देहरादूनः जिले की विकासनगर पुलिस ने 19 अक्टूबर को यमुना नदी से मिले शव के मामले का खुलासा करते हुए 24 घंटे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी की है. पुलिस ने बताया कि महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को यमुना नदी में फेंक दिया था. पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने आरोपी को हिमाचल भागने से पहले ही गिरफ्तार किया.
देहरादून पुलिस ने बताया कि 19 अक्टूबर को चौकी डाकपत्थर क्षेत्र के अंर्तगत जलालिया पीर के पास यमुना नदी से व्यक्ति का शव बरामद हुआ था, जिसके शरीर पर चोट और खरोंच के निशान थे. 20 अक्टूबर को नितिन कुमार ने अपने भाई अरुण कुमार निवासी विकासनगर के रूप में शव की शिनाख्त की. भाई के शरीर और गले पर चोटों के निशान होने के कारण नितिन ने अज्ञात के खिलाफ हत्या के संबंध में विकासनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था.
सीसीटीवी फुटेजों से मिला सुराग: इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विकासनगर पुलिस और एसओजी देहात की संयुक्त टीम का गठन किया गया. टीम ने घटना के संबंध में आस-पास के लोगों से जानकारी ली. साथ ही घटनास्थल और आस-पास के क्षेत्रों की सीसीटीवी फुटेजों को चेक किया. इस दौरान मृतक अरुण का परम सिंह नाम के व्यक्ति के साथ जाने की जानकारी मिली. जिस पर परम सिंह को मुखबिर की सूचना पर पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया. पूछताछ में परस सिंह ने बताया कि मृतक अरुण की पत्नी रमिता के कहने पर ही उसने अरुण की हत्या की. इसके बाद पुलिस ने घटना में शामिल पत्नी को भी गिरफ्तार किया.
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शादी समारोह में हुई परम-रमिता की मुलाकात: एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी परम सिंह कैटरिंग का काम करता है. शादी समारोह के काम के सिलसिले में विकासनगर आता-जाता रहता है. मृतक अरुण सिंह की पत्नी रमिता से उसकी मुलाकात एक साल पहले विवाह समारोह के दौरान होटल में हुई थी. इसके बाद दोनों की अक्सर बातचीत होने लगी. दोनों अक्सर विकासनगर में एक होटल में मिलने लगे.
रमिता ने परम पर बनाया दबाव: इस दौरान रमिता ने बताया कि उसका पति अरुण अक्सर शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता है. यदि अरुण को रास्ते से हटा दिया जाए तो दोनों आसानी से एक-दूसरे के साथ रह सकते हैं. इसके बाद रमिता मुलाकातों के दौरान अक्सर परम से अपने पति को हटाने का दबाव बनाने लगी. ऐसा ना करने पर परम सिंह को जेल भेजने की धमकी देने लगी. इसके बाद परम ने रमिता के साथ मिलकर अरुण की हत्या की योजना बनाई.
हत्या को अंजाम: योजना के मुताबिक, परम सिंह 18 अक्टूबर को अपने कारीगरों के साथ ट्रेन द्वारा सहारनपुर से देहरादून आया. अपने कारीगरों को विकासनगर में एक समारोह स्थान पर छोडकर अरुण को फोन कर मिलने के लिए बुलाया. दोनों ने जलालिया के पास यमुना नदी के किनारे शराब पी. इस दौरान मौका पाकर परम सिंह ने अरुण का अपने ही गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और उसके शव को यमुना नदी में फेंक दिया.
इसके बाद आरोपी परम सिंह अपनी बाइक से विकासनगर आया और रसूलपुर में बाइक खड़ी कर दूसरे वाहन से चला गया. इसके बाद परम सिंह ने रमिता को फोन के जरिए घटना की जानकारी दी. परम सिंह ने रमिता को बताया कि वह अब हिमाचल जाने वाला है.
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