देहरादून: कोराना वायरस की दहशत इस वक्त पूरे विश्व में अपने चरम पर है. वहीं देवभूमि उत्तराखंड में भी कोराना से बचने को लेकर रोजाना नये फरमान जारी किये जा रहें हैं. एक दिन पहले सरकार द्वारा कोराना के खतरे को देखते हुए सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किये थे. अब सरकार द्वारा 18 मार्च को होने जा रहे सरकार के तीन साल के जश्न में प्रस्तावित कार्यक्रम 'बातें कम-काम ज्यादा' को भी रद्द कर दिया गया है. इसके साथ ही सरकार ने आंगनबाड़ी और पॉलिटेक्निक कॉलेज बंद करने के निर्देश दिए हैं.
उत्तराखडं के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि कोराना वायरस के खतरे को देखते हुए सरकार की कोशिश है कि किसी भी तरह का जोखिम ना उठाया जाए. उन्होंने जानकारी दी कि स्कूलों को पहले ही बंद किया जा चुका है और आंगनबाड़ी के साथ-साथ पॉलिटेक्निक कॉलेजों को भी बंद करने के निर्देश दिये गये हैं.
वहीं डिग्री कॉलेजों को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि किसी भी वक्त छुट्टी का फरमान जारी हो सकता है. मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए आने वाले समय में जरूरी कदम उठाए जाएंगे, भले वो कुछ सख्त प्रतिबंध ही क्यों ना हो.
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इसके अलावा सरकार द्वारा 18 मार्च को पूरे होने जा रहे सरकार के तीन साल के मौके पर प्रस्तावित कार्यक्रम 'बात कम-काम ज्यादा' कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिया गया है. आपको बता दें कि राजनीतिक दृष्टीकोण से ये क्रार्यक्रम सरकार के लिए बेहद जरूरी थे. क्योंकि 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं और अभी से प्रदेश में सरकार अपने बीते तीन सालों की उपलब्धियों को भुनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन कोराना के कहर ने सरकार की पूरी तैयारियों पर पानी फेर दिया है.