देहरादून: 15 जून के बाद प्रदेश में कभी भी मॉनसून दस्तक दे सकता है. वहीं, हर बार मॉनसून में राजधानी के कई ऐसे इलाके हैं, जहां जलभराव की समस्या देखने को मिलती है. ऐसे में मॉनसून आने के पहले नगर निगम तैयारियों में जुट गया है. नगर निगम का नालों की सफाई का कार्य तेजी से चल रहा है. अब तक 50 नालों में से 30 नालों की सफाई की जा चुकी है.
नगर निगम प्रशासन का दावा है कि मॉनसून से पहले नालों की साफ-सफाई तेजी से की जा रही है. शहर के मुख्य 50 नालों में से 30 नाले साफ किए जा चुके हैं. बाकी नालों को भी 30 जून तक साफ कर दिया जायेगा.
वहीं, इस बार कोरोना महामारी के कारण निगम प्रशासन को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण अधिकतर मैन पावर अपने जनपदों में लौट गई है. निगम प्रशासन का दावा है कि फिर भी हमने स्थिति को संभाला है. मई के पहले हफ्ते से शहर के नालों की सफाई शुरू हो चुकी है. इसे जून के आखिरी तक खत्म कर दिए जाएगा.
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वहीं, इस बार मुख्य मार्गों पर चल रहे स्मार्ट सिटी के कार्य जलभराव का कारण बन सकते हैं. स्मार्ट सिटी कार्य के दौरान सड़क की मिट्टी अंडर ग्राउंड नाले में जा रही है. इस कारण जलभराव की समस्या सामने आ सकती है.
नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी कैलाश जोशी ने बताया कि निगम प्रशासन द्वारा सफाई के लिए अप्रैल में टेंडर निकाले गये थे. मई के पहले हफ्ते में काम शुरू हो गया. इस बार हमने सबसे ज्यादा दिक्कत करने वाले शहर के 50 नालों को चिह्नित किया है. साथ ही कुछ नाले ऐसे हैं, जो रिस्पना नदी में गिरते हैं. वर्तमान में शहर के करीब 30 नाले साफ कर चुके हैं.