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Cyber Thug Arrest: म्यूचुअल फंड में मुनाफे का लालच देकर ठगे ₹1 करोड़, क्रिप्टो करेंसी का जालसाज कर्नाटक से अरेस्ट

उत्तराखंड एसटीएफ ने एक ऐसे साइबर ठग को गिरफ्तार किया है जो म्यूचुअल फंड में पैसे लगाकर बड़े मुनाफे का लालच देकर अकाउंट खाली कर देता था. ये शातिर साइबर ठग फर्जी वेबसाइट के माध्यम से पैसा लगवाता था. महमीद नाम के इस साइबर ठग को कर्नाटक के उडुपी से गिरफ्तार किया गया है.

Cyber Thug Arrest
ठग गिरफ्तार
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Published : Feb 11, 2023, 1:47 PM IST

Updated : Feb 11, 2023, 4:57 PM IST

देहरादून: एसटीएफ की टीम द्वारा फर्जी वेबसाइट में धनराशि लगाकर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर एक करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना महमीद सरीफ को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी रो बैंगलोर से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी बैंगलोर में साइबर अपराध सम्बन्धी कई मुकदमे दर्ज हैं. आरोपी कर्टनाक के उडुपी का रहने वाला है.

क्रिप्टो करेंसी से बाहर भेजे करोड़ों रुपए: आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है. आरोपी की बैंगलोर पुलिस को भी तलाश थी. इस धोखेबाजी के आरोपी द्वारा भारत से करोड़ों रुपये क्रिप्टो करेंसी के माध्यम भेजे गए थे. ऐसी आशंका है कि कम से कम 10 करोड़ रुपये भारत से बाहर भेजे गए हैं. साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को शिकायत मिली थी की अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोबाइल नम्बर +447878602954 और अन्य नम्बरों से पीड़ित को व्हट्सअप के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को लिसा नाम से बताते हुये https://in create wealth2.com वेबसाइट पर म्यूचुअल फंड में धनराशि लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर 1 करोड़ रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई.

बैंगलोर में मिली थी साइबर ठग की लोकेशन: शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था. गठित टीम द्वारा घटना में प्रयोग मोबाइल नम्बर और आरोपियों द्वारा पीड़ित से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी. पता चला कि आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता से म्यूचुअल फंड में निवेश कर अधिक लाभ कमाने के नाम पर पीड़ित से धोखाधड़ी की गयी. मोबाइल नम्बर व खातों की जानकारी से आरोपियों का उत्तराखंड से काफी दूरस्थ बैंगलोर कर्नाटक राज्य से सम्बन्ध होना पाया गया.

बैंगलोर से गिरफ्तार हुआ साइबर ठग: इसके बाद टीम को सम्बन्धित स्थानों के लिए रवाना किया गया. आरोपी को पीड़ित द्वारा जो खाता संख्या और मोबाइल नम्बर दिये गए थे और धोखाधड़ी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैंक खातों में डाली गई थी उनकी पुलिस टीम ने जानकारी हासिल की. खाताधारकों की जानकारी प्राप्त की गयी. खाताधारक के सम्बन्ध में सबूत इकट्ठे करते हुए एक आरोपी महमीद सरीफ निवासी उडुपी कर्नाटक को बैंगलोर से 10 फरवरी को गिरफ्तार किया गया. टीम ने आरोपी के कब्जे से 1 लैपटॉप, 3 मोबाइल फोन, 11 डेबिट कार्ड, 03 क्रेडिट कार्ड, विभिन्न बैंकों की पास बुक व चेक बुक और आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस, ट्रैवल कार्ड बरामद किये.

मलेशिया से किया था व्हट्सअप मैसेज: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी द्वारा पीड़ित के मोबाइल नम्बर पर मलेशिया से व्हाट्सएप पर एक मैसेज कर अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए https://in create wealth2.com पर म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दी गयी. जिसमें पीड़ित द्वारा पेटीएम के माध्यम से 10,000 रुपये की राशि के साथ शुरुआत की गई. आरोपी द्वारा पीड़ित को लुभाने के लिए भारतीय बैंकों का इस्तेमाल किया गया.
ये भी पढ़ें: देहरादून में नकली करेंसी गिरोह का भंडाफोड़, दो आरोपी गिरफ्तार, नोएडा से जुड़े मास्टरमाइंड के तार

म्यूचुअल फंड में बड़े मुनाफे का लालच देकर फंसाया: इसके बाद धीरे-धीरे जब पीड़ित को उचित रिटर्न मिलना शुरू हुआ तो उनके द्वारा भारतीय बैंकों में पैसा लगाकर अपनी राशि बढ़ाकर लगभग 30 लाख रुपये कर दी गई. इसी तरह आरोपी द्वारा पीड़ित के साथ भारतीय बैंकों के माध्यम से लगभग 1 करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी की गयी. ये लोग धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैंक खातों में प्राप्त कर धनराशि का प्रयोग करते थे. आरोपियों द्वारा कार्य के लिए फर्जी सिम, आईडी कार्ड का प्रयोग किया जाता है.

