ऋषिकेश: नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत शिवाजी नगर के एक घर की छत पर निर्माण कार्य में लगे मजदूर की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई है. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. लोगों ने हाईटेंशन लाइन के आबादी क्षेत्र से शिफ्ट नहीं किए जाने पर अपना रोष भी जताया है.
गुरुवार दोपहर शिवाजी नगर गली नंबर-34 में निर्माणाधीन एक मकान के छत पर कम कर रहा मजदूर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया. करंट लगने से मजदूर मौके पर ही अचेत हो गया. स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी तत्काल पुलिस और बिजली विभाग को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मजदूर को एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान मजदूर ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम कार्रवाई के लिए भेज दिया है.
वहीं घटना के बाद से शिवाजी नगर के लोगों में विद्युत विभाग के खिलाफ गुस्सा दिखाई दिया. लोगों का कहना है कि घरों के छत से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट करने के लिए कई बार बिजली विभाग से कहा गया है लेकिन विभाग के अधिकारी हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट करने की दिशा में काम करना नहीं चाहते. इसी का नतीजा है कि आज एक मजदूर की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई है.
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अलकनंदा जल विद्युत परियोजना में हादसा: बदरीनाथ हाईवे पर अलकनंदा जल विद्युत परियोजना श्रीनगर की आंतरिक विद्युत लाइन की चपेट में आने से डंपर चालक की मौत हो गई है. ग्रामीणों व परिजनों ने चालक की मौत के लिए परियोजना की कार्यदायी संस्था जीवीके की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने जीवीके के कार्यालय कोटेश्वर में मृतक चालक के शव के साथ शाम को करीब एक घंटे प्रदर्शन किया. कंपनी ने पीड़ित परिवार को 50 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान कर दी है. कंपनी ने परिजनों को जल्द मुआवजा राशि दिए जाने को लेकर आश्वासन दिया है.
विद्युत लाइन में कोई फॉल्ट नहीं: कंपनी के एजीएम जेपी बेनीवाल का कहना है कि अग्रिम कार्रवाई के लिए कंपनी के मानव संसाधन विभाग को पत्र भेजा गया है. जबकि जीवीके परियोजना निदेशक संतोष रेड्डी का कहना है कि परियोजना की विद्युत लाइन मानकों के तहत बनी है. इसमें किसी तरह का कोई फॉल्ट नहीं है.
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