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108 के कर्मचारियों को मिला कांग्रेस का साथ, धस्माना ने सरकार पर लगाया गंभीर आरोप - त्रिवेंद्र सिंह रावत

धस्माना ने आरोप लगाया कि आगामी 30 अप्रैल से 108 का संचालन करने जा रही कैंप कंपनी मध्य प्रदेश के एक बड़े बीजेपी नेता के संरक्षण में चल रही है. यही कारण है कि बीजेपी शासित राज्यों में आरएसएस और उनकी विचारधाराओं को संतुष्ट करने वाली संस्थाओं के हाथों में ही जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं.

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Published : Apr 25, 2019, 5:54 PM IST

Updated : Apr 25, 2019, 6:52 PM IST

देहरादून: आपातकालीन सेवा 108 व खुशियों की सवारी में तैनात प्रदेशभर के फील्ड कर्मचारियों के समर्थन में कांग्रेस भी सड़कों पर उतरने को तैयार है. कर्मचारी प्रदेश में आगामी एक मई से इस सेवा का जिम्मा संभालने जा रही नई कंपनी में समायोजन की मांग कर रहे हैं. अपनी मांग को लेकर बुधवार से कर्मचारी आंदोलन पर हैं.

सूर्यकांत धस्माना, प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस.

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आंदोलनरत कर्मचारियों के सहारे कांग्रेस को भी सरकार पर हमला बोलने की मौका मिल गया है. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि यदि सरकार ने 108 और खुशियों की सवारी सेवा में तैनात कर्मचारियों की समस्या का जल्द समाधान नहीं किया तो कांग्रेस, सरकार के खिलाफ आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी.

धस्माना ने त्रिवेंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सवा सौ लाख लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र में आपातकालीन सेवाएं देने वाली 108 और खुशियों की सवारी के कर्मचारियों की सरकार अनदेखी कर रही है. जबकि स्वास्थ्य महकमा खुद मुख्यमंत्री के पास है.

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इतना ही उन्होंने नई कंपनी के टेंडर पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार पिछले 11 सालों से 108 सेवा का काम कर रही जीवीके कंपनी से काम वापस लेकर मध्य प्रदेश की नई कंपनी को टेंडर दे दिया है, जिसे कोई अनुभव नहीं है.

धस्माना ने आरोप लगाया कि आगामी 30 अप्रैल से 108 का संचालन करने जा रही कैंप कंपनी मध्य प्रदेश के एक बड़े बीजेपी नेता के संरक्षण में चल रही है. यही कारण है कि बीजेपी शासित राज्यों में आरएसएस और उनकी विचारधाराओं को संतुष्ट करने वाली संस्थाओं के हाथों में ही जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं.

पढ़ें- अपने किचन में उगाये ताजा सब्जियां, पंतनगर बायोटेक के वैज्ञानिक घर-घर पहुंचाएंगे ये तकनीक

जीवीके कंपनी में 11 सालों से काम कर रहे कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और सीएम कह रहे हैं कि यह सरकारी कर्मचारी नहीं है बल्कि कंपनी के कर्मी हैं. सीएम का ये बयान बेहद निंदनीय है. क्योंकि कंपनी में कार्यरत 717 कर्मचारी उत्तराखंड मूल के हैं. नई कंपनी अनुभवहीन कर्मचारियों को भर्ती कर रही है. जिन्हें उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति तक का ज्ञान नहीं है.

धस्माना ने कहा कि वे गुरुवार शाम 8 बजे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से मुलाकात करेंगे और इस मामले पर वार्ता करेंगे. कांग्रेस ये सुनिश्चित करेगी कि नई कंपनी में एक भी कर्मचारी की सेवा समाप्त न हो और न ही उनके वेतन भत्तों में किसी तरह की कटौती की जाए.

देहरादून: आपातकालीन सेवा 108 व खुशियों की सवारी में तैनात प्रदेशभर के फील्ड कर्मचारियों के समर्थन में कांग्रेस भी सड़कों पर उतरने को तैयार है. कर्मचारी प्रदेश में आगामी एक मई से इस सेवा का जिम्मा संभालने जा रही नई कंपनी में समायोजन की मांग कर रहे हैं. अपनी मांग को लेकर बुधवार से कर्मचारी आंदोलन पर हैं.

सूर्यकांत धस्माना, प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस.

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आंदोलनरत कर्मचारियों के सहारे कांग्रेस को भी सरकार पर हमला बोलने की मौका मिल गया है. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि यदि सरकार ने 108 और खुशियों की सवारी सेवा में तैनात कर्मचारियों की समस्या का जल्द समाधान नहीं किया तो कांग्रेस, सरकार के खिलाफ आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी.

धस्माना ने त्रिवेंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सवा सौ लाख लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र में आपातकालीन सेवाएं देने वाली 108 और खुशियों की सवारी के कर्मचारियों की सरकार अनदेखी कर रही है. जबकि स्वास्थ्य महकमा खुद मुख्यमंत्री के पास है.

