देहरादूनः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश अधिवेशन में दो कुलपतियों की मौजूदगी पर कांग्रेस ने आपत्ति जताया है. कांग्रेस ने बीजेपी पर शिक्षा पर राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है. साथ ही कुलपतियों की भागीदारी को सेवा नियमावली के खिलाफ बताया है.
दरअसल, देहरादून में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 20वां प्रांतीय अधिवेशन शुरू हो गया है. जिसमें तकनीकी विश्वविद्यालय और श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने भाग लिया. जिसे लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए राज्यपाल से मामले का संज्ञान लेने की मांग की है.
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कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि उद्घाटन सत्र में दो सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की मौजूदगी दुर्भाग्यपूर्ण है. कुलपति सत्ताधारी दल के अधिवेशन में ना केवल मौजूद रहे, बल्कि सक्रिय रूप से अधिवेशन में उन्होंने भागीदारी भी निभाई. किसी राजनीतिक पार्टी के छात्र संगठन के मंच पर जाकर कार्यक्रम में हिस्सेदारी करना और संबोधित करना सेवा नियमावली के खिलाफ है.