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शहरी विकास मंत्री के शहर में गंदगी से परेशान जनता, पार्षदों ने ACS से लगाई गुहार - Councilor met Anand Vardhan

ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से विधायक और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के क्षेत्र की जनता को शहरी विकास से जुड़े विषय को लेकर शासन की शरण में आना पड़ रहा है. ऋषिकेश में कूड़ा निस्तारण के लिए बजट पास कराने को लेकर 20 से 30 पार्षदों ने अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन से मुलाकात की है.

Rishikesh waste news
ऋषिकेश कूड़ा
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Published : Jul 22, 2022, 1:21 PM IST

Updated : Jul 22, 2022, 4:55 PM IST

ऋषिकेश: यह एक विडंबना ही है कि ऋषिकेश विधानसभा सीट से चार बार के निर्वाचित विधायक और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के क्षेत्र की जनता को शहरी विकास से जुड़े विषय को लेकर शासन की शरण में आना पड़ रहा है. ऋषिकेश से कूड़े के ढेर हटाने के लिए उन्हीं के शहर के मंत्री के विभाग से बजट नहीं मिल पा रहा है. इस संबंध में ऋषिकेश नगर निगम के पार्षदों का कहना है कि शहरी विकास मंत्री से लगातार अनुरोध किया जा रहा है लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है.

एसीएस से मिले पार्षद: बीते रोज ऋषिकेश के 20 से 30 पार्षद देहरादून सचिवालय पहुंचे. उन्होंने ऋषिकेश नगर निगम के लिए शहरी विकास से रुके हुए बजट को लेकर अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन से मुलाकात की. मुलाकात के बाद आनंद वर्धन ने कहा कि ऋषिकेश के लोगों की समस्या स्वभाविक है. इसको जल्द ही समाधान की दिशा में ले जाया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह मामला शासन में प्रोसेस में है. इसको लगातार फॉलो किया जा रहा है. जल्द से जल्द बजट की स्वीकृति की जाएगी.

शहरी विकास मंत्री के शहर में गंदगी से परेशान जनता.

आनंव वर्धन ने दिया था तीन दिन का आश्वासन: पार्षदों का कहना है कि ऋषिकेश में फैले लीगेसी वेस्ट (पुराना कूड़ा) को खत्म करने के लिए केंद्र द्वारा फंड भी जारी कर दिया गया है. बीते दिनों एसीएस आनंद वर्धन ने ऋषिकेश का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने तीन दिन के भीतर बजट पास करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक बजट पास नहीं किया गया है.

प्रेमचंद अग्रवाल के घर से बाहर फैला कूड़ा: पार्षदों का कहना है कि केंद्र ने ऋषिकेश नगर निगम में लीगेसी वेस्ट निस्तारण के लिए तकरीबन ₹6 करोड़ स्वीकृत हुए हैं लेकिन शहरी विकास विभाग द्वारा इसे जारी नहीं किया जा रहा है. इस वजह से ऋषिकेश शहर में लगातार गंदगी का अंबार लगता जा रहा है. पार्षदों का यहां तक भी कहना है कि खुद शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के घर के आस-पास भी गंदगी और कूड़े का अंबार लगा हुआ है.

मंत्री के आवास से 200 मीटर दूर कूड़े का ढेर: ऋषिकेश नगर निगम गंदगी और दुर्गंध का अड्डा बनता जा रहा है. ऋषिकेश से पार्षद गुरविंदर सिंह का कहना है कि ऋषिकेश के ट्रेंचिंग ग्राउंड में फैले इस कूड़े से आसपास के तकरीबन एक से डेढ़ किलोमीटर तक का हिस्सा पूरी तरह से दुर्गंध से त्रस्त है. वार्ड नंबर-5 से पार्षद देवेंद्र प्रजापति का कहना है कि ट्रेंचिंग ग्राउंड से मात्र 200 मीटर की दूरी पर मंत्री का आवास है. जब बारिश होती है तो कूड़े के ढेर से बहने वाला गंदा काला पानी शहरी विकास मंत्री के घर के आगे से बहता है.
पढ़ें- गंगा में डूबते 7 कांवड़ियों के लिए जल पुलिस बनी 'देवदूत', रेस्क्यू कर बचाई जान

ऋषिकेश की जनता भुगत रही खामियाजा: ऋषिकेश में बीजेपी के दो बड़े नेता है. प्रेमचंद अग्रवाल ऋषिकेश से विधायक और कैबिनेट मंत्री हैं. अनीता ममगाईं ऋषिकेश नगर निगम की मेयर हैं. बावजूद इसके ऋषिकेश कूड़े के ढेर पर बैठा है. अफसोस की बात यह है कि दोनों नेताओं में आपसी सामंजस्य उस तरह से देखने को नहीं मिलता है, जैसा एक दल के नेताओं में होना चाहिए. इसका खामियाजा ऋषिकेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

सचिवालय में धरने के चेतावनी: ऋषिकेश के पार्षदों का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांग जल्द ही पूरी नहीं की जाती है, तो वह अपने साथ ऋषिकेश की तमाम जनता को लेकर उत्तराखंड सचिवालय के बाहर टेंट लगाकर धरना देंगे. ऋषिकेश की गंदी दूषित हवा को छोड़कर वह भी सचिवालय की स्वच्छ हवा का लुफ्त उठाएंगे.

