देहरादून: राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन क्रिसमस और नए साल के मौके पर होने वाले आयोजनों पर रोक लगा दी है. जिसका कांग्रेस ने विरोध किया है. कांग्रेस का कहना है कि क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर लगाए गए प्रतिबंध से होटल कारोबारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ेगा. इससे उन्हें मजबूरन पर्यटकों की तरफ से की गई बुकिंग कैंसिल करनी पड़ेगी.
पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी इसे लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार पर निशाना साधते हुए अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा क्रिसमस और नए साल पर लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ वे कल 1 घंटे के सांकेतिक उपवास पर बैठने जा रहे हैं.
पूर्व सीएम हरीश रावत ने आयोजनों पर प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले को अनुचित ठहराया है. हरीश रावत का कहना है कि यह कैसी बुद्धि है कि कुंभ न, क्रिसमस और नए साल में भी ना कहा जा रहा है. ऐसे में पर्यटक उत्तराखंड आएंगे तो कब? उन्होंने कहा क्रिसमस और नए साल पर ही नैनीताल, मसूरी, कौसानी जैसे स्थानों के होटलियर्स की निर्भरता है.
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यदि ऐसे ही हम महत्वपूर्ण दिवस पर पर्यटकों के आने पर प्रतिबंध लगाते रहेंगे तो फिर उत्तराखंड की ओर लोग क्यों रुख करेंगे. उन्होंने कहा कल अगर स्नोफॉल होता है तो उसका लुत्फ उठाने पर्यटक आएंगे, तब भी खतरा बना रहेगा. तब भी क्या हम विंटर कार्निवल पर प्रतिबंध लगा देंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को सलाह देते हुए कहा कि त्रिवेंद्र रावत जी जरा सोचिए इतने प्रतिबंधों के साथ आखिर कैसे राज्य की अर्थव्यवस्था और यहां के व्यवसायी उबर पाएंगे?
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हरीश रावत ने कहा प्रतिबंध के विरोध में कल वे सांता क्लॉज का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री की सद्बुद्धि के लिए अपने आवास पर सांकेतिक उपवास करेंगे. उन्होंने कहा कि यदि इस मसले पर शासन ने आदेश बदल दिए तो उसके लिए वे खड़ताल बजाकर धन्यवाद भी करेंगे.
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इधर, प्रदेश कांग्रेस ने प्रेस नोट जारी कर सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि वैसे तो पूरे कोरोना काल में सरकार की दिशाहीन रही. अब क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन से जुड़े आयोजनों पर डीएम की रोक उसका नया उदाहरण है.