डोईवाला: एरोसिटी और शुगर मिल की जमीन को बचाने के लिए किसान पिछले एक महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते दिन शासन द्वारा जारी एक लेटर के वायरल होने की खबर से गुस्साए किसानों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुतला दहन किया था. इस मामले में पहले ही तीन पुलिस कर्मियों पर लापरवाही बरतने पर गाज गिर चुकी हैं. वहीं अब पुलिस द्वारा एक दर्जन किसानों पर मुकदमा दर्ज किया है. वहीं करीब 80 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
किसान संगठन से जुड़े सुरेंद्र सिंह और उम्मीद बोरा ने कहा कि यह सरकार किसानों की आवाज को दबाने का काम कर रही है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा कि किसान मुकदमे से डरने वाले नहीं हैं. सरकार की कथनी और करनी में फर्क है. सरकार किसानों की जमीन को एरोसिटी के नाम पर छीनना चाहती है. वहीं शुगर मिल को बंद कर जमीन को बेचे का काम कर रही है. लेकिन किसान सरकार के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे.
पढ़ें-किसानों के प्रदर्शन के दौरान लापरवाही बरतने पर कोतवाल और चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर
बता दें कि बीते दिनों शुगर मिल गेट पर किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया था. वहीं प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री के पुतले को चप्पलों से पीटा गया था, इस कृत्य को पुलिस ने भी नहीं रोका था. जिस कारण डोईवाला कोतवाल मुकेश त्यागी और लाल तप्पड़ चौकी इंचार्ज नवीन डंगवाल और एसआई मुकेश कुमार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर ने लाइन हाजिर किया है. वहीं वहीं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के बाद अब किसानों पर भी एक्शन लिया जा रहा है.