देहरादून: कांग्रेस पार्टी केंद्र की मोदी सरकार पर देश में आर्थिक मंदी जैसे हालात पैदा करने के आरोप लगाती रही है. इसके लिए मोदी सरकार की नीतियों को भी जिम्मेदार ठहराया. लेकिन अब बात सोशल मीडिया या बयानबाजी तक ही सीमित नहीं रहने वाली है. दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने आर्थिक मंदी के मुद्दे को बड़ा बनाकर एक बड़ा हथियार बनाने का विचार कर लिया है. नवंबर के पहले सप्ताह में ही पार्टी सड़क पर उतर कर एक बड़ा आंदोलन करने जा रही है. खास बात ये है कि यह आंदोलन कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर शुरू करेगी, जिसका नेतृत्व पार्टी के दिग्गज नेताओं के हाथों में होगा.
मोदी सरकार और भाजपा के लिए कांग्रेस का ये आंदोलन मुश्किलें खड़ी कर सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ समय में बाजार कई लिहाज से बेहद सुस्त रहा है. इसमें ऑटोमोबाइल सेक्टर के हालात तो बेहद खराब बताए जा रहे हैं. सबसे ज्यादा दिक्कत रोजगार को लेकर है. कई कंपनियों द्वारा युवाओं को नौकरी से हटाने समेत नए रोजगार के अवसर सृजित नहीं होने की बात भी सामने आई है. ये वही बातें हैं, जिसे कांग्रेस भुनाना चाहती है. उन्होंने देश भर में एक बड़े आंदोलन के जरिए आर्थिक मंदी को अपना हथियार बनाने का विचार किया है.