देहरादूनः हरिद्वार जिले के दो दरोगा समेत 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ विशेष न्यायाधीश (सतर्कता गढ़वाल परिक्षेत्र) और सप्तम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंजिल नौटियाल की अदालत ने विजिलेंस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं. इन पुलिसकर्मियों पर रुपए की डिमांड, गिरफ्तारी और लॉकअप में मारपीट करने का आरोप लगा है. पूरे मामले में अब पुलिसकर्मियों की मुश्किलें बढ़ गई है.
दरअसल, हरिद्वार के कनखल के जगजीतपुर निवासी गोपाल सिंह ने कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया है. जिसमें पीड़ित का कहना था कि क्षेत्र के रहने वाले दो व्यक्तियों ने उनसे 70 हजार रुपए उधार लिए थे. जब उसने रुपए मांगे तो आरोपियों ने वापस करने से इनकार कर दिया. साथ ही दोबारा रुपए मांगने पर रेप के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी. इसके बाद पीड़ित ने इस मामले की शिकायत थाना कनखल और पुलिस चौकी जगजीतपुर में दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
इसी बीच हरिद्वार के कनखल निवासी व्यक्ति से पांच लाख रुपए रिश्वत की मांग करने और झूठा मुकदमा दर्ज कर हवालात में डालने का आरोप लगाने की धमकी दी गई. उसके बाद मामले की शिकायत पीड़ित ने डीजीपी से की. जिसका आरोपियों को पता चल गया. इतना ही नहीं आरोपियों ने गोपाल सिंह को फंसाने के लिए उसके खिलाफ रेप की झूठी शिकायत पुलिस को दे दी. इस पर पुलिस ने गोपाल सिंह के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज भी कर लिया.
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आरोप है कि एसआई खेमेंद्र गंगवार तत्कालीन चौकी इंचार्ज जगजीतपुर वर्तमान तैनाती पुलिस कोतवाली हरिद्वार, एसआई हेमलता और कांस्टेबल बलवंत ने गोपाल सिंह से केस में अंतिम रिपोर्ट लगवाने के एवज में 5 लाख रुपए की मांग की. 12 दिसंबर 2021 को आरोपियों ने उन्हें फोन कर जगजीतपुर पेट्रोल पंप के पास बुलाया. इस दौरान वहां पर एसआई खेमेंद्र गंगवार, एसआई हेमलता, कांस्टेबल पूनम, बलवंत, पप्पू कश्यप और वीरेंद्र भी मौजूद थे.
आरोप था कि रुपए न देने पर पुलिसकर्मियों ने गोपाल को एक निजी वाहन में डालकर थाना कनखल ले गए. जहां लॉकअप में बंद कर बुरी तरह से पीटा. जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद गोपाल ने 13 मार्च 2023 को थाना कनखल और 22 मार्च 2023 को एसएसपी को शिकायत दी, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में उसे कोर्ट की शरण लेनी पड़ी.
पीड़ित गोपाल सिंह के अधिवक्ता पंकज जोशी ने बताया कि हरिद्वार ने अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया. प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए अदालत ने विजिलेंस को आदेश जारी किए हैं कि आरोपी दरोगा खेमेंद्र गंगवार, दरोगा हेमलता, सिपाही पूनम, सिपाही बलवंत, सिपाही पप्पू कश्यप और सिपाही वीरेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज करें. अब इस पूरे मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.