देहरादून: प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हालात इतने बिगड़ चुके है कि सरकारी और निजी हॉस्पिटलों में कोरोना मरीजों को बेड नहीं मिल रहे है. कोरोना का आगे सरकारी सिस्टम ने भी जवाब देना शुरू कर दिया है. वहीं कांग्रेस ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार से हॉस्पिटलों में आईसीयू और वेंटीलेटर बेड की व्यवस्था करने के साथ ऑक्सीजन की व्यवस्थाएं सुचारू करने की मांग की है. इसे साथ ही राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति शाह मिश्रा ने भी रानीखेत राजकीय अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग उठाई है.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कोरोना पीड़ित व उनके परिजन अस्पतालों में बेड, आईसीयू और वेंटीलेटर तलाशते रहे. साथ ही घरों में आइसोलेट कोरोना संक्रमित मरीज ऑक्सीजन और किट की डिमांड करते रहे है. धस्माना के मुताबिक एक दिन में 76 से ज्यादा मरीज और उनके परिजन इन परेशानियों को लेकर उनके संपर्क कर चुके है. कई मरीजों ने बताया कि रविवार को कुछ हॉस्पिटलों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया था. बमुश्किल कुछ मरीजों को आरोग्यधाम और सुभारती में भर्ती कराया गया. इसी तरह की परेशानियों को लेकर कांग्रेस कंट्रोल रूम में फोन आ रहे हैं.
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कांग्रेस ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि राज्य में ऑक्सीजन युक्त बेड और आईसीयू की व्यवस्था की जाए. ऑक्सीजन युक्त बेड और आईसीयू के अभाव में किसी मरीज की मौत न हो सरकार यह भी सुनिश्चित करें.
वहीं, कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए कांग्रेस हर संभव मदद कर रही है. कांग्रेस ने कोरोना संक्रमितों के लिए हर जिले के जिला अध्यक्षों और शहर अध्यक्षों को हेल्पलाइन नंबर जारी करने के आदेश दिए है. ताकि जरूरतमंद लोग इन नंबरों पर कॉल कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं.
कांग्रेस ने जारी हेल्पलाइन नंबर-
राजकीय अस्पताल रानीखेत में चरमरा व्यवस्था
वहीं, राज्य महिला आयोग के उपाध्यक्ष ज्योति शाह मिश्रा ने कहा कि गोविंद सिंह मेहरा राजकीय अस्पताल रानीखेत में बीते दिन डॉ अमरजीत व तीन स्टाफ के कोरोना पोजिटिव होने से अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा गई है. ऐसे में उन्होंने महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ तृप्ति बहुगुणा को पत्र लिखकर कुंभ मेले में गए गोविंद सिंह मेहरा राजकीय अस्पताल से डॉ नरेश गुलवानी, नर्स उमा विद्यार्थी, दीपिका मसीह और चंद्रा जोशी की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से पुनः रानीखेत अस्पताल भेजने की अनुमति प्रदान करने के लिए कहा है. ताकि यहां लोगों की परेशानियों को कम किया जा सकें.