देहरादून: आगामी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में अभी एक साल से भी ज्यादा का वक्त है, लेकिन राजनैतिक पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जहां चुनाव से पहले अपनी पार्टी को मजबूत करने इन दिनों चार दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आए हुए हैं तो वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी अध्यक्ष नड्डा के दौरे पर निशाना साधते हुए सरकार से कई सवाल किए हैं.
सोमवार को कांग्रेस भवन में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बीजेपी अध्यक्ष नड्डा के उत्तराखंड दौरे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव के समय बीजेपी ने जो वादे राज्य की जनता से किए थे, उनमें से एक भी वादा राज्य सरकार ने पूरा नहीं किया.
पढ़ें- नड्डा संग CM और मंत्रियों की बैठक जारी, विभागों की परफॉर्मेंस पर कड़ी नजर
प्रीतम सिंह ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कुछ सवाल पूछते हुए कहा कि उन्हें यह बताना चाहिए कि राज्य के बेरोजगार युवाओं को कब रोजगार मिलेगा? प्रदेश सरकार को सत्ता संभालते हुए करीब पौने 4 साल हो चुके है. इन पौने 4 सालों में सरकार लगातार जनविरोधी निर्णय लेने में लगी हुई है.
कांग्रेस बीजेपी अध्यक्ष के आगमन पर यह जानना चाहती है कि बीजेपी ने प्रदेश के लोगों से जो वायदे किए थे वह कब पूरे होंगे? प्रीतम सिंह ने कहा कि 2017 के चुनाव में जेपी नड्डा उत्तराखंड दौरे पर आए थे, उस दौरान प्रधानमंत्री और बीजेपी के नेताओं ने उत्तराखंड के नौजवान साथियों से वादा किया था कि यदि वे सत्ता में आते हैं तो नौजवान साथियों को रोजगार मुहैया करवाएंगे, लेकिन पौने 4 वर्ष का कार्यकाल बीतने के बाद भी यहां के नौजवान साथियों को रोजगार नहीं मिला.
इस सरकार के कार्यकाल में रोजगार को लेकर कोई सरकारी विज्ञप्ति जारी नहीं हुई है और जो परीक्षाएं हुई उसमें व्यापक भ्रष्टाचार हुआ. इन परीक्षाओं में हुई धांधली पर सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है. उन्होंने कहा कि पूरे राष्ट्र में उतराखंड की बेरोजगारी दर सबसे अधिक है.
किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस
प्रीतम सिंह ने कहा कि तीन काले कानूनों के विरोध में किसान संघर्षरत हैं और उन्होंने कल बंद का आह्वान किया है. ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आह्वान पर इसके विरोध में कांग्रेस किसानों के आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान बीते 12 दिनों से सड़कों पर ठंड में बैठे हुए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा किसान आंदोलन को लेकर मौन है.
वन रैंक वन पेंशन को लेकर सरकार पर साधा निशाना
प्रीतम सिंह ने कहा कि जनसंख्या के लिहाज से उत्तराखंड भले ही छोटा राज्य है, लेकिन हर तीसरे परिवार में से एक व्यक्ति सेना में है. वन रैंक वन पेंशन से करीब 30 लाख लोग प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में बीजेपी का वन रैंक वन पेंशन की बात भी जुमला साबित हुई.
पढ़ें- धान खरीद फर्जीवाड़ा: डेढ़ हजार किसानों से धान खरीद की होगी जांच
भ्रष्टाचार पर प्रीतम सिंह का हमला
उन्होंने कहा कि जब सीएम त्रिवेंद्र रावत ने शपथ ली थी तो उन्होंने जीरो टॉलरेंस की बात और 100 दिन के भीतर लोकायुक्त लाने का वादा किया था, लेकिन जीरो टॉलरेंस और लोकायुक्त का कहीं अता पता नहीं है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने बड़ी जोर-शोर से एनएच-74 की जांच सीबीआई से कराने की बात कही थी, लेकिन आज तक एनएच-74 की जांच सीबीआई से नहीं हुई. खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. यह देश के संसदीय इतिहास में पहली घटना है जिसमें किसी मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार को लेकर हाई कोर्ट से सीबीआई जांच की बात कही. ऐसे में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को नैतिकता के आधार पर तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए था.
सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड पर सीएम के घेरा
प्रीतम सिंह ने कहा कि कर्मकार बोर्ड में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार मौन बैठी हुई है. छात्रवृत्ति घोटाले से लेकर साइकिल और राशन किटें उन्हें आवंटित कर दी गई जो अपात्र थे. ऐसे में उत्तराखंड की जनता यह जान चुकी है कि त्रिवेंद्र सरकार से कि जीरो टॉलरेंस की सरकार सिर से लेकर पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है.