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मालदेवता में बादल फटने से नहीं हुआ नुकसान, जानें मौसम विभाग का तर्क - Cloud burst in Maldevta area

मालदेवता इलाके में हुई घटना पर मौसम विभाग ने कहा है कि यहां बादल फटने जैसी कोई घटना नहीं हुई है. यहां भारी बारिश की वजह से मलबा आया है.

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मालदेवता में बादल फटने से नहीं हुआ नुकसान
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Published : Jun 10, 2021, 5:45 PM IST

देहरादून: राजधानी के मालदेवता इलाके में बुधवार देर रात सड़क पर आए मलबे की एक बहुत बड़ी वजह बादल फटने को माना जा रहा है. मगर मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मुताबिक इसकी वजह बादल फटना नहीं है. ईटीवी भारत से बात करते हुए मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के प्रभारी निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया कि बादल फटना उस स्थिति को माना जाता है. जब महज एक घंटे में किसी इलाके में 100 मिलीमीटर या इससे अधिक बारिश दर्ज की जाती है.

बात अगर बुधवार रात देहरादून के अलग-अलग इलाकों में हुई बारिश की करें तो यहां 3 घंटे के अंतराल में 45 मिलीमीटर के आसपास बारिश रिकॉर्ड की गई है. जिसे बादल फटना नहीं कहा जा सकता. मालदेवता इलाके में सड़क पर जो मलबा आया है उसकी वजह भारी बारिश है न कि बादल फटना.

मालदेवता में बादल फटने से नहीं हुआ नुकसान

पढ़ें- रायवाला नेपाली फार्म पर नहीं बनेगा टोल प्लाजा, विस अध्यक्ष ने किया CM के फैसले का स्वागत

गौरतलब है कि मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मुताबिक प्रदेश में प्री मॉनसून बरसात की शुरुआत हो चुकी है. 3 जून को केरल में दस्तक के बाद अब मॉनसून उत्तर पूर्वी भारत की ओर बढ़ चला है. जिसकी वजह से उत्तराखंड राज्य में भी प्री मानसून बारिश शुरू हो चुकी है. वहीं, उत्तराखंड राज्य में आगामी 24 जून के आसपास मॉनसून पूरी तरह पहुंच जाएगा.

देहरादून: राजधानी के मालदेवता इलाके में बुधवार देर रात सड़क पर आए मलबे की एक बहुत बड़ी वजह बादल फटने को माना जा रहा है. मगर मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मुताबिक इसकी वजह बादल फटना नहीं है. ईटीवी भारत से बात करते हुए मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के प्रभारी निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया कि बादल फटना उस स्थिति को माना जाता है. जब महज एक घंटे में किसी इलाके में 100 मिलीमीटर या इससे अधिक बारिश दर्ज की जाती है.

बात अगर बुधवार रात देहरादून के अलग-अलग इलाकों में हुई बारिश की करें तो यहां 3 घंटे के अंतराल में 45 मिलीमीटर के आसपास बारिश रिकॉर्ड की गई है. जिसे बादल फटना नहीं कहा जा सकता. मालदेवता इलाके में सड़क पर जो मलबा आया है उसकी वजह भारी बारिश है न कि बादल फटना.

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गौरतलब है कि मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मुताबिक प्रदेश में प्री मॉनसून बरसात की शुरुआत हो चुकी है. 3 जून को केरल में दस्तक के बाद अब मॉनसून उत्तर पूर्वी भारत की ओर बढ़ चला है. जिसकी वजह से उत्तराखंड राज्य में भी प्री मानसून बारिश शुरू हो चुकी है. वहीं, उत्तराखंड राज्य में आगामी 24 जून के आसपास मॉनसून पूरी तरह पहुंच जाएगा.

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