देहरादून/लक्सर/ हल्द्वानी/ पिथौरागढ़: प्रदेश में हर बीतते दिन के साथ कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जिससे सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई है. कोरोना की रोकथाम के लिए हर तरह के एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं. बावजूद इसके मामलों में कमी आने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश में आज कोरोना को लेकर क्या रही स्थिति, कहां कितने मामले सामने आये, आइये एक नजर डालते हैं.
अभी तक 11,738 पुलिसकर्मियों का कोविड-19 टेस्ट
उत्तराखंड में अभी तक 11,738 पुलिसकर्मियों का कोविड -19 टेस्ट कराया जा चुका है. वहीं, कोरोना संक्रमित होने के कारण प्रदेश में दो पुलिस कर्मियों की मौत भी हो चुकी है. एहतियात के तौर पर अभी तक 4646 पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन किया गया. जिसमें से 4041 पुलिसकर्मी क्वारंटाइन अवधि पूरी कर वापस ड्यूटी लौट चुके हैं. साथ ही 1121 पुलिसकर्मी कोरोना पाॅजिटिव पाये गए हैं. जिसमें से 765 पुलिसकर्मी स्वस्थ हो गए हैं.
पढ़ें- रामनगर: गुलदार और बाघ ने किया दो युवकों पर हमला
कोविड की गाइडलाइन के नियमों को किया जा रहा दरकिनार
राजधानी देहरादून में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद अंतिम संस्कार के दौरान सतर्कता नहीं बरती जा रही है. एक तरफ कोरोना से बचने के लिए सतर्कता बरतने की बात की जा रही है तो वहीं अस्पतालों की तरफ से कोविड गाइडलाइन के नियमों को दरकिनार किया जा रहा है. दरअसल, कोरोना पॉजिटिव एक सर्राफा कारीगर की मौत होने के बाद अस्पताल में शव को खुले में रख दिया. स्वास्थ विभाग की गाइडलाइन के अनुसार शव को प्लास्टिक बैग में पैक किया जाना चाहिए. मगर सिस्टम की बेरुखी के चलते शव के अंतिम संस्कार में भी डेढ़ दिन का वक्त लगा.
पढ़ें- ACP घोटाले में रोडवेज के 11 अफसर पाए गए दोषी, रिकवरी के आदेश
सर्राफा मंडल ने अस्पताल पर लगाये गंभीर आरोप
सर्राफा मंडल के अध्यक्ष सुनील मैसोन ने बताया कि मृतक मूल रूप से बंगाल का रहने वाला था. वह घोसी गली में एक सर्राफ के यहां काम किया करता था. शनिवार सुबह उसे सांस लेने में दिक्कत हुई. जिसके बाद उन्हें कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत हो गई. आरोप है कि शव को बिना बैग में पैक किए ही मोर्चरी में रख दिया गया. ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष का आरोप है कि कोरोना संक्रमित होने के बावजूद न तो गाइडलाइन के हिसाब से शव को पैक किया गया और न ही शव को कवर किया गया.
पढ़ें- रुद्रपुर: महिला से छेड़छाड़ करने का आरोपी गिरफ्तार
इस बारे में कोरोनेशन अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भगवती जंगपांगी ने कहा कि मृतक के शव को तत्काल डीप फ्रीजर में रखवा दिया गया था. शव को गाइडलाइन के अनुसार पैक क्यों नहीं किया गया, इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को जवाब तलब किया गया है.
पढ़ें- IPL गर्ल तान्या को बचपन से था क्रिकेट का शौक, पिता का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू
लक्सर राजकीय पशु चिकित्सालय 3 दिन के लिए बंद
लक्सर राजकीय पशु चिकित्सालय में एक कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिसके बाद से ही पशु चिकित्सालय में हड़कंप मचा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कर्मचारी को आइसोलेशन सेंटर भेज दिया है. एहतियात के तौर पर पशु चिकित्सालय को 3 दिन के लिए बंद किया गया है.
पढ़ें-लोकसभा में अजय भट्ट ने उठाया काशीपुर का मुद्दा, कहा- ओवरब्रिज निर्माण कार्य तुरंत हो शुरू
स्वास्थ्य महकमा भी कोरोना की चपेट में
पिथौरागढ़ में कोरोना संक्रमण की चपेट में अब स्वास्थ्य महकमा भी आने लगा है. पिथौरागढ़ में टीबी अस्पताल और एनएचएम के कर्मचारियों के संक्रमित होने के कारण दोनों सेक्शन को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है. यही नहीं इनमें तैनात सभी कर्मचारियों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं. हेल्थ डिपार्टमेंट का कहना है कि सभी की जांच रिपोर्ट आने के बाद एनएचएम और टीबी अस्पताल को खोला जाएगा. वहीं जिले में अब तक कुल 673 कोरोना पॉजिटिव केस पाए गए हैं. जिनमें से 464 व्यक्तियों को स्वस्थ हो जाने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है. जिले में अब तक 3 कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की मृत्यु हुई है.
नेता प्रतिपक्ष के जल्द स्वास्थ्य लाभ का कामना के लिए पूजा अर्चना
वहीं, हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना को लेकर आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भूमि देवी मंदिर में पूजा अर्चना और हवन यज्ञ किया गया. गौरतलब है कि नेता विपक्ष इंदिरा हृदयेश कुछ दिनों पहले ही कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. जिसके बाद उन्हें एयर एंबुलेंस के माध्यम से देहरादून ले जाया गया था. नैनीताल जनपद के जिला महामंत्री हेमन्त साहू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का जल्द स्वस्थ होना हल्द्वानी सहित प्रदेश लोगों के लिए बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा वे विकास की गति और लोगों की समस्या का निदान करती हैं.