देहरादूनः उत्तराखंड में महिला सुरक्षा, जीरो टॉलरेंस समेत अन्य मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने सबसे पहले महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले पर सरकार को घेरा है. उनका कहना है कि महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है. अभी हाल ही में हाथीबड़कला क्षेत्र में मंत्री के आवास के पास ही एक महिला के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला सामने आया. यह सरकार की घोर विफलता दर्शाता है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि नेशनल क्राइम रिपोर्ट के अनुसार साल 2017 के बाद से महिलाओं पर अत्याचार के मामले दोगुने हो गए हैं. अंकिता मर्डर केस हो या फिर उत्तरकाशी जिले में नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म का मामला हो. तमाम घटनाओं पर सरकार न सिर्फ पर्दा डाला, बल्कि बच्चियों को जो राहत राशि देनी चाहिए, उसमें से एक रुपए भी अभी तक नहीं दिया गया.
करन माहरा ने बताया कि आरटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में उत्तराखंड में 872 महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ. इसी तरह रोजाना 3 रेप के मामले उत्तराखंड में दर्ज हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार उधम सिंह नगर में बलात्कार की 247, हरिद्वार में 229 और देहरादून में 184 घटनाएं हुई हैं. सबसे कम बलात्कार या छेड़छाड़ की कहीं घटनाएं घटी है तो वो रुद्रप्रयाग जिला है. जहां सिर्फ एक मामला दर्ज है.
करन माहरा ने कहा कि नैनीताल जिले में 103, जबकि अल्मोड़ा में 16 मामले दर्ज हुए हैं. उन्होंने कहा कि इसी तरह हरिद्वार में दो दिन पहले किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष का एक वीडियो वायरल हुआ, लेकिन इसको भी दबाने की कोशिश की गई. बाद में इस मामले मे जनता के दबाव में मुकदमा दर्ज किया जाता है.
ये भी पढ़ेंः बिगड़ती कानून व्यवस्था पर कांग्रेस का हल्ला बोल,धामी सरकार का पुतला फूंका, जमकर किया विरोध प्रदर्शन
जीरो टॉलरेंस पर सरकार विफलः करन माहरा ने कहा कि जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली बीजेपी सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. इसका जीता जागता उदाहरण है कि सचिवालय से कृषि विभाग की फाइल गुम हो गई है. ऐसे में बीजेपी को यह भय सता रहा है कि यदि कांग्रेस आगामी समय में सत्ता में आएगी तो भ्रष्टाचार पर कार्रवाई जरूर करेगी. इसलिए प्रदेश में लगातार अलग-अलग विभागों की फाइलें गायब हो रही हैं.
कांग्रेस के चुने हुए प्रतिनिधियों का सरकार कर रही उत्पीड़नः करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के चुने हुए जनप्रतिनिधियों को सरकार परेशान और प्रताड़ित कर रही है. जिसका एक उदाहरण चमोली की जिला पंचायत अध्यक्ष का है. उन्होंने कहा कि सीएम धामी ने नौगांव भ्रमण के दौरान विकासखंड के लिए 48 करोड़ रुपए की धनराशि की घोषणा की. जिसके टेंडर और बॉन्ड हो गए, जबकि वहां 15 से 20 प्रतिशत का काम ठेकेदारों ने कर भी दिया, लेकिन शासन ने इस धनराशि को वापस मंगा लिया.
हरिद्वार में लचर कानून व्यवस्था को लेकर प्रदर्शनः हरिद्वार में जिला महानगर कांग्रेस कमेटी ने देवपुरा चौक पर महिलाओं का शोषण और लचर कानून व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार का पुतला भी दहन किया. कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने आरोप लगाया कि पथरी क्षेत्र में बीजेपी नेता की ओर से महिला के साथ अश्लील हरकत की गई. जो बेहद शर्मनाक है. उत्तराखंड में लचर कानून व्यवस्था की वजह से अपराधियों में कानून का भय नहीं है. जिससे आए दिन अपराध की घटनाएं सामने आ रही है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में पदयात्रा करेंगे राहुल और प्रियंका गांधी, गिनाएंगे अग्निपथ योजना की कमियां!
वहीं, महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष अंजू मिश्रा ने कहा कि डबल इंजन सरकार में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं. इससे साफ है कि यह सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में असमर्थ है. महिला उत्पीड़न में शामिल बीजेपी नेताओं के नाम से साफ है कि उनकी मानसिकता महिला विरोधी है. सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है. जिससे अपराधी बेखौफ है. देहरादून में सरकार की नाक के नीचे एक महिला की हत्या कर शव को कूड़ेदान के पास फेंक दिया जाता है, जो बेहद गंभीर मामला है.