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उत्तराखंड के नेताओं और अफसरों की 5 राज्यों के चुनावों में जिम्मेदारी, कांग्रेस ने लगाई आरोपों की झड़ी! - देहरादून ताजा खबर

Responsibilities of leaders and officers of Uttarakhand देश के पांच राज्यों में चुनावी शंखनाद हो चुका है. लिहाजा, उत्तराखंड से न सिर्फ मंत्री, विधायक, पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है. बल्कि, 9 आईएएस अफसरों को इन चुनावों में ऑब्जर्वर बनाया गया है. ऐसे में माना जा रहा आने वाले दिनों में सूबे न सिर्फ मंत्रियों की कमी खलेगी. बल्कि, प्रशासनिक कार्यों पर भी असर पड़ सकता है. जिसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है.

Congress Targeted Responsibilities of leaders
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 23, 2023, 8:38 PM IST

Updated : Oct 23, 2023, 9:19 PM IST

नेताओं और अफसरों की 5 राज्यों के चुनावों में जिम्मेदारी पर सियासत

देहरादूनः देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में इन राज्यों में रहने वाले उत्तराखंड प्रवासियों को साधने की कवायद में बीजेपी संगठन जुट गया है. जहां नेताओं ने शुरुआती दौर में ताबड़तोड़ प्रचार प्रसार किए थे तो वहीं अब उत्तराखंड के तमाम नेता खासकर वर्तमान मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री का दौरा होने जा रहा है. ताकि, इन राज्य में रह रहे उत्तराखंडी प्रवासियों को साधा जा सके. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस, सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर आरोपों की झड़ी ला रही है. कांग्रेस का कहना है कि सीएम धामी विदेश और दिल्ली दौरे में मस्त हैं तो वहीं मंत्री अन्य राज्यों के चुनाव में प्रचार प्रसार कर रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड के तमाम मुद्दों की सुध नहीं ली जा रही है.

दरअसल, देश के पांच राज्यों में 7 नवंबर से 30 नवंबर तक चुनाव की तिथियां रखी गई है. ऐसे में उत्तराखंड के नेताओं का राजस्थान में जमावड़ा लगा हुआ है. इसके साथ ही अन्य चुनावी राज्यों में भी 25 अक्टूबर से नेताओं का जमावड़ा लगने जा रहा है. बीजेपी प्रदेश संगठन के तमाम प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही कैबिनेट मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री समेत तमाम नेताओं का दौरा तय किया गया है. इसी कड़ी में 25 अक्टूबर से राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में तमाम नेताओं का दौरा होने जा रहा है, जिसकी रणनीति संगठन स्तर पर तैयार की जा रही है.

ये प्रशासनिक अधिकारी रहेंगे उत्तराखंड से बाहरः वहीं, चुनाव के मद्देनजर न सिर्फ मंत्री, विधायक, पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बल्कि 9 आईएएस अधिकारी भी इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बनाया गया है. ऐसे में आने वाले दिनों में प्रदेश में न सिर्फ मंत्रियों की कमी खलेगी. बल्कि, उत्तराखंड प्रशासनिक कार्यों पर भी असर पड़ेगा. विभागीय जानकारी के अनुसार, हरिश्चंद्र कांडपाल, इकबाल अहमद, देव कृष्णा तिवारी, आनंद श्रीवास्तव, संजय कुमार, विनीत कुमार, उमेश नारायण पांडे, बृजेश कुमार संत, सी रविशंकर, सविन बंसल, मंजू गोयल, राजेंद्र कुमार, करमेंद्र सिंह, डीके चौधरी और नितिन सिंह भदौरिया को पांच राज्यों में चुनाव की ड्यूटी में ऑब्जर्वर बनाए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक के खिलाफ BJP के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खोला मोर्चा, दे डाली नसीहत

बीजेपी इन राज्यों में बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए तमाम राज्यों से भी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है. जिसके तहत प्रदेश के तमाम वरिष्ठ नेताओं को राजस्थान और मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चुनाव प्रबंधन के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि चुनाव का बिगुल बजने से पहले ही पार्टी आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, धन सिंह रावत समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं को राजस्थान और मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों की जिम्मेदारी दी जा चुकी है.

Congress state spokesperson Shishpal Singh
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह

टूर पर व्यस्त सरकारः वहीं, नेताओं के दौरे के सवाल पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कभी विदेश तो कभी अन्य राज्यों में व्यक्त हैं तो वहीं पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश के मंत्री भी व्यस्त हैं. ऐसे में प्रदेश के तमाम मुद्दों पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. वर्तमान समय में प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. इसके साथ ही बेरोजगारी, महंगाई एक गंभीर समस्या बनी हुई है, बावजूद इसके सरकार टूर पर व्यस्त है.

विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड के 9 आईएएस अधिकारियों को चुनाव ऑब्जर्वर के रूप में तैनात किया जाएगा. कार्मिक विभाग ने भारतीय निर्वाचन आयोग को 17 आईएएस और 15 आईपीएस अधिकारियों की सूची पहले ही भेज दी थी, जिसमें से 9 आईएएस अधिकारियों को निर्वाचन आयोग ने ड्यूटी में तैनात होने के लिए कहा है. इसके साथ ही पांच आईपीएस अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है. एक आईएएस की ड्यूटी मिजोरम में लगाई गई है. जबकि, 5 आईएएस अधिकारी की ड्यूटी मध्य प्रदेश चुनाव में लगाई गई है. इसके साथ ही 3 आईएएस को छत्तीसगढ़ में तैनात किया जाएगा.

नेताओं और अफसरों की 5 राज्यों के चुनावों में जिम्मेदारी पर सियासत

देहरादूनः देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में इन राज्यों में रहने वाले उत्तराखंड प्रवासियों को साधने की कवायद में बीजेपी संगठन जुट गया है. जहां नेताओं ने शुरुआती दौर में ताबड़तोड़ प्रचार प्रसार किए थे तो वहीं अब उत्तराखंड के तमाम नेता खासकर वर्तमान मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री का दौरा होने जा रहा है. ताकि, इन राज्य में रह रहे उत्तराखंडी प्रवासियों को साधा जा सके. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस, सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर आरोपों की झड़ी ला रही है. कांग्रेस का कहना है कि सीएम धामी विदेश और दिल्ली दौरे में मस्त हैं तो वहीं मंत्री अन्य राज्यों के चुनाव में प्रचार प्रसार कर रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड के तमाम मुद्दों की सुध नहीं ली जा रही है.

दरअसल, देश के पांच राज्यों में 7 नवंबर से 30 नवंबर तक चुनाव की तिथियां रखी गई है. ऐसे में उत्तराखंड के नेताओं का राजस्थान में जमावड़ा लगा हुआ है. इसके साथ ही अन्य चुनावी राज्यों में भी 25 अक्टूबर से नेताओं का जमावड़ा लगने जा रहा है. बीजेपी प्रदेश संगठन के तमाम प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही कैबिनेट मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री समेत तमाम नेताओं का दौरा तय किया गया है. इसी कड़ी में 25 अक्टूबर से राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में तमाम नेताओं का दौरा होने जा रहा है, जिसकी रणनीति संगठन स्तर पर तैयार की जा रही है.

ये प्रशासनिक अधिकारी रहेंगे उत्तराखंड से बाहरः वहीं, चुनाव के मद्देनजर न सिर्फ मंत्री, विधायक, पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बल्कि 9 आईएएस अधिकारी भी इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बनाया गया है. ऐसे में आने वाले दिनों में प्रदेश में न सिर्फ मंत्रियों की कमी खलेगी. बल्कि, उत्तराखंड प्रशासनिक कार्यों पर भी असर पड़ेगा. विभागीय जानकारी के अनुसार, हरिश्चंद्र कांडपाल, इकबाल अहमद, देव कृष्णा तिवारी, आनंद श्रीवास्तव, संजय कुमार, विनीत कुमार, उमेश नारायण पांडे, बृजेश कुमार संत, सी रविशंकर, सविन बंसल, मंजू गोयल, राजेंद्र कुमार, करमेंद्र सिंह, डीके चौधरी और नितिन सिंह भदौरिया को पांच राज्यों में चुनाव की ड्यूटी में ऑब्जर्वर बनाए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक के खिलाफ BJP के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खोला मोर्चा, दे डाली नसीहत

बीजेपी इन राज्यों में बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए तमाम राज्यों से भी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है. जिसके तहत प्रदेश के तमाम वरिष्ठ नेताओं को राजस्थान और मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चुनाव प्रबंधन के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि चुनाव का बिगुल बजने से पहले ही पार्टी आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, धन सिंह रावत समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं को राजस्थान और मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों की जिम्मेदारी दी जा चुकी है.

Congress state spokesperson Shishpal Singh
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह

टूर पर व्यस्त सरकारः वहीं, नेताओं के दौरे के सवाल पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कभी विदेश तो कभी अन्य राज्यों में व्यक्त हैं तो वहीं पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश के मंत्री भी व्यस्त हैं. ऐसे में प्रदेश के तमाम मुद्दों पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. वर्तमान समय में प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. इसके साथ ही बेरोजगारी, महंगाई एक गंभीर समस्या बनी हुई है, बावजूद इसके सरकार टूर पर व्यस्त है.

विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड के 9 आईएएस अधिकारियों को चुनाव ऑब्जर्वर के रूप में तैनात किया जाएगा. कार्मिक विभाग ने भारतीय निर्वाचन आयोग को 17 आईएएस और 15 आईपीएस अधिकारियों की सूची पहले ही भेज दी थी, जिसमें से 9 आईएएस अधिकारियों को निर्वाचन आयोग ने ड्यूटी में तैनात होने के लिए कहा है. इसके साथ ही पांच आईपीएस अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है. एक आईएएस की ड्यूटी मिजोरम में लगाई गई है. जबकि, 5 आईएएस अधिकारी की ड्यूटी मध्य प्रदेश चुनाव में लगाई गई है. इसके साथ ही 3 आईएएस को छत्तीसगढ़ में तैनात किया जाएगा.

Last Updated : Oct 23, 2023, 9:19 PM IST
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