देहरादूनः राजपुर थाना क्षेत्र में एक निजी संस्थान में पढ़ने वाले छात्र पर दो युवकों ने गोली से चला दी. जिसके बाद आरोपी युवक मौके से फरार हो गए. गोली लगने से घायल छात्र को उसके साथी ने आनन-फानन में निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है. वहीं, छात्र की तहरीर के आधार राजपुर पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर तलाश शुरू कर दी है. इसके अलावा पांच साल से फरार चल रहा हत्या का आरोपी भी गिरफ्तार हुआ है.
दरअसल, बिहार निवासी एक छात्र ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें छात्र का कहना है कि वो अपने साथी के साथ मसूरी रोड पर एक अपार्टमेंट में किराए पर रहता है. जो मसूरी रोड स्थित एक संस्थान से बीए ऑनर्स की पढ़ाई कर रहा है. बुधवार की सुबह एक अनजान नंबर से छात्र के पास फोन आया, फोन कर्ता ने उसे फ्लैट से नीचे सड़क पर आने को कहा. जैसे ही छात्र अपने साथी के साथ नीचे सड़क पर आया तो काले रंग की कार में सवार दो युवकों ने गाली गलौज शुरू कर दी.
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कार सवार दोनों युवकों ने कॉलेज की एक छात्रा का नाम लेते हुए कहा कि 'वो उससे बात क्यों करता है?'. जिस पर छात्र ने कहा कि वो सहपाठी है, इसलिए आपस में बातचीत होती है. इसी बीच ड्राइवर सीट के बगल पर बैठे युवक ने पिस्तौल निकालकर छात्र पर फायर झोंक दिया. फायरिंग में छात्र को किसी तरह बच गया, लेकिन गोली उसके साथी हाथ पर लग कर आर पार हो गई. वहीं, फायरिंग करने के बाद दोनों युवक मौके से फरार हो गए. वहीं, छात्र अपने घायल साथी को लेकर निजी अस्पताल पहुंचा. जहां उसका इलाज चल रहा है.
पीड़ित की तहरीर के आधार अज्ञात दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. पीड़ित से घटना के संबध में जानकारी ली गई, जिसमें पता चला है कि जिस काले रंग की कार से आरोपी आए थे, वो कार बागपत में पंजीकृत है. गोली चलाने वालों को पीड़ित भी नहीं जानते हैं. आरोपियों की तलाश के लिए दो टीमों का गठन कर लिया गया है. - जितेंद्र चौहान, राजपुर थाना प्रभारी
हरिद्वार में 5 साल से फरार हत्या का आरोपी गिरफ्तार: हरिद्वार से 5 साल पहले एक हत्या के मामले में फरार चले रहे आरोपी को एसटीएफ की टीम ने दबोचा है. आरोपी पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था. जिसे हरिद्वार के रानीपुर मोड के पास से गिरफ्तार किया गया है. उसके एक साथी पर भी 50 हजार रुपए का इनाम था, जिसे एसटीएफ की टीम ने 31 नवंबर को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपी खानाबदोश किस्म के थे, जिनका कोई स्थानी पता नहीं था, ऐसे में उनकी गिरफ्तारी में काफी दिक्कतें आई.
पुलिस के मुताबिक, हरिद्वार के रानीपुर में 10 अगस्त 2018 को तीन लोगों ने एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी. जिसका विरोध लड़की के भाई ने किया तो तीनों आरोपियों वीर सिंह, बलवीर और विरेंद्र उसकी हत्या कर दी. हत्या को अंजान देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए. मामले में हरिद्वार पुलिस ने एक आरोपी वीरेंद्र को उसी समय गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन घटना में शामिल अन्य 2 आरोपी वीर सिंह और बलबीर सिंह तब से लगातार फरार चल रहे थे.
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इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर डीआईजी गढ़वाल ने 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने 31 नवंबर 2023 को आरोपी वीर सिंह को बिजनौर के रामजीवाला से गिरफ्तार किया. जिससे फरार आरोपी बलबीर की जानकारी मिली. इसी कड़ी में एसटीएफ की टीम को सूचना मिली कि आरोपी बलबीर हरिद्वार के रानीपुर में एक ढाबे पर काम कर रहा है. इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने दबिश देकर आरोपी बलबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
कई राज्यों में पहचान छिपाकर रहा आरोपीः पुलिस की पूछताछ में आरोपी बलबीर ने बताया कि घटना के बाद से ही वो राजस्थान चला गया था, फिर वो दिल्ली और हरियाणा में काफी दिनों तक अपनी पहचान छिपाकर अलग-अलग होटलों में तंदूर का काम करता रहा. कुछ दिन पहले ही हरिद्वार के रानीपुर मोड स्थित एक ढाबे पर तंदूर का काम करने आया. जहां से उसे उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया.
उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ की टीम ने फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष रणनीति बनाई. क्योंकि, दोनों ही आरोपी खानाबदोश किस्म के थे, जिनका कोई स्थानी पता नहीं था. इतना ही नहीं दोनों आरोपी मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल नहीं करते थे. साथ ही अपने घरवालों के संपर्क में भी नहीं रहते थे. ऐसे में आरोपियों की गिरफ्तारी पूरी तरह से मैनुअली सूचना पर संभव हो पाई है. उन्होंने बताया कि एसटीएफ की टीम अब तक 54 से ज्यादा खतरनाक, शातिर और इनामी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.।