देहरादूनः राजधानी देहरादून में ऐतिहासिक झंडे मेले की तैयारी शुरू हो गई है. देश-विदेशों से संगतों का दरबार साहिब पहुंचने का सिलसिला जारी है. आगामी 25 मार्च को झंडे जी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा. दरबार साहिब प्रबंधन सुरक्षा व्यवस्था और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने को लेकर तैयारियों में जुट गया है. वहीं, इस बार मेले में करीब 10 लाख से ज्यादा लोगों की पहुंचने की उम्मीद है.
करीब चार सौ साल पुराने ऐतिहासिक झंडे जी का मेला राजधानी देहरादून में शुरू होने जा रहा है. प्रेम, सद्भावना, भाईचारा, मानवता और आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक झंडा मेला 25 मार्च से शुरू होगा. झंडे जी के मेले के लिए अभी से ही पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश और अन्य स्थानों संगत दरबार साहिब पहुंचने शुरू हो गए हैं. ये झंडा मेला अनोखी परंपराओं को समेटे हुए है. इस मेले में आस्था का जनसैलाब उमड़ता है. झंडा जी के आरोहण के दौरान लाखों लोग इसके साक्षी बनते हैं. झंडा जी पर गिलाफ का आवरण चढ़ाया जाता है. वहीं, इस बार मेले में करीब 100 साल पहले पूरी हुई मुराद पर झंडे जी को दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा.
दरबार साहिब के प्रबंधक एपी उनियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि संगते दरबार साहिब पहुंच रहीं हैं. सुरक्षा के लिहाज से पूरी व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि श्री गुरु राम राय महाराज ने इस ऐतिहासिक मेले की शुरुआत की थी. झंडे मेले में दर्शनी गिलाफ 100 साल बाद चढ़ाया जाता है. इस बार हरजोत सिंह को दर्शनी गिलाफ चलाने का मौका मिला है. इस मेले में सात बड़े लंगर और 14 के करीब छोटे लंगर शुरू हो चुके हैं. जिसमें सात बड़े लंगर में करीब दो लाख से ढाई लाख श्रद्धालु प्रसाद खा सकते हैं. साथ ही बताया कि संगतों के ठहरने के लिए एसजीआरआर के सभी स्कूलों में व्यवस्था की गई है.