देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए एक तरफ जहां कांग्रेस के सभी बड़े नेता दिल्ली में प्रत्याशियों का नाम फाइनल करने में लगे हुए हैं, तो वहीं उत्तराखंड में कई कांग्रेसियों ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. उत्तराखंड में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने साफ किया है, यदि उन्हें टिकट नहीं मिला तो वे बीजेपी समेत अन्य विकल्प तलाश सकती हैं.
उत्तराखंड में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने भी टिकट को देकर अपनी दावेदारी पेश की है. साथ ही इस तरह की चर्चाएं भी हैं कि यदि उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो वो बीजेपी में जा सकती हैं. वहीं इसको लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि महिला प्रदेश अध्यक्ष होने के साथ उनके समर्थक लगातार उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं. उत्तर प्रदेश में भी 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिया गया है. उसी तरह प्रदेश में 40 प्रतिशत तो नहीं, बल्कि 20 प्रतिशत महिलाओं को जरूर प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए.
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सरिता आर्य ने स्पष्ट किया है कि यदि टिकट वितरण में महिलाओं की अनदेखी की गई तो लोकतंत्र में सबको कहीं भी जाने का अधिकार है. वे बीजेपी में भी जाने से गुरेज नहीं करेंगी. हालांकि उनके उत्तराखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की बात सामने आ रही है. वहीं चर्चाओं का खड़न करते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनकी प्रह्लाद जोशी से कोई बातचीत नहीं हुई है.