देहरादून/हल्द्वानी: उत्तराखंड में रोडवेज बसों के किराये में बढ़ोतरी और शराब के दामों में 20 प्रतिशत कटौती का कांग्रेस ने विरोध किया है. इसे लेकर सोमवार को कांग्रेस ने देहरादून समेत प्रदेश के अन्य शहरों में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
देहरादून महानगर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष कमलेश रमन के नेतृत्व में एस्लेहॉल चौक पर कांग्रेसियों ने राज्य सरकार का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज किया. नाराज कार्यकर्ताओं ने पुतले में शराब की माला डालकर राज्य सरकार को जमकर कोसा.
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इस दौरान महानगर प्रवक्ता डॉ प्रतिमा सिंह ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार ने शराब सस्ती करने का फैसला लिया है वहीं दूसरी तरफ रोडवेज बसों और सिटी बसों के किराए में वृद्धि की गई है. ऐसे हालात में त्रिवेंद्र सरकार यह कहती है कि वे देवभूमि को प्रगति की ओर ले जा रहे हैं. प्रतिमा सिंह ने कहा कि सरकार फैसला कर चुकी है कि यहां के देवी स्थानों को श्राइन बोर्ड के अधीन लाया जाए ताकि यहां के मंदिरों को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके. दूसरी तरफ सरकार शराब को सस्ती करके यहां के युवाओं को बर्बाद करने पर तुली हुई है. राज्य सरकार देवभूमि को नशे का केंद्र बनाने जा रही है.
प्रदेश की महिलाओं ने आंदोलन चलाकर यह प्रदेश इसलिए अलग नहीं किया ताकि यहां के नौजवानों को शराब में झोंककर घर के चूल्हे को शराब की भेंट चढ़ा दिया जाए. इसलिए त्रिवेंद्र सरकार के खिलाफ महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए इस फैसले के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया.
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हल्द्वानी में भी सड़क पर उतरी कांग्रेस
हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्या के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया. इस दौरान कांग्रेसियों ने सरकार पर शराब को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.
कांग्रेसियों ने कहा कि आज महंगाई चरम पर है लेकिन प्रदेश सरकार महंगाई कम करने के बजाय शराब के दाम में कमी कर रही है, जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है. शराब के दामों में कमी किए जाने से प्रदेश में शराब माफियाओं को बढ़ावा मिलेगा. सरकार शराब बंद करने के बजाय उल्टा शराब की रेट कम कर रही है. प्रदेश सरकार को जनता की कम और शराब कारोबारियों चिंता ज्यादा है.