देहरादून: बाजपुर में यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य पर हुए हमले के बाद कांग्रेसियों में जबरदस्त आक्रोश बना हुआ है. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए एश्ले हॉल चौक पर राज्य सरकार का पुतला दहन किया. इस दौरान अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार का कहना है कि यह हमला राज्य सरकार के इशारे पर हुआ है.
राजकुमार ने कहा कि राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से यशपाल आर्य और संजीव आर्य पर हमला किया गया है. सरकार की ओर से अब तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश में सरकार शराब और भूमाफिया चला रहे हैं, यह उसी का परिणाम है कि यशपाल आर्य और उनके बेटे के काफिले पर हमला किया गया. कांग्रेसियों ने इस हमले के दोषियों पर 307 का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है.
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ये है मामलाः बीती 4 दिसंबर को कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Former cabinet minister Yashpal Arya) एक कार्यक्रम में शिरकत करने बाजपुर जा रहे थे. दोपहर में जैसे ही यशपाल आर्य का काफिला बाजपुर पहुंचा तो एक गुट ने उनका काफिला रोक दिया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. देखते ही देखते कहासुनी धक्का-मुक्की और मारपीट में बदल गई. बाद में बीच-बचाव करने के बाद दोनों पक्षों को अलग किया गया.
12 के खिलाफ एफआईआर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य समेत 12 लोगों के खिलाफ उधमसिंह नगर जिले के बाजपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. मामला पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के काफिले पर जानलेवा हमले से जुड़ा है. इस मामले में यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य की तरफ से पहले ही बाजपुर थाने में दूसरे पक्ष पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.