देहरादून: कांग्रेस ने संगठन को संगठनात्मक और आंदोलनात्मक धार देने के उद्देश्य से कॉटेक्ट वर्चुअल सम्मेलन की छठवीं श्रृंखला में जिला चमोली के पदाधिकारियों से बातचीत की. वर्चुअल सम्मेलन की शुरुआत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने की. करीब 4 घंटे चली वर्चुअल बैठक में प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह, सह प्रभारी राजेश धर्मानी, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी भाग लिया.
इससे पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी वर्चुअल बैठक के माध्यम से अपने विचार रखते हुए कहा कि कांग्रेस पूरी एकता के साथ एक मंच पर खड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है कि हर कार्यक्रम में सब नेता एक साथ मौजूद रह सके. इसका मतलब यह नहीं कि पार्टी में एकता नहीं है.
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वर्चुअल बैठक के माध्यम से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी संघर्ष का बिगुल फूंका. उन्होंने जिला चमोली के वर्चुअल सम्मेलन में ऐलान किया कि बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ ब्लॉक, नगर और जिला मुख्यालयों पर 12 सितंबर को धरना दिया जाएगा. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्यकर्ता 40 की संख्या में धरना देंगे. वहीं, 23 सितंबर को पांच सूत्रीय बिंदुओं को लेकर विधानसभा के समक्ष भी धरना दिया जाएगा. जिसमें किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया जाएगा. इन समस्याओं में गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर बकाया भुगतान दिए जाने की मांग प्रमुख रूप से शामिल है.
इसके अलावा कांग्रेस ने बेरोजगारी, कोरोना पर सरकार की लापरवाही, देवस्थानम बोर्ड के गठन के कानून को खारिज करने और अनियंत्रित महंगाई को लेकर प्रदर्शन करने का भी ऐलान किया. वर्चुअल बैठक के माध्यम से प्रीतम सिंह ने बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूती से खड़ा किए जाने का अभियान चलाने की भी बात कही. कांग्रेस ने ऐलान किया है कि उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी लगातार जनता के सवालों पर संघर्ष जारी रखेगी.