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गजब! लिफ्ट देकर पहले बुजुर्ग महिला की ठगी ज्वेलरी, फिर उसे बैंक में गिरवी रख लिया गोल्ड लोन

crime news Dehradun देहरादून में पुलिस ने ठगी के अजीब मामले का खुलासा किया है. यहां महिला समेत चार लोगों ने पहले लिफ्ट देकर बुजुर्ग महिला से उसकी ज्वेलरी ठगी और फिर दिल्ली में उसी ज्वेलरी को बैंक में गिरवी रखकर गोल्ड लोन लिया. गोल्ड लोन से आरोपियों को जो राशि मिली, उसे उन्होंने चार हिस्सों में बांट लिया. आरोपी कार से ही दिल्ली से देहरादून इस तरह की ठगी करने आए थे.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 9, 2023, 7:27 PM IST

देहरादून: बुजुर्ग महिला से ठगी करने वाले आरोपियों को देहरादून पुलिस ने 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया. एक महिला समेत चारों आरोपियों को पुलिस ने यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. आरोपियों से ठग हुए सोने के जेवरातों से गोल्ड लोन लिया था. गोल्ड लोन की राशि पुलिस ने आरोपियों से बरामद कर ली है.

पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सात अक्टूबर को नवीन सिंह गुसांई निवासी शांति विहार ने नहेरू कॉलोनी थाने में तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी माता सात अक्टूबर को मोथोरावाला चौक देहरादून पर चंबा के लिए बस का इतंजार कर रही थी.

लिफ्ट देने के बहाने महिला को कार में बैठाया: आरोप है कि तभी एक कार सवार व्यक्ति आया और उसने महिला से ऋषिकेश चलने के लिए पूछा. नवीन सिंह गुसांई के मुताबिक उनकी माता ने चलने के लिए आ कर दी. बुजुर्ग महिला के अलावा दो अन्य सवारियां एक महिला और एक पुरूष भी कार में बैठ गए.
पढ़ें- खुलासा: चौथा पति निकला हत्यारा, पत्नी के चरित्र पर था शक इसलिए नाड़े से घोंट दिया गला

चेकिंग के नाम पर महिला का जाल में फंसाया: आरोप है कि रिस्पना पुल पहुंचने पर कार चालक ने सवारियों से कहा कि वो अपने आभूषण एक लिफाफे में छूपा दे, क्योंकि आगे चैकिंग चल रही है. पीड़िता और उसके साथ बैठी एक अन्य महिला ने अपने आभूषण उतारकर ड्राइवर के लिफाफे में रख दिए. बाद में ड्राइवर ने लिफाफा पकड़ाकर पीड़ित महिला को मोहकमपुर के पास उतार दिया.

आरोप है कि जब महिला ने लिफाफा खोला तो उसमें अखबार के टुकडे भरे थे. पीड़िता के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया.

सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को मिली कामयाबी: पुलिस ने पीड़ित महिला से घटना के बारे में एक-एक जानकारी ली. इसके बाद पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की. सीसीटीवी फुटेज में दिल्ली नंबर की संदिग्ध कार दिखाई दी. पुलिस ने कार के बारे में जानकारी एकत्र की. इसके बाद मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मुख्य आरोपी इंद्रजीत सिंह को कार के साथ गाजियाबाद से गिरफ्तार किया.
पढ़ें- देहरादून के BAR में DJ को लेकर जमकर तोड़फोड़, दो पक्षों में चले लात-घूंसे, मारपीट का वीडियो आया सामने

आरोपी से जब पूछताछ की गई तो उसने अपने साथियों अमन कुमार, कमल और तमन्ना के बारे में भी बताया. पुलिस ने इस कांड के शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि महिला के ठगी ज्वैलरी को उन्होंने बैंक में गिरवी रखकर गोल्ड लोन लिया है, जिससे उन्हें 67000 हजार रुपए मिले थे. सभी के हिस्से में 15-15 हजार रुपए आए थे. बाकी के सात हजार रुपए आने-जाने में खर्च हो गए थे.

पुलिस ने बताया कि आरोपी इंद्रजीत के खिलाफ साल 2017 में गाजियाबाद जिले के मसूरी थाने में ठगी का और आरोपी कमल पर दिल्ली के मधु विहार थाने में हत्या के प्रयास को मुकदमा दर्ज हुआ था. दोनों इस मामले में जेल भी जा चुके है.

देहरादून: बुजुर्ग महिला से ठगी करने वाले आरोपियों को देहरादून पुलिस ने 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया. एक महिला समेत चारों आरोपियों को पुलिस ने यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. आरोपियों से ठग हुए सोने के जेवरातों से गोल्ड लोन लिया था. गोल्ड लोन की राशि पुलिस ने आरोपियों से बरामद कर ली है.

पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सात अक्टूबर को नवीन सिंह गुसांई निवासी शांति विहार ने नहेरू कॉलोनी थाने में तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी माता सात अक्टूबर को मोथोरावाला चौक देहरादून पर चंबा के लिए बस का इतंजार कर रही थी.

लिफ्ट देने के बहाने महिला को कार में बैठाया: आरोप है कि तभी एक कार सवार व्यक्ति आया और उसने महिला से ऋषिकेश चलने के लिए पूछा. नवीन सिंह गुसांई के मुताबिक उनकी माता ने चलने के लिए आ कर दी. बुजुर्ग महिला के अलावा दो अन्य सवारियां एक महिला और एक पुरूष भी कार में बैठ गए.
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चेकिंग के नाम पर महिला का जाल में फंसाया: आरोप है कि रिस्पना पुल पहुंचने पर कार चालक ने सवारियों से कहा कि वो अपने आभूषण एक लिफाफे में छूपा दे, क्योंकि आगे चैकिंग चल रही है. पीड़िता और उसके साथ बैठी एक अन्य महिला ने अपने आभूषण उतारकर ड्राइवर के लिफाफे में रख दिए. बाद में ड्राइवर ने लिफाफा पकड़ाकर पीड़ित महिला को मोहकमपुर के पास उतार दिया.

आरोप है कि जब महिला ने लिफाफा खोला तो उसमें अखबार के टुकडे भरे थे. पीड़िता के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया.

सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को मिली कामयाबी: पुलिस ने पीड़ित महिला से घटना के बारे में एक-एक जानकारी ली. इसके बाद पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की. सीसीटीवी फुटेज में दिल्ली नंबर की संदिग्ध कार दिखाई दी. पुलिस ने कार के बारे में जानकारी एकत्र की. इसके बाद मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मुख्य आरोपी इंद्रजीत सिंह को कार के साथ गाजियाबाद से गिरफ्तार किया.
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आरोपी से जब पूछताछ की गई तो उसने अपने साथियों अमन कुमार, कमल और तमन्ना के बारे में भी बताया. पुलिस ने इस कांड के शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि महिला के ठगी ज्वैलरी को उन्होंने बैंक में गिरवी रखकर गोल्ड लोन लिया है, जिससे उन्हें 67000 हजार रुपए मिले थे. सभी के हिस्से में 15-15 हजार रुपए आए थे. बाकी के सात हजार रुपए आने-जाने में खर्च हो गए थे.

पुलिस ने बताया कि आरोपी इंद्रजीत के खिलाफ साल 2017 में गाजियाबाद जिले के मसूरी थाने में ठगी का और आरोपी कमल पर दिल्ली के मधु विहार थाने में हत्या के प्रयास को मुकदमा दर्ज हुआ था. दोनों इस मामले में जेल भी जा चुके है.

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