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इतना ही उन्होंने नई कंपनी के टेंडर पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार पिछले 11 सालों से 108 सेवा का काम कर रही जीवीके कंपनी से काम वापस लेकर मध्य प्रदेश की नई कंपनी को टेंडर दे दिया है, जिसे कोई अनुभव नहीं है.

धस्माना ने आरोप लगाया कि आगामी 30 अप्रैल से 108 का संचालन करने जा रही कैंप कंपनी मध्य प्रदेश के एक बड़े बीजेपी नेता के संरक्षण में चल रही है. यही कारण है कि बीजेपी शासित राज्यों में आरएसएस और उनकी विचारधाराओं को संतुष्ट करने वाली संस्थाओं के हाथों में ही जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं.

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जीवीके कंपनी में 11 सालों से काम कर रहे कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और सीएम कह रहे हैं कि यह सरकारी कर्मचारी नहीं है बल्कि कंपनी के कर्मी हैं. सीएम का ये बयान बेहद निंदनीय है. क्योंकि कंपनी में कार्यरत 717 कर्मचारी उत्तराखंड मूल के हैं. नई कंपनी अनुभवहीन कर्मचारियों को भर्ती कर रही है. जिन्हें उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति तक का ज्ञान नहीं है.

धस्माना ने कहा कि वे गुरुवार शाम 8 बजे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से मुलाकात करेंगे और इस मामले पर वार्ता करेंगे. कांग्रेस ये सुनिश्चित करेगी कि नई कंपनी में एक भी कर्मचारी की सेवा समाप्त न हो और न ही उनके वेतन भत्तों में किसी तरह की कटौती की जाए.

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जीवीके ईएमआरआई आपातकालीन सेवा 108 व खुशियों की सवारी के 717 कर्मचारियों को 30 अप्रेल तक सेवा समाप्ति के नोटिस जारी किए गए हैं, 30 अप्रैल के बाद कैंप कंपनी 108 सेवा का संचालन आरंभ कर देगी,कांग्रेस पार्टी ने भी इस मुद्दे को हाथोंहाथ लेते हुए सरकार पर कर्मचारियों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि अगर सरकार 108 सेवा में कार्यरत कर्मचारियों की समस्या का समाधान नहीं करती है तो ऐसे में कांग्रेस पार्टी आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी।


Body:कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश के सवा सौ लाख लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र में आपातकालीन सेवाएं देने वाली 108 और खुशियों की सवारी के कर्मियों की सरकार अनदेखी कर रही है। जबकि स्वास्थ्य महकमा खुद मुख्यमंत्री के अधीन है। धस्माना ने कहा कि बीते 11 वर्षों से आपातकालीन 108 सेवा का संचालन कर रही जीवीके इएमआरआई से काम वापस लेकर मध्य प्रदेश की एक ऐसी कंपनी को संचालन करने की जिम्मेदारी दे दी गई जिसको कोई तजुर्बा नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि आगामी 30 अप्रैल से 108 का संचालन करने जा रही कैंप कंपनी मध्य प्रदेश के बीजेपी के एक नेता के संरक्षण में चल रही है, यही कारण है कि जहां बीजेपी शासित राज्य हैं वहां उन राज्यों में आर एस एस और उनकी विचारधाराओं को संतुष्ट करने वाली संस्थाओं के हाथों मे जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है। उन्होंने कहा कि 11 सालों से इस कंपनी में कार्य करने वाले कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और सीएम कह रहे हैं कि यह सरकारी कर्मचारी नहीं है बल्कि कंपनी के कर्मी हैं। उन्होंने कहा कि सभी 717 कर्मी उत्तराखंड मूल के हैं और सीएम का बयान बेहद निंदनीय है,जबकि कैम्प कंपनी मध्यप्रदेश से अनुभवहीन कर्मचारी ला कर खानापूर्ति कर रही है,जिन्हें उत्तराखंड की भौगोलिक स्तिथि तक का ज्ञान नही है। उन्होंने कहा कि आज शाम आठ बजे राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से इस विषय पर वह वार्ता करने जा रहे हैं और कांग्रेस पार्टी ये सुनिश्चित करेगी कि नहीं कंपनी एक भी कर्मी की सेवा समाप्त नहीं करें व उनके वेतन भत्तों में किसी प्रकार की कटौती ना करें, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 30 अप्रैल के बाद 108 सेवा राज्य के अंदर प्रभावित होती है तो कांग्रेस पार्टी राज्य की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।

बाईट-सूर्यकांत धस्माना, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष।


Conclusion:धस्माना ने प्रदेश की स्वास्थ सुविधाओं पर भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल स्थिति में हो रखी हैं सरकार सीएससी और पीएचसी, और जिला अस्पतालों का संचालन करने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है और यही वजह है कि सरकार सुनियोजित तरीके से अस्पतालों को पीपीपी मोड पर दे रही है, उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर का निरीक्षण करने आर्मी मेडिकल कोर के अधिकारी तीन बार आ चुके हैं, लेकिन वहां की व्यवस्थाएं देखकर उन्होंने अपना मन बदल दिया है।
Last Updated : Apr 25, 2019, 6:52 PM IST
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