ETV Bharat / state

अब कॉर्बेट में पर्यटकों की टाइगर से होगी मुलाकात, जानिए कैसे

बफर जोन पाखरो के खुलने न सिर्फ कॉर्बेट नेशनल पार्क में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि ढिकाला रेंज में पर्यटकों का दबाव भी कम होगा.

Corbett National Park
कॉर्बेट नेशनल पार्क
author img

By

Published : Oct 9, 2020, 8:42 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काफी लंबे समय से मशक्कत चल रही है. इस दिशा में अब वन विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कॉर्बेट नेशनल पार्क के बफर जोन पाखरो में भी पर्यटक के लिए टाइगर सफारी को हरी झंडी दे दी है. विभाग के इस फैसले के बाद टाइगर का दीदार करने की इच्छा रखने वालों की कॉर्बेट में टाइगर से मुलाकात की पक्की गारंटी होगी.

वन्य जीव प्रेमियों के लिए वन विभाग खुशखबरी लेकर आया है, दरअसल विभाग ने अब कॉर्बेट के बफर जोन पाखरो में टाइगर सफारी के लिए तैयारी शुरू कर दी है. शासन स्तर पर इसके लिए मंजूरी मिलने के बाद अब इस पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

पढ़ें- चिट्ठी-पत्री का नहीं आया जवाब, सीमांत गांवों को बस हिमाचल का 'सहारा'

बता दें कि उत्तराखंड में वन्यजीव पर्यटन का 80% हिस्सा कॉर्बेट पर ही निर्भर रहता है. कॉर्बेट पार्क की ढिकाला रेंज में सबसे ज्यादा पर्यटक आते है, लेकिन अब बफर ज़ोन को भी सफारी के लिए हरी झंडी मिलने के बाद इस क्षेत्र पर दबाव कम हो सकेगा.

इसके अलावा ढेला रेंज में रेस्क्यू सेंटर की स्थापना भी प्रस्तावित है. जिसके लिए सैद्धान्तिक रूप से मंजूरी मिली चुकी है. टाइगर सफारी के लिए पाखरो में 100 हेक्टेयर भूमि को चयनित किया जाएगा, यह बफर जोन होने के चलते यहां टाइगर की मौजूदगी काफी ज्यादा होती है. इसलिए पर्यटकों को टाइगर के दीदार यहां काफी आसानी से हो सकेंगे.

देहरादून: उत्तराखंड में वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काफी लंबे समय से मशक्कत चल रही है. इस दिशा में अब वन विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कॉर्बेट नेशनल पार्क के बफर जोन पाखरो में भी पर्यटक के लिए टाइगर सफारी को हरी झंडी दे दी है. विभाग के इस फैसले के बाद टाइगर का दीदार करने की इच्छा रखने वालों की कॉर्बेट में टाइगर से मुलाकात की पक्की गारंटी होगी.

वन्य जीव प्रेमियों के लिए वन विभाग खुशखबरी लेकर आया है, दरअसल विभाग ने अब कॉर्बेट के बफर जोन पाखरो में टाइगर सफारी के लिए तैयारी शुरू कर दी है. शासन स्तर पर इसके लिए मंजूरी मिलने के बाद अब इस पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

पढ़ें- चिट्ठी-पत्री का नहीं आया जवाब, सीमांत गांवों को बस हिमाचल का 'सहारा'

बता दें कि उत्तराखंड में वन्यजीव पर्यटन का 80% हिस्सा कॉर्बेट पर ही निर्भर रहता है. कॉर्बेट पार्क की ढिकाला रेंज में सबसे ज्यादा पर्यटक आते है, लेकिन अब बफर ज़ोन को भी सफारी के लिए हरी झंडी मिलने के बाद इस क्षेत्र पर दबाव कम हो सकेगा.

इसके अलावा ढेला रेंज में रेस्क्यू सेंटर की स्थापना भी प्रस्तावित है. जिसके लिए सैद्धान्तिक रूप से मंजूरी मिली चुकी है. टाइगर सफारी के लिए पाखरो में 100 हेक्टेयर भूमि को चयनित किया जाएगा, यह बफर जोन होने के चलते यहां टाइगर की मौजूदगी काफी ज्यादा होती है. इसलिए पर्यटकों को टाइगर के दीदार यहां काफी आसानी से हो सकेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.