देहरादून: एसटीएफ की टीम द्वारा फर्जी वेबसाइट में धनराशि लगाकर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर एक करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना महमीद सरीफ को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी रो बैंगलोर से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी बैंगलोर में साइबर अपराध सम्बन्धी कई मुकदमे दर्ज हैं. आरोपी कर्टनाक के उडुपी का रहने वाला है.

क्रिप्टो करेंसी से बाहर भेजे करोड़ों रुपए: आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है. आरोपी की बैंगलोर पुलिस को भी तलाश थी. इस धोखेबाजी के आरोपी द्वारा भारत से करोड़ों रुपये क्रिप्टो करेंसी के माध्यम भेजे गए थे. ऐसी आशंका है कि कम से कम 10 करोड़ रुपये भारत से बाहर भेजे गए हैं. साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को शिकायत मिली थी की अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोबाइल नम्बर +447878602954 और अन्य नम्बरों से पीड़ित को व्हट्सअप के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को लिसा नाम से बताते हुये https://in create wealth2.com वेबसाइट पर म्यूचुअल फंड में धनराशि लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर 1 करोड़ रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई.

बैंगलोर में मिली थी साइबर ठग की लोकेशन: शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था. गठित टीम द्वारा घटना में प्रयोग मोबाइल नम्बर और आरोपियों द्वारा पीड़ित से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी. पता चला कि आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता से म्यूचुअल फंड में निवेश कर अधिक लाभ कमाने के नाम पर पीड़ित से धोखाधड़ी की गयी. मोबाइल नम्बर व खातों की जानकारी से आरोपियों का उत्तराखंड से काफी दूरस्थ बैंगलोर कर्नाटक राज्य से सम्बन्ध होना पाया गया.

बैंगलोर से गिरफ्तार हुआ साइबर ठग: इसके बाद टीम को सम्बन्धित स्थानों के लिए रवाना किया गया. आरोपी को पीड़ित द्वारा जो खाता संख्या और मोबाइल नम्बर दिये गए थे और धोखाधड़ी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैंक खातों में डाली गई थी उनकी पुलिस टीम ने जानकारी हासिल की. खाताधारकों की जानकारी प्राप्त की गयी. खाताधारक के सम्बन्ध में सबूत इकट्ठे करते हुए एक आरोपी महमीद सरीफ निवासी उडुपी कर्नाटक को बैंगलोर से 10 फरवरी को गिरफ्तार किया गया. टीम ने आरोपी के कब्जे से 1 लैपटॉप, 3 मोबाइल फोन, 11 डेबिट कार्ड, 03 क्रेडिट कार्ड, विभिन्न बैंकों की पास बुक व चेक बुक और आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस, ट्रैवल कार्ड बरामद किये.

मलेशिया से किया था व्हट्सअप मैसेज: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी द्वारा पीड़ित के मोबाइल नम्बर पर मलेशिया से व्हाट्सएप पर एक मैसेज कर अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए https://in create wealth2.com पर म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दी गयी. जिसमें पीड़ित द्वारा पेटीएम के माध्यम से 10,000 रुपये की राशि के साथ शुरुआत की गई. आरोपी द्वारा पीड़ित को लुभाने के लिए भारतीय बैंकों का इस्तेमाल किया गया.
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म्यूचुअल फंड में बड़े मुनाफे का लालच देकर फंसाया: इसके बाद धीरे-धीरे जब पीड़ित को उचित रिटर्न मिलना शुरू हुआ तो उनके द्वारा भारतीय बैंकों में पैसा लगाकर अपनी राशि बढ़ाकर लगभग 30 लाख रुपये कर दी गई. इसी तरह आरोपी द्वारा पीड़ित के साथ भारतीय बैंकों के माध्यम से लगभग 1 करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी की गयी. ये लोग धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैंक खातों में प्राप्त कर धनराशि का प्रयोग करते थे. आरोपियों द्वारा कार्य के लिए फर्जी सिम, आईडी कार्ड का प्रयोग किया जाता है.

Last Updated : Feb 11, 2023, 4:57 PM IST
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