम वाहनों की अभीतक नीलामी प्रक्रिया शुरू नहीं की है. लाखों रुपए के ये वाहन कई सालों से निगम के गोदाम में धूल फांक रहे हैं. लेकिन अभीतक निगम ने नीलामी की तारीख मुकर्रर नहीं ही है. इससे तो ऐसा ही लगता है कि निगम के अधिकारी इन वाहनों के जरिये किसी घोटाले की बांट जोह रहे हैं, क्योंकि कुछ समय पहले ही गोदाम में कंडम पड़े वाहनों में लाखों रुपए का घोटाला सामने आया था.

सालों से धूल फांक रहे कंडम वाहन.

निगम के पास कुछ ऐसे वाहन हैं जो सड़क पर चलने लायक नहीं हैं. इस तरह के कंडम वाहनों की निगम नीलामी कर देता है. लेकिन इन कंडम वाहनों का घोटाला तब हुआ था, जब अधिकारियों की मिलीभगत से इस वाहनों में लाखों रुपए ने नए टायर लगा दिए गए थे. जिसमें कमीशन का एक बड़ा खेल हो गया था. हालांकि बाद में मामला पकड़ में आने के बाद मामले की जांच की गई और इसमें दो अधिकारियों को निलंबित भी किया गया था.

पढ़ें- महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया, 'भाजपा ने की लोकतंत्र की हत्या'

इस प्रकरण को हुए दो साल बीत चुके है, लेकिन अभी तक निगम ने कंडम वाहनों की नीलामी नहीं की. इस बारे में जब नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय से बात की गई तो उन्होंने इसमें कुछ अलग ही तर्क दिया. उनका कहना है कि हाल ही में निगम में नए वार्ड शामिल हुए हैं. निगम के अधिकारी इन वार्डों की व्ययस्था में व्यवस्थ थे, लेकिन अब जल्द ही इन वाहनों की नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा.

पढ़ें- IFS संजीव चतुर्वेदी का दावा- लोकपाल में तैनाती हुई तो कई बड़े नेता जाएंगे जेल

वहीं मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार का कहना था कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार ने समय पर नगर निगम को छोटे-बड़े लगभग 35 वाहन सफाई के लिए दिए थे, लेकिन रख रखाव के आभाव में वो भी कंडम हो गए और उन्हें गोदाम में डाल दिया गया. इन में से कुछ वाहन ऐसे हैं जिनकी मरम्मत की जा सकती है, लेकिन निगम के अधिकारी नहीं चाहते कि इनकी मरम्मत हो. उन्होंने कहा कि अगर जल्द इन वाहनों की नीलामी नहीं हुई तो हो सकता है कि कोई नया घोटाला सामने आ जाये.

देहरादून: इसे नगर निगम देहरादून की हिलाहवाली कहें या फिर लापरवाही. निगम प्रशासन ने कंडम वाहनों की अभीतक नीलामी प्रक्रिया शुरू नहीं की है. लाखों रुपए के ये वाहन कई सालों से निगम के गोदाम में धूल फांक रहे हैं. लेकिन अभीतक निगम ने नीलामी की तारीख मुकर्रर नहीं ही है. इससे तो ऐसा ही लगता है कि निगम के अधिकारी इन वाहनों के जरिये किसी घोटाले की बांट जोह रहे हैं, क्योंकि कुछ समय पहले ही गोदाम में कंडम पड़े वाहनों में लाखों रुपए का घोटाला सामने आया था.

सालों से धूल फांक रहे कंडम वाहन.

निगम के पास कुछ ऐसे वाहन हैं जो सड़क पर चलने लायक नहीं हैं. इस तरह के कंडम वाहनों की निगम नीलामी कर देता है. लेकिन इन कंडम वाहनों का घोटाला तब हुआ था, जब अधिकारियों की मिलीभगत से इस वाहनों में लाखों रुपए ने नए टायर लगा दिए गए थे. जिसमें कमीशन का एक बड़ा खेल हो गया था. हालांकि बाद में मामला पकड़ में आने के बाद मामले की जांच की गई और इसमें दो अधिकारियों को निलंबित भी किया गया था.

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इस प्रकरण को हुए दो साल बीत चुके है, लेकिन अभी तक निगम ने कंडम वाहनों की नीलामी नहीं की. इस बारे में जब नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय से बात की गई तो उन्होंने इसमें कुछ अलग ही तर्क दिया. उनका कहना है कि हाल ही में निगम में नए वार्ड शामिल हुए हैं. निगम के अधिकारी इन वार्डों की व्ययस्था में व्यवस्थ थे, लेकिन अब जल्द ही इन वाहनों की नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा.

पढ़ें- IFS संजीव चतुर्वेदी का दावा- लोकपाल में तैनाती हुई तो कई बड़े नेता जाएंगे जेल

वहीं मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार का कहना था कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार ने समय पर नगर निगम को छोटे-बड़े लगभग 35 वाहन सफाई के लिए दिए थे, लेकिन रख रखाव के आभाव में वो भी कंडम हो गए और उन्हें गोदाम में डाल दिया गया. इन में से कुछ वाहन ऐसे हैं जिनकी मरम्मत की जा सकती है, लेकिन निगम के अधिकारी नहीं चाहते कि इनकी मरम्मत हो. उन्होंने कहा कि अगर जल्द इन वाहनों की नीलामी नहीं हुई तो हो सकता है कि कोई नया घोटाला सामने आ जाये.

Intro:नगर निगम की सफाई व्यवस्था में लगे लाखों रुपए के वाहन जोकि पुरी तरह से कंडम हो चुके है और निगम के गोदाम में धूल फांक रहे है जिन्हे नीलाम किया जाना था,लेकिन सालों से इन वाहनों की नीलामी की तारीख अब तक मुकर्रर नहीं हो पायी है या फिर लगता है कि निगम के अधिकारी इन वाहनों के जरिये किसी घोटाले की बाँट जोह रहे है।अधिकारी के माने तो जल्द ही इन वाहनों की नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा! Body:बता दे कि कुछ समय पूर्व निगम के गोदाम में कंडम पड़े वाहनों में लाखों रुपए का घोटाला पकड़ में आया था,दरअसल कंडम वाहन जोकि सडकों पर चलने के लायक भी नहीं  थे और जिनकी नीलामी की जानी थी,लेकिन अधिकारीयों की मिलीभगत से इन वाहनों में लाखों रुपए के नए टायर लगा दिए गए जिसमे कमीशन का  एक बड़ा खेल हो गया। बाद में मामला पकड़ में आने पर जांच के बाद दो अधिकारीयों को निलंबित किया गया।मगर इस प्रकरण को भी दो साल से ज्यादा बीत जाने को है लेकिन कंडम वाहनों की नीलामी अभी तक नहीं हो पायी है।Conclusion:इस बारे में नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय तर्क दे रहे है कि हाल ही में निगम में नए वार्ड शामिल हुए है और निगम के अधिकारी इन वार्डों की व्ययस्था में व्यवस्त थे लेकिन अब जल्द ही इन वाहनों की नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा वही कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार का कहना था कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार के समय नगर निगम को  छोटे बड़े लगभग 35 वाहन सफाई के लिए दिए गए थे लेकिन रख रखाव के आभाव में वो भी कंडम हो गए जिन्हे गोदाम में डाल दिया गया।कांग्रेस पूर्व विधायक राजकुमार का कहना कि कुछ वाहन ऐसे है मरम्मत की सकती है लेकिन निगम के अधिकारी नहीं चाहते कि इनकी मरम्मत हो।कांग्रेस पूर्व विधायक राजकुमार का ये भी कहना कि यदि जल्द इन वाहनों की नीलामी नहीं हुई तो हो सकता है कि कोई नया घोटाला सामने आ जाये।

 बाइट --विनय शंकर पांडेय,नगर आयुक्त  
 
बाइट --राजकुमार,पूर्व विधायक,कांग्रेस 
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