देहरादून: कोरोना वायरस के संक्रमित आईएफएससी को दून मेडिकल कॉलेज के आइसोलेटेड वार्ड में रखा गया है. यहां पर प्रशिक्षु को उचित इलाज भी दिया जा रहा है. कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी को लेकर दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आशुतोष सयाना ने ईटीवी भारत संवाददाता से खुलकर बात की.
उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़ा पहला मामला सामने आने के बाद लोगों में डर का माहौल है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज के उचित इलाज और महामारी से बचाव को लेकर तमाम प्रयासों में जुटा है. दून मेडिकल कॉलेज में भर्ती संक्रमित मरीज की हालत स्थिर बनी हुई है. कोरोना वायरस को लेकर तैयारियों और मौजूदा स्थितियों पर ईटीवी भारत संवाददाता ने दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आशुतोष सयाना से बात की.
दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने कहा-
- डरने की कोई बात नहीं.
- एहतियात बरतने की जरूरत.
- स्वच्छता बनाए रखें.
- भीड़भाड़ से बचें.
- संक्रमित प्रशिक्षु अफसर की हालत स्थिर है.
- दून मेडिकल कॉलेज में गाइड लाइन के अनुसार हो रहा इलाज.
- दून मेडिकल कॉलेज ने प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज के लिए कक्ष बनाए हैं.
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बता दें कि आईएफएस प्रशिक्षु प्रशिक्षण के सिलसिले में विदेश दौरे पर थे. स्पेन से लौटने के बाद कुछ प्रशिक्षुओं में कोरोना वायरस जैसे लक्षण पाए गए. जिनके ब्लड सैंपल हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज भेजे गए थे. लैब से एक प्रशिक्षु की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद से ही स्वास्थ्य विभाग संक्रमित मरीज का इलाज कर रहा है. फिलहाल प्रशिक्षु को दून मेडिकल कॉलेज के आइसोलेटेड वार्ड में रखा गया है.
कहां गए थे वन अकादमी के प्रशिक्षु ?
- यूरोप के दौरे से लौटे थे वन अकादमी के प्रशिक्षु.
- फिनलैंड, स्पेन और रूस गया था 62 सदस्यीय दल.
- देहरादून लौटते ही सामने आया था संक्रमण का मामला.
- राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी भेजा गया था ब्लड सैंपल.
- वन अकादमी के एक प्रशिक्षु की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी.
- रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद कोरोना की हुई पुष्टि.