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कांग्रेस में मची उथल-पुथल का बीजेपी को उपचुनाव में मिलेगा फायदा !

उत्तराखंड में कांग्रेस में चल रहे घमासान का इन दिनों बीजेपी जमकर मजा ले रही है. कांग्रेस विधायक हरीश धामी के बयान पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स ने कांग्रेस को अब डूबता हुआ जहाज करार दिया है. वहीं, कांग्रेस ने कहा है कि उनको ऐसा नहीं लगता है कि हरीश धामी कांग्रेस छोड़ेंगे.

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देहरादून
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Published : Apr 14, 2022, 2:45 PM IST

देहरादून: कांग्रेस पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के चयन के बाद लगातार उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है. कांग्रेस से धारचूला के विधायक हरीश धामी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए उपचुनाव लड़ने के लिए अपनी सीट छोड़ने तक की बात कह चुके हैं. इस पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी भी नजर बनाए हुए है. कांग्रेस में अंदरखाने मचे इस घमासान का भाजपा भी कहीं न कहीं फायदा उठाने की कोशिश करेगी.

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर बीजेपी को अपनी सभी सीटों को बरकरार रखते हुए किसी कांग्रेसी विधायक की सीट छुड़वानी होगी, तो भाजपा को अधिक मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि इस समय कांग्रेस के कई विधायक अपनी पार्टी से ही नाराज चल रहे हैं. उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सीएम घोषित होने के बाद लगातार उनके उपचुनाव लड़ने के लिए सीट पर कई प्रकार की कयासबाजी चल रही है.

कांग्रेस के घटनाक्रम पर भाजपा की पैनी नजर.

राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि हो सकता है कि भाजपा एक बार फिर इस परंपरा को दोहरा सकती है कि कांग्रेस में सेंधमारी कर उनकी किसी सीट को खाली कर मुख्यमंत्री को उपचुनाव लड़वाया जाए. हालांकि, सीएम के चम्पावत से चुनाव लड़ने के कयास ज्यादा हैं. इन सब के बीच भाजपा की राह कांग्रेस ने खुद ही आसान कर दी है. माना जा रहा है कि कांग्रेस में दलबदल की सुगबुगाहट और हरीश धामी के बयान के बाद बीजेपी को सीएम के उपचुनाव सीट के लिए अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ेगी.
पढ़ें- सहकारी बैंक घोटाला: 'चक्रव्यूह' से कैसे बाहर निकलेंगे कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ?

हालांकि, इस पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स (State Spokesperson BJP Shadab Shams) का कहना है कि यह मुख्यमंत्री का अपना अधिकार है कि वह किस सीट से उपचुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन जिस प्रकार से अब कांग्रेसी विधायक मुख्यमंत्री के लिए अपनी सीट छोड़ने के ऑफर दे रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेसी विधायकों को अब लग गया है कि वह डूबते जहाज पर सवार हैं. कांग्रेस में किसी प्रकार की विचारधारा (Ideology) नहीं बची है.

कांग्रेस के नेता भी बीजेपी से अनुशासन सीखने की बात कर रहे हैं. कांग्रेस के प्रदेश संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी (Mathura Dutt Joshi) का कहना है कि उनका कोई भी विधायक पार्टी को नहीं छोड़ रहा है और भाजपा का कार्य हमेशा से ही षड्यंत्र करने का रहा है. वह कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन कांग्रेस का कोई भी विधायक नहीं टूटेगा.

देहरादून: कांग्रेस पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के चयन के बाद लगातार उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है. कांग्रेस से धारचूला के विधायक हरीश धामी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए उपचुनाव लड़ने के लिए अपनी सीट छोड़ने तक की बात कह चुके हैं. इस पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी भी नजर बनाए हुए है. कांग्रेस में अंदरखाने मचे इस घमासान का भाजपा भी कहीं न कहीं फायदा उठाने की कोशिश करेगी.

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर बीजेपी को अपनी सभी सीटों को बरकरार रखते हुए किसी कांग्रेसी विधायक की सीट छुड़वानी होगी, तो भाजपा को अधिक मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि इस समय कांग्रेस के कई विधायक अपनी पार्टी से ही नाराज चल रहे हैं. उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सीएम घोषित होने के बाद लगातार उनके उपचुनाव लड़ने के लिए सीट पर कई प्रकार की कयासबाजी चल रही है.

कांग्रेस के घटनाक्रम पर भाजपा की पैनी नजर.

राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि हो सकता है कि भाजपा एक बार फिर इस परंपरा को दोहरा सकती है कि कांग्रेस में सेंधमारी कर उनकी किसी सीट को खाली कर मुख्यमंत्री को उपचुनाव लड़वाया जाए. हालांकि, सीएम के चम्पावत से चुनाव लड़ने के कयास ज्यादा हैं. इन सब के बीच भाजपा की राह कांग्रेस ने खुद ही आसान कर दी है. माना जा रहा है कि कांग्रेस में दलबदल की सुगबुगाहट और हरीश धामी के बयान के बाद बीजेपी को सीएम के उपचुनाव सीट के लिए अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ेगी.
पढ़ें- सहकारी बैंक घोटाला: 'चक्रव्यूह' से कैसे बाहर निकलेंगे कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ?

हालांकि, इस पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स (State Spokesperson BJP Shadab Shams) का कहना है कि यह मुख्यमंत्री का अपना अधिकार है कि वह किस सीट से उपचुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन जिस प्रकार से अब कांग्रेसी विधायक मुख्यमंत्री के लिए अपनी सीट छोड़ने के ऑफर दे रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेसी विधायकों को अब लग गया है कि वह डूबते जहाज पर सवार हैं. कांग्रेस में किसी प्रकार की विचारधारा (Ideology) नहीं बची है.

कांग्रेस के नेता भी बीजेपी से अनुशासन सीखने की बात कर रहे हैं. कांग्रेस के प्रदेश संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी (Mathura Dutt Joshi) का कहना है कि उनका कोई भी विधायक पार्टी को नहीं छोड़ रहा है और भाजपा का कार्य हमेशा से ही षड्यंत्र करने का रहा है. वह कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन कांग्रेस का कोई भी विधायक नहीं टूटेगा.

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