देहरादून: कांग्रेस ने धामी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि जिस तरह से उधम सिंह नगर में खनन से जुड़े एक मामले को लेकर महिला की हत्या, अंकिता हत्याकांड, हरिद्वार में आतंकियों को पकड़ने नोएडा पुलिस का आना, केदार भंडारी केस, चमोली का पिंकी हत्याकांड और कैबिनेट मंत्री के चचेरे भाई के घर दिन दहाड़े डकैती, यह सभी घटनाएं प्रदेश की कानून व्यवस्था के सवालों के कटघरे में खड़ा करती हैं.
प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस के सीनियर अधिकारी के इस्तीफे की मांग मुख्यमंत्री से की है. माहरा का कहना है कि बिगड़ती कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री को कड़े कदम उठाने होंगे. मुख्यमंत्री को बड़े फैसले लेते हुए ऐसे अधिकारियों को जो अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं, उन्हें पद से हटाकर योग्य अधिकारियों को लाने की जरूरत है.
करन माहरा ने पुलिस मुखिया के कामों पर भी सवाल उठाए हैं. माहरा ने आरोप लगाया कि एक ओर बेवजह कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ताओं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर सरकार के लोगों को पुलिस संरक्षण दे रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पुलिस भेदभाव के साथ प्रदेश में काम कर रही है. करन माहरा ने सरकार पर खनन माफियाओं को संरक्षण दिए जाने का भी आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि सरकार खनन में प्राकृतिक संपदा का दोहन कर रही है और खनन माफियाओं को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने के पीछे खनन माफिया ही हैं. इन सब से खनन माफियाओं का पदार्पण हुआ है. वही, सरकार के खजाने को भी नुकसान पहुंच रहा है.
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कैलाश विजयवर्गीय पर निशाना: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आजकल कैलाश विजयवर्गीय राज्य के दौरे पर हैं. जानकारी है कि वह कैबिनेट बैठक ले रहे हैं. ऐसे में उन्होंने घोर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि यह कानून विरोधी काम हो रहा है, क्योंकि वह कोई यहां के कैबिनेट मंत्री नहीं है और ना ही बड़े अधिकारी हैं, तो आखिर वह कैसे उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक ले सकते हैं?
पिंकी हत्याकांड: चमोली जनपद के देवाल ब्लॉक के मानमती गांव का पिंकी हत्या मामले में पुलिस के हाथ एक साल बाद भी खाली हैं, जिससे ग्रामीणों में रोष है. नाराज ग्रामीण लगातार शासन प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. हाल ही में गुस्साए ग्रामीणों ने टैक्सी स्टैंड पर धरना देकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है.