ऋषिकेश: यह एक विडंबना ही है कि ऋषिकेश विधानसभा सीट से चार बार के निर्वाचित विधायक और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के क्षेत्र की जनता को शहरी विकास से जुड़े विषय को लेकर शासन की शरण में आना पड़ रहा है. ऋषिकेश से कूड़े के ढेर हटाने के लिए उन्हीं के शहर के मंत्री के विभाग से बजट नहीं मिल पा रहा है. इस संबंध में ऋषिकेश नगर निगम के पार्षदों का कहना है कि शहरी विकास मंत्री से लगातार अनुरोध किया जा रहा है लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है.

एसीएस से मिले पार्षद: बीते रोज ऋषिकेश के 20 से 30 पार्षद देहरादून सचिवालय पहुंचे. उन्होंने ऋषिकेश नगर निगम के लिए शहरी विकास से रुके हुए बजट को लेकर अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन से मुलाकात की. मुलाकात के बाद आनंद वर्धन ने कहा कि ऋषिकेश के लोगों की समस्या स्वभाविक है. इसको जल्द ही समाधान की दिशा में ले जाया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह मामला शासन में प्रोसेस में है. इसको लगातार फॉलो किया जा रहा है. जल्द से जल्द बजट की स्वीकृति की जाएगी.

शहरी विकास मंत्री के शहर में गंदगी से परेशान जनता.

आनंव वर्धन ने दिया था तीन दिन का आश्वासन: पार्षदों का कहना है कि ऋषिकेश में फैले लीगेसी वेस्ट (पुराना कूड़ा) को खत्म करने के लिए केंद्र द्वारा फंड भी जारी कर दिया गया है. बीते दिनों एसीएस आनंद वर्धन ने ऋषिकेश का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने तीन दिन के भीतर बजट पास करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक बजट पास नहीं किया गया है.

प्रेमचंद अग्रवाल के घर से बाहर फैला कूड़ा: पार्षदों का कहना है कि केंद्र ने ऋषिकेश नगर निगम में लीगेसी वेस्ट निस्तारण के लिए तकरीबन ₹6 करोड़ स्वीकृत हुए हैं लेकिन शहरी विकास विभाग द्वारा इसे जारी नहीं किया जा रहा है. इस वजह से ऋषिकेश शहर में लगातार गंदगी का अंबार लगता जा रहा है. पार्षदों का यहां तक भी कहना है कि खुद शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के घर के आस-पास भी गंदगी और कूड़े का अंबार लगा हुआ है.

मंत्री के आवास से 200 मीटर दूर कूड़े का ढेर: ऋषिकेश नगर निगम गंदगी और दुर्गंध का अड्डा बनता जा रहा है. ऋषिकेश से पार्षद गुरविंदर सिंह का कहना है कि ऋषिकेश के ट्रेंचिंग ग्राउंड में फैले इस कूड़े से आसपास के तकरीबन एक से डेढ़ किलोमीटर तक का हिस्सा पूरी तरह से दुर्गंध से त्रस्त है. वार्ड नंबर-5 से पार्षद देवेंद्र प्रजापति का कहना है कि ट्रेंचिंग ग्राउंड से मात्र 200 मीटर की दूरी पर मंत्री का आवास है. जब बारिश होती है तो कूड़े के ढेर से बहने वाला गंदा काला पानी शहरी विकास मंत्री के घर के आगे से बहता है.
पढ़ें- गंगा में डूबते 7 कांवड़ियों के लिए जल पुलिस बनी 'देवदूत', रेस्क्यू कर बचाई जान

ऋषिकेश की जनता भुगत रही खामियाजा: ऋषिकेश में बीजेपी के दो बड़े नेता है. प्रेमचंद अग्रवाल ऋषिकेश से विधायक और कैबिनेट मंत्री हैं. अनीता ममगाईं ऋषिकेश नगर निगम की मेयर हैं. बावजूद इसके ऋषिकेश कूड़े के ढेर पर बैठा है. अफसोस की बात यह है कि दोनों नेताओं में आपसी सामंजस्य उस तरह से देखने को नहीं मिलता है, जैसा एक दल के नेताओं में होना चाहिए. इसका खामियाजा ऋषिकेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

सचिवालय में धरने के चेतावनी: ऋषिकेश के पार्षदों का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांग जल्द ही पूरी नहीं की जाती है, तो वह अपने साथ ऋषिकेश की तमाम जनता को लेकर उत्तराखंड सचिवालय के बाहर टेंट लगाकर धरना देंगे. ऋषिकेश की गंदी दूषित हवा को छोड़कर वह भी सचिवालय की स्वच्छ हवा का लुफ्त उठाएंगे.

Last Updated : Jul 22, 2022, 4:55 PM IST
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