देहरादून: उत्तराखंड गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर कांग्रेस भाजपा सरकार को घेरने में जुटी हुई है. इसको लेकर ना सिर्फ पूर्व सीएम हरीश रावत गन्ना किसानों को लेकर मोर्चा खोले हुए हैं, बल्कि प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी इस मामले पर कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं.
दिल्ली में किसानों आंदोलन को लेकर जहां एक तरफ मोदी सरकार की घेराबंदी की जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ उत्तराखंड में भी गन्ना किसानों के भुगतान मामले पर कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ ले रही है. विधानसभा में भी गन्ना किसानों के भुगतान और समर्थन मूल्य की घोषणा का मुद्दा पहले उठता रहा है, लेकिन इस मामले पर सरकार की तरफ से सदन में जवाब देने के बावजूद भी कांग्रेस एक बार फिर किसानों के इस मामले को मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचाया है.
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आपको बता दें कि गन्ना किसानों का पूरा भुगतान किए जाने को लेकर विभिन्न गन्ना मिलों को सरकार की तरफ से भुगतान किए जाने की बात सदन में कही गई थी, लेकिन इसके बावजूद गन्ना किसानों का पुराना भुगतान अब तक नहीं किया गया है. यही नहीं सरकार की तरफ से अब तक गन्ने का समर्थन मूल्य भी घोषित नहीं किया गया है, जिससे गन्ना किसानों में संशय की स्थिति बनी हुई है. किसान सरकार से बढ़े हुए गन्ना मूल्य को घोषित किए जाने की मांग कर रहे हैं.
विधानसभा चुनाव नजदीक है लिहाजा गन्ना किसानों को अपने पक्ष में करने के लिए कांग्रेस ने किसानों की आवाज को बुलंद करने का फैसला लिया है. इसी के तहत कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने गन्ना किसानों की मांग को रखा है. प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार के मुखिया को गन्ना किसानों के भुगतान किए जाने की बात कही गई है. साथ ही जल्द से जल्द गन्ना समर्थन मूल्य घोषित किए जाने की मांग